{"_id":"69428a7dac8540a7b107742d","slug":"a-worm-was-found-in-mid-day-meal-at-khajni-higher-secondary-school-in-gorakhpur-cook-and-principal-clashed-2025-12-17","type":"feature-story","status":"publish","title_hn":"शिक्षा का मंदिर बना ‘अखाड़ा’: मिड-डे मील में कीड़े मिलने पर भड़का विवाद, रसोइया–प्रिंसिपल भिड़ी; वीडियो वायरल","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
शिक्षा का मंदिर बना ‘अखाड़ा’: मिड-डे मील में कीड़े मिलने पर भड़का विवाद, रसोइया–प्रिंसिपल भिड़ी; वीडियो वायरल
संवाद न्यूज एजेंसी, उनवल
Published by: रोहित सिंह
Updated Wed, 17 Dec 2025 04:28 PM IST
सार
प्रधानाध्यापिका रीता आर्या का आरोप है कि उन्हें जबरन चार्ज हटाने के लिए साजिश रची जा रही है। उनका कहना है कि रसोइया गुंजा देवी जानबूझकर खराब चावल से भोजन बनाती है और मना करने पर स्टाफ को भड़काती है।
विज्ञापन
मारपीट का वायरल फोटो
- फोटो : स्त्रोत- सोशल मीडिया
विज्ञापन
विस्तार
खजनी क्षेत्र अंतर्गत उसवा बाबू स्थित एक उच्च माध्यमिक विद्यालय से जुड़ा मामला इन दिनों जिलेभर में चर्चा का विषय बना हुआ है। शिक्षा का मंदिर कहे जाने वाले विद्यालय में मिड-डे मील को लेकर शुरू हुआ विवाद देखते ही देखते ‘अखाड़े’ में तब्दील हो गया। रसोइया और प्रधानाध्यापिका के बीच हुई मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
मंगलवार को विद्यालय में बच्चों के लिए बने मध्यान्ह भोजन में कीड़े पाए जाने का आरोप है। भोजन देखकर कई बच्चों ने खाना लेने से इनकार कर दिया। जब प्रधानाध्यापिका रीता आर्या ने रसोइया से इस बारे में पूछा तो विवाद बढ़ गया। आरोप है कि इसी बात को लेकर दोनों के बीच कहासुनी हुई, जो देखते ही देखते हाथापाई में बदल गई। घटना के दौरान बच्चे तमाशबीन बने रहे।
Trending Videos
मंगलवार को विद्यालय में बच्चों के लिए बने मध्यान्ह भोजन में कीड़े पाए जाने का आरोप है। भोजन देखकर कई बच्चों ने खाना लेने से इनकार कर दिया। जब प्रधानाध्यापिका रीता आर्या ने रसोइया से इस बारे में पूछा तो विवाद बढ़ गया। आरोप है कि इसी बात को लेकर दोनों के बीच कहासुनी हुई, जो देखते ही देखते हाथापाई में बदल गई। घटना के दौरान बच्चे तमाशबीन बने रहे।
विज्ञापन
विज्ञापन
प्रधानाध्यापिका रीता आर्या का आरोप है कि उन्हें जबरन चार्ज हटाने के लिए साजिश रची जा रही है। उनका कहना है कि रसोइया गुंजा देवी जानबूझकर खराब चावल से भोजन बनाती है और मना करने पर स्टाफ को भड़काती है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि रसोइया उन पर ईसाई धर्म अपनाने का दबाव बनाती है और विद्यालय छोड़कर धर्म प्रचार में चली जाती है। प्रधानाध्यापिका के अनुसार, जातिगत षड्यंत्र के तहत उनके खिलाफ मारपीट कर वीडियो बनवाया गया ताकि उन्हें हटाया जा सके।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि रसोइया उन पर ईसाई धर्म अपनाने का दबाव बनाती है और विद्यालय छोड़कर धर्म प्रचार में चली जाती है। प्रधानाध्यापिका के अनुसार, जातिगत षड्यंत्र के तहत उनके खिलाफ मारपीट कर वीडियो बनवाया गया ताकि उन्हें हटाया जा सके।
वहीं, सहायक शिक्षिका श्रद्धा शुक्ला ने प्रधानाध्यापिका पर तानाशाही रवैया अपनाने और स्टाफ को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि आए दिन विद्यालय में विवाद होता रहता है और हाल ही में भी प्रधानाध्यापिका द्वारा मारपीट की गई, जिसका वीडियो वायरल हुआ था। श्रद्धा शुक्ला के अनुसार, भोजन में कीड़े मिलने को लेकर दोनों पक्षों में हाथापाई हुई।
सूत्रों के मुताबिक, विद्यालय में जिम्मेदारियों को लेकर लंबे समय से तनातनी चल रही थी और मिड-डे मील में कीड़े मिलने की घटना ने आग में घी डालने का काम किया।
सूत्रों के मुताबिक, विद्यालय में जिम्मेदारियों को लेकर लंबे समय से तनातनी चल रही थी और मिड-डे मील में कीड़े मिलने की घटना ने आग में घी डालने का काम किया।
इस पूरे मामले पर खंड शिक्षा अधिकारी सावन दुबे ने घटना को बेहद निंदनीय बताया। उन्होंने कहा कि शिक्षा के मंदिर में इस तरह की घटनाएं शर्मनाक हैं। रसोइया और प्रधानाध्यापिका—दोनों के खिलाफ कार्रवाई के लिए रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जा रही है। कई बार समझाने के बावजूद स्थिति में सुधार नहीं हुआ, जिससे विद्यालय का माहौल लगातार खराब हो रहा है।
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि यह विवाद सुनियोजित तरीके से वीडियो वायरल कर दबाव बनाने का प्रयास था या फिर विभागीय लापरवाही ने हालात को यहां तक पहुंचा दिया? फिलहाल इस टकराव की सबसे बड़ी कीमत विद्यालय के छात्र-छात्राओं को चुकानी पड़ रही है, जिनकी पढ़ाई और अनुशासन इस विवाद की भेंट चढ़ता नजर आ रहा है।
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि यह विवाद सुनियोजित तरीके से वीडियो वायरल कर दबाव बनाने का प्रयास था या फिर विभागीय लापरवाही ने हालात को यहां तक पहुंचा दिया? फिलहाल इस टकराव की सबसे बड़ी कीमत विद्यालय के छात्र-छात्राओं को चुकानी पड़ रही है, जिनकी पढ़ाई और अनुशासन इस विवाद की भेंट चढ़ता नजर आ रहा है।
