तीन दिन तक आगरा क्षेत्र के तीन वेटलैंड (आर्द्रभूमि) पर चली जलीय पक्षियों की गणना का काम पूरा हो गया। इसमें सूर सरोवर पक्षी विहार पर जलीय पक्षियों की संख्या बीते साल से कम दर्ज की गई, जबकि पास के जोधपुर झाल में जलीय पक्षियों की संख्या में इजाफा हुआ है। सूर सरोवर पक्षी विहार में नॉर्दन शॉवलर और पेलिकन की संख्या सबसे ज्यादा पाई गईं।
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एशियाई जलीय पक्षी गणना-2022: मथुरा के जोधपुर झाल पर बढ़े जलीय पक्षी, आगरा के सूर सरोवर में घटे
अमर उजाला ब्यूरो, आगरा
Published by: मुकेश कुमार
Updated Tue, 25 Jan 2022 02:47 PM IST
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सूर सरोवर में जलीय पक्षी
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सूर सरोवर में जलीय पक्षी
- फोटो : अमर उजाला
सूर सरोवर पर नॉर्दन शॉवलर, पेलिकन ज्यादा
सूर सरोवर पक्षी विहार में 60 प्रजातियों की पहचान की गई। इनमें 32 प्रवासी और 28 अप्रवासी हैं। यहां नॉर्दन शॉवलर 572 और पेलिकन 424 पाए गए। इसके अलावा कॉमन टील 255, बार हेडेड गूज 154, टैमिनिक स्टिंट 81 और नॉर्दन पिनटेल 50 रहीं। जोधपुर झाल में 51 प्रजातियां पाईं गईं। इनमें 29 प्रवासी, 22 स्थानीय प्रजातियां पाई गईं। समान पक्षी विहार में 49 प्रजातियों में से 27 प्रवासी और 25 स्थानीय प्रजातियां थीं।
सूर सरोवर पक्षी विहार में 60 प्रजातियों की पहचान की गई। इनमें 32 प्रवासी और 28 अप्रवासी हैं। यहां नॉर्दन शॉवलर 572 और पेलिकन 424 पाए गए। इसके अलावा कॉमन टील 255, बार हेडेड गूज 154, टैमिनिक स्टिंट 81 और नॉर्दन पिनटेल 50 रहीं। जोधपुर झाल में 51 प्रजातियां पाईं गईं। इनमें 29 प्रवासी, 22 स्थानीय प्रजातियां पाई गईं। समान पक्षी विहार में 49 प्रजातियों में से 27 प्रवासी और 25 स्थानीय प्रजातियां थीं।
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जोधपुर झाल में पक्षी
- फोटो : अमर उजाला
जोधपुर झाल पर कॉमन टील, बार हेडेड गूज ज्यादा
जोधपुर झाल पर कॉमन टील 434, बार हेडेड गूज 192, यलो वेगटेल 55, रफ 42, गेडवाल 34 और नॉर्दन शोवलर 25 की संख्या पाई गई। इसके अलावा स्पून-बिल, नोर्दन पिनटेल, पेन्टेड स्टार्क, रूडी शेल्डक व ब्लैक टेल्ड गोडविट भी रिकॉर्ड किए गए। जोधपुर झाल पर पिछली साल से प्रजातियों व संख्या में वृद्धि दर्ज की गई है।
जोधपुर झाल पर कॉमन टील 434, बार हेडेड गूज 192, यलो वेगटेल 55, रफ 42, गेडवाल 34 और नॉर्दन शोवलर 25 की संख्या पाई गई। इसके अलावा स्पून-बिल, नोर्दन पिनटेल, पेन्टेड स्टार्क, रूडी शेल्डक व ब्लैक टेल्ड गोडविट भी रिकॉर्ड किए गए। जोधपुर झाल पर पिछली साल से प्रजातियों व संख्या में वृद्धि दर्ज की गई है।
कीठम झील में जलीय पक्षी
- फोटो : अमर उजाला
कीठम में इस साल कम पक्षी पहुंचे
पारिस्थितिकी विशेषज्ञ टीके रॉय ने बताया कि जोधपुर झाल और समान पक्षी विहार में जलीय प्रजातियों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जबकि सूर सरोवर में कमी पाई गई। इस बार सूर सरोवर की कीठम झील में बीते साल से कम पक्षी पहुंचे हैं।
पारिस्थितिकी विशेषज्ञ टीके रॉय ने बताया कि जोधपुर झाल और समान पक्षी विहार में जलीय प्रजातियों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जबकि सूर सरोवर में कमी पाई गई। इस बार सूर सरोवर की कीठम झील में बीते साल से कम पक्षी पहुंचे हैं।
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कीठम झील में प्रवासी पक्षी
- फोटो : अमर उजाला
संख्या में अंतर के स्थानीय कारण
पक्षी विशेषज्ञ डॉ. केपी सिंह ने कहा कि प्रवासी पक्षियों का माइग्रेशन सेंट्रल एशियन फ्लाई वे से होता है। सूर सरोवर पक्षी विहार, जोधपुर झाल और समान पक्षी विहार इसी फ्लाई वे के रूट पर है। स्थानीय कारकों के कारण इनकी संख्या में कमी और बढ़ोतरी हुई है।
पक्षी विशेषज्ञ डॉ. केपी सिंह ने कहा कि प्रवासी पक्षियों का माइग्रेशन सेंट्रल एशियन फ्लाई वे से होता है। सूर सरोवर पक्षी विहार, जोधपुर झाल और समान पक्षी विहार इसी फ्लाई वे के रूट पर है। स्थानीय कारकों के कारण इनकी संख्या में कमी और बढ़ोतरी हुई है।
