मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आर्थिक तंगी की वजह से किसी भी जरूरतमंद का इलाज नहीं रुकना चाहिए। इलाज के लिए आर्थिक सहायता से जुड़े प्रार्थना पत्रों पर तत्काल निर्णय लिया जाए। फाइल शासन को भेजी जाए। मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से सहायता दी जाएगी।
PHOTOS: जनता दरबार में सीएम योगी ने सुनी फरियाद, बोले- इलाज में आर्थिक तंगी नहीं बननी चाहिए बाधा
इस पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि आयुष्मान योजना के तहत पात्रता रखने वालों के कार्ड बनवाए जाएं। कोई पात्र छूटना नहीं चाहिए। मुख्यमंत्री ने जोन, मंडल व जिला स्तरीय अधिकारियों से कहा कि इलाज के लिए सहायता मांगने के मामलों में संवेदनशीलता बरती जाए। मुख्यमंत्री एक-एक फरियादी के पास गए और शिकायती पत्र लेकर प्रभावी कार्रवाई का भरोसा दिलाया।
जनता दरबार में आई कुछ महिला फरियादियों के छोटे बच्चों को उन्होंने चाकलेट देकर दुलार भी किया। इस दौरान कमिश्नर रवि कुमार एनजी, डीएम कृष्णा करूणेश, एसएसपी डॉ गौरव ग्रोवर समेत कई अधिकारी मौजूद रहे।
साहब! दबंगों ने बांस-बल्ली लगाकर सार्वजनिक रास्ता बंद कर दिया
सहजनवां से आए राम हौसिला ने शिकायत की कि दबंगों ने बांस-बल्ली लगाकर सार्वजनिक रास्ता बंद कर दिया। देवरिया जिले से पहुंचे संतोष कुमार गोंड़ ने कहा कि उसके वार्ड संख्या आठ में कुछ दबंग व्यक्तियों ने नाला और सड़क पर अतिक्रमण कर लिया है, जिससे उनके घर के पास गंदा पानी एकत्र हो रहा है। संक्रामक रोग का खतरा है लेकिन संबंधित विभाग कोई सुनवाई नहीं कर रहा।
गाजीपुर जिले के ग्राम बैदहा निवासी कालिका ने बताया कि उनके गांव में 1960 में चकबंदी हुई थी। इसके बाद दोबारा नहीं हुई। खेती और फसल सिंचाई में किसानों को मुश्किल उठानी पड़ती है। लंबे समय से किसान चकबंदी की मांग कर रहे हैं कोई सुनवाई नहीं हो रही। मुख्यमंत्री ने सभी फरियादियों को आश्वस्त किया कि जल्द ही उनके मामलों में प्रभावी कार्रवाई की जाएगी।
