गोरखपुर जिले में शहर से लेकर देहात तक ताबड़तोड़ चेन छिनैती की वारदात को अंजाम देने वाले तीन बदमाशों को पुलिस ने दबोच लिया है। पुलिस के मुताबिक, पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि लॉकडाउन में काम छूट गया तो आर्थिक तंगी दूर करने के लिए वे चेन लूट की वारदात करने लगे।
तस्वीरें: लॉकडाउन में काम छूटा तो करने लगे चेन स्नैचर, एक गलती से हुआ पर्दाफाश
आरोपियों के पास से सोने की चेन, चोरी की बाइक, तमंचा और दस हजार रुपये नकद बरामद हुए हैं। पुलिस के मुताबिक, बरामद रकम आरोपियों को एक चेन को बेचने से मिली। पीपीगंज के जिस सराफा कारोबारी को चेन बेची गई है, उसे भी पुलिस ने आरोपी बनाया है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।
पकड़े गए आरोपियों की पहचान चिलुआताल थाना क्षेत्र के प्रतापपुर निवासी मोनू भारती, पीपीगंज के भगवानपुर निवासी विष्णु कुमार और कैंपियरगंज के नूरुद्दीन चक निवासी नागेंद्र चौहान के रूप में हुई है। एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि इसमें से दो आरोपित विष्णु और मोनू इसके पहले कभी किसी मामले में जेल नहीं गए हैं।
एसएसपी ने बताया कि सीसी टीवी फुटेज में मिली आरोपियों की तस्वीर को सोशल मीडिया पर वायरल किया गया था। चार दिन पहले आरोपी कैंपियरगंज में देखे गए तो डायल 100 के पुलिस वालों ने पीछा किया, मगर तब ये बचकर निकल गए थे। पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम इनकी गिरफ्तारी के लिए लगी हुई थी। इसी बीच कैंपियरगंज इलाके में आरोपी फिर नजर आए तो पुलिस ने घेराबंदी कर पकड़ लिया।
एसएसपी ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों ने शाहपुर, कैंपियरगंज, गुलहरिया, चिलुआताल और गोरखनाथ इलाके में लूट की घटनाओं को अंजाम दिया था। एसएसपी ने बताया कि जल्द ही सराफा कारोबारी के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। गिरफ्तारी करने वाली टीम में शामिल पुलिस वालों को 25 हजार रुपये इनाम देने की भी घोषणा की गई। प्रेस कांफ्रेंस में एसपी सिटी डॉ कौस्तुभ, एसपी नार्थ अरविंद पांडेय आदि भी मौजूद रहे।
टीम को डीजीपी पुरस्कार के लिए होगी सिफारिश
एसएसपी ने बताया के हाल के दिनों में जो भी घटनाएं हुईं, उसके पर्दाफाश में क्राइम ब्रांच की टीम का अहम योगदान रहा है। टीम के उन सदस्यों का नाम डीजीपी एवार्ड के लिए भी भेजा जाएगा। एसएसपी ने बताया कि जिन पुलिस वालों ने कैंपियरगंज में इन बदमाशों को पकड़ने की कोशिश की थी, उन्हें भी सम्मानित किया जाएगा।
पुलिस की ओर से चेन लूट की घटनाओं का फुटेज और आरोपितों की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल किया गया था। वीडियो वायरल होने के बाद से ही आरोपितों ने लूट करनी बंद कर दी थी।
गैंगस्टर लगेगा, साथियों की भी तलाश
एसएसपी ने बताया कि आरोपितों के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की जाएगी। साथ ही इसकी भी जांच की जा रही है कि इनके कहीं कोई और साथी तो नहीं, जो इस तरह के अपराध में शामिल हैं। आरोपितों के मोबाइल फोन को सर्विलांस पर लगाया गया है।