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बेबसी: सिस्टम से हारे ग्रामीण खुद बनाने लगे रिंद नदी पर पुल, 25 वर्षों में मिली सिर्फ नाकामी

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, घाटमपुर Published by: शिखा पांडेय Updated Sat, 06 Feb 2021 12:47 AM IST
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Villagers started building bridges on Rind river themselves
रिंद नदी में बिजली के टूटे खंभे और लकड़ी की मदद से पुल बनाते ग्रामीण - फोटो : अमर उजाला
भीतरगांव में बीते 25 सालों से एक अदद पुल की मांग को लेकर सांसद, विधायक और अफसरों से गुहार लगाते थक चुके उदईपुर, गुगुरा, पालपुर और पासी का डेरा के बाशिंदों ने खुद ही पुल बनाने की ठान ली है। पुल बनाने में लगे आधा सैकड़ा ग्रामीणों के चेहरे में खुशी झलक रही थी।
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Villagers started building bridges on Rind river themselves
रिंद नदी में बिजली के टूटे खंभे और लकड़ी की मदद से पुल बनाते ग्रामीण - फोटो : अमर उजाला
भीतरगांव विकास खंड क्षेत्र के उदईपुर और पासी का डेरा गांवों के बीच रिंद नदी में एक पक्के पुल निर्माण की मांग पिछले ढाई दशक से ग्रामीण कर रहे हैं। तीन साल पहले बिजली के टूटे खंभे लगाकर पुल बनाया जा रहा था लेकिन तत्कालीन नरवल एसडीएम ने जल्द ही पुल का प्रस्ताव भेजने की बात कही थी।

 
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रिंद नदी में बिजली के टूटे खंभे और लकड़ी की मदद से पुल बनाते ग्रामीण - फोटो : अमर उजाला
इसके बाद काम रोक दिया गया। पर पुल नहीं बना। पुल नहीं होने से बारिश के महीनों में उफनाई नदी के चलते ग्रामीणों को अपने खेतों में आने जाने के लिए 15 किलोमीटर का चक्कर लगाकर जाना पड़ता है। ग्रामीण सर्दी में बर्फीले पानी के बीच नदी पार करते हैं।
Villagers started building bridges on Rind river themselves
रिंद नदी में बिजली के टूटे खंभे और लकड़ी की मदद से पुल बनाते ग्रामीण - फोटो : अमर उजाला
उदईपुर गांव निवासी पूर्व प्रधान राधिकाचरन कहार, राजेंद्र पासी, अजीत यादव ने बताया कि सरकारी उम्मीद छोड़ खुद की मेहनत और हौसले से रिंद नदी पर लकड़ी का पुल का निर्माण किया जा रहा है। गांवों के लोग चंदा भी जुटा रहे हैं।
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रिंद नदी में बिजली के टूटे खंभे और लकड़ी की मदद से पुल बनाते ग्रामीण - फोटो : अमर उजाला
नदी में पुल के आधार को मजबूत करने के लिए आंधी से खेतों में टूटे पड़े बिजली के खंभों को ट्रैक्टर व हाइड्रा मशीन से नदी में गहरे गड्ढे खोद कर समानांतर खड़े कर दिए हैं। जुगाड़ पुल तकरीबन 60 मीटर लंबा और 6 फीट चौड़ा है। यूकेलिप्टस की बल्लियों से पटाव बनाया है। निकलते वक्त कोई नदी में न गिरे, इसके लिए नदी के दोनों तरफ बल्लियां लगाकर तार से कसावट की गई है।

प्रदेश के उपमुख्यमंत्री व लोकनिर्माण विभाग के मंत्री केशव प्रसाद मौर्य से मिलकर पासी का डेरा और उदईपुर गांवों के बीच रिंद नदी पर पुल निर्माण के संबंध में आग्रह कर प्रस्ताव पास कराएंगे। - अभिजीत सिंह सांगा, विधायक, बिठूर विधानसभा

वर्ष 2013 में ग्रामीणों ने मुझसे नदी पर पुल बनवाने की मांग की थी। तब से यह मामला मेरे संज्ञान में है। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से मिलकर यह मामला उनके सामने रखा जाएगा।  - उपेंद्र पासवान, विधायक घाटमपुर विधानसभा

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