कानपुर के विनायकपुर में एलएलबी छात्र पर हमले के मामले में गुरुदेव चौकी इंचार्ज सचिन भाटी को मंगलवार रात निलंबित कर दिया गया। उनके खिलाफ विभागीय जांच के निर्देश हुए हैं, जबकि थाना प्रभारी मनोज मिश्रा समेत अन्य पुलिसकर्मियों को फटकार लगाई गई है। यह कार्रवाई एडीसीपी पश्चिम कपिल देव सिंह की रिपोर्ट के बाद हुई।
केशवपुरम निवासी एलएलबी छात्र अभिजीत सिंह पर 25 अक्तूबर की रात करीब दस बजे चापड़ से हमला हो गया था। वह विनायकपुर स्थित मेडिकल स्टोर से दवा लेने गया था। हमले में उसके हाथ की दो अंगुलियां और पेट कटने से आंतें बाहर निकल आईं थीं। पुलिस ने अभिजीत सिंह पर ही रंगदारी मांगने और मारपीट करने की रिपोर्ट दर्ज कर ली थी।
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विनायकपुर के मेडिकल स्टोर में पिस्टल के साथ नजर आ रहा अभिजीत सिंह
- फोटो : amar ujala
जांच में पुलिस की लापरवाही मिली
इसके बाद में उसके मामा ने मेडिकल स्टोर संचालक अमर सिंह, उसके भाई विजय सिंह, प्रिंस राज श्रीवास्तव और निखिल के खिलाफ एफआईआर कराई थी। प्रारंभिक जांच में पुलिस की लापरवाही सामने मिली थी। घटना की रात कुछ युवक घायल अभिजीत को लेकर गुरुदेव पुलिस चौकी ले गए। वहां पुलिस ने उसके खिलाफ ही एफआईआर दर्ज कर दी थी।
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एडीसीपी पश्चिम कपिल देव सिंह ने घटना स्थल मेडिकल स्टोर के आसपास लोगों से की पूछताछ।
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16 घंटे बाद पहुंची थी पुलिस
कॉलोनी के लोगों के मुताबिक घटना के 16 घंटे बाद रविवार दोपहर करीब तीन बजे पुलिस जांच करने आई थी। अधिकारियों ने गुरुदेव चौकी इंचार्ज सचिन भाटी और रावतपुर थाना प्रभारी मनोज मिश्रा से घटनाक्रम पूछा तो सही जानकारी नहीं दी। एडीसीपी पश्चिम कपिल देव सिंह ने जांच रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को सौंप दी। इसके बाद चाैकी इंचार्ज सचिन भाटी को निलंबित कर दिया गया। पुलिस अमर सिंह, विजय सिंह और निखिल को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है जबकि प्रिंस राज श्रीवास्तव फरार है।
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एडीसीपी पश्चिम कपिल देव सिंह ने घटना स्थल मेडिकल स्टोर के आसपास लोगों से की पूछताछ।
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सीसीटीवी फुटेज में अभिजीत पिस्टल लिए हुए दिखा
पुलिस लड़ाई की असली वजह तलाश रही है। थाना प्रभारी को डीवीआर लाने के साथ घटना का पूरा सीसीटीवी फुटेज हासिल करने का टास्क दिया गया है। पुलिस को सात सेकेंड का एक वीडियो मिला है जिसमें अभिजीत सिंह मेडिकल स्टोर पर पिस्टल लेकर जाते हुए नजर आ रहा है। उसके दाहिने हाथ में चोट लगी हुई है जिससे उसका पहले कहीं विवाद होने की बात सामने आ रही है।
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अस्पताल में भर्ती घायल
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पुलिस कमिश्नर से लगाई न्याय की गुहार
अभिजीत के पिता अनिल सिंह ने मंगलवार को पुलिस कमिश्नर से न्याय की गुहार लगाई। उन्होंने पुलिस की कार्य प्रणाली पर सवाल उठाए। पीड़ित ने आरोप लगाया कि पुलिस आरोपियों के इशारे पर काम कर रही है। बेटे को बुरी तरह मारा इसके बाद उसके खिलाफ ही रिपोर्ट दर्ज करा दी। मां नीलम का रो-रोकर बुरा हाल है। मंगलवार को रावतपुर पुलिस ने अभिजीत सिंह के ऊपर लगी रंगदारी मांगने की धारा को हटा दिया है। मारपीट करने की धारा लगी हुई है।