{"_id":"69549d282057aaa2870849c8","slug":"children-books-were-sold-to-scrap-dealers-for-12-per-kg-from-government-school-in-lucknow-2025-12-31","type":"photo-gallery","status":"publish","title_hn":"किताबें कबाड़ी की: सरकारी स्कूल में 12 रुपये किलो में बिक गई बच्चों की पढ़ाई, ऐसे उठा काले कारनामे से पर्दा","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
किताबें कबाड़ी की: सरकारी स्कूल में 12 रुपये किलो में बिक गई बच्चों की पढ़ाई, ऐसे उठा काले कारनामे से पर्दा
अमर उजाला नेटवर्क, लखनऊ
Published by: भूपेन्द्र सिंह
Updated Wed, 31 Dec 2025 09:20 AM IST
सार
राजधानी में सरकारी स्कूल में बच्चों की किताबें 12 रुपये किलो में कबाड़ी को बेच दी गईं। ग्रामीणों ने देखा तो उसे पकड़ लिया। इसके बाद मामले की शिकायत बीएसए से की गई। आगे पढ़ें पूरा मामला...
विज्ञापन
1 of 5
लखनऊ में बच्चों की किताबें कबाड़ी को बेची गई।
- फोटो : अमर उजाला/संवाद न्यूज एजेंसी
राजधानी लखनऊ में मोहनलालगंज के प्राथमिक विद्यालय नेवाजखेड़ा में शिक्षा व्यवस्था को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। बच्चों को बांटी जाने वाली नई कार्यपुस्तिकाएं कबाड़ में बेच दी गईं।
मंगलवार को विद्यालय पहुंचे प्रधानाध्यापक रविंद्र गुप्ता ने सर्दियों में स्कूल बंद होने का फायदा उठाते हुए करीब डेढ़ क्विंटल कार्यपुस्तिकाएं 12 रुपये प्रति किलो के हिसाब से कबाड़ी को बेच दीं।
Trending Videos
2 of 5
लखनऊ में बच्चों की किताबें कबाड़ी को बेची गई।
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
कबाड़ी जब बोरियों में किताबें भरकर ठेलिया से निकल रहा था, तभी ग्रामीणों ने उसे दौड़ाकर पकड़ लिया। ग्रामीणों ने बोरियों में भरी पुस्तकों का वीडियो भी बनाया, जिसके बाद मामला अधिकारियों तक पहुंचा। जांच में आरोप सही पाए गए हैं।
विज्ञापन
विज्ञापन
3 of 5
लखनऊ में बच्चों की किताबें कबाड़ी को बेची गई।
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
खंड शिक्षा अधिकारी सुशील कुमार सिंह ने बताया कि पूरे प्रकरण की रिपोर्ट बेसिक शिक्षा अधिकारी को भेज दी गई है।
4 of 5
लखनऊ में बच्चों की किताबें कबाड़ी को बेची गई।
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
कार्यपुस्तिका क्यों जरूरी
प्राथमिक विद्यालयों में पाठ्यपुस्तकों के साथ कार्यपुस्तिका देना अनिवार्य है। इसका उद्देश्य बच्चों को पढ़ाए गए पाठ का अभ्यास कराना और सोचने-समझने की क्षमता विकसित करना है।
विज्ञापन
5 of 5
सरकारी स्कूल(सांकेतिक)
- फोटो : अमर उजाला
सत्र शुरू होते ही वितरण का नियम
नियम के मुताबिक ये पुस्तकें सत्र की शुरुआत में ही बच्चों को दी जानी होती हैं, लेकिन यहां इन्हें बच्चों तक पहुंचने से पहले ही कबाड़ में तौल दिया गया।
मामले का संज्ञान लिया गया है। जांच के बाद दोषी प्रधानाध्यापक के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। - विपिन कुमार, बीएसए
रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे| Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.
विज्ञापन
विज्ञापन
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।