Eid 2025: माह ए रमजान मुकम्मल होने के बाद मुस्लिम समुदाय ने सोमवार को ईद का जश्न मनाया। शहर की ईदगाह और मस्जिदें अकीदतमंदों से दोपहर तक गुलजार रहीं। 12 ईदगाह और 500 मस्जिदों पर ईद की नमाज अदा की गई। वहीं, लाटसरैयां पर कुंड पर प्रवेश नहीं मिलने के कारण बाहर ही नमाज पढ़ी गई। इसी के साथ ईद का सप्ताह भर चलने वाला महापर्व शुरू हो गया।
सोमवार को इबादतगुजारों ने ईदगाह और मस्जिदों में रब के सामने सिर झुकाया। सभी ने देश की तरक्की और अमन की दुआ के लिए खुदा की बारगाह में हाथ उठाए। सुबह 6 बजे से 10.30 बजे के बीच ईद की नमाज मोमिनीन ने अकीदत के साथ अदा की। मस्जिदों और ईदगाहों के आस-पास मेले सा माहौल रहा।
नमाज के दाैरान रही तगड़ी सुरक्षा
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अमन-चैन की दुआ में उठे हाथ।
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नमाज पूरी होते ही एक-दूसरे से गले मिलकर सभी ने ईद की मुबारकबाद दी। बड़ों ने छोटों को ईदी दी तो किसी ने फितरे की रकम तो किसी ने सदका और खैरात देकर गरीबों की मदद की। शाही मस्जिद ज्ञानवापी में मौलाना अब्दुल आखिर नोमानी और जामा मस्जिद नदेसर में मौलाना मजहरुल हक ने नमाज अदा कराई।
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बच्चाें ने मनाई ईद की खुशियां।
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ज्ञानवापी और लाटसरैयां में कड़ी सुरक्षा के बीच नमाज अदा की गई। मस्जिद बुलाकी शहीद अस्सी, मस्जिद नईबस्ती गौरीगंज, मस्जिद हबीबिया गौरीगंज, आलमगीर मस्जिद धरहरा, मस्जिद कुश्ताबेगम, मस्जिद मदीना, मस्जिद गौसिया, मस्जिद ताराशाह, मस्जिद छित्तनपुरा इमलिया तले, मस्जिद नूरैन समेत शहर और आस-पास की कई मस्जिदों में ईदुल फितर की नमाज अकीदत के साथ अदा की गई।
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पुलिस अफसर ने दिखाया दुलार।
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लोहता, लालपुर, कोटवा, बाबतपुर, रामनगर, मिल्कीपुर आदि ग्रामीण इलाकों में भी खुशियां मनाई गईं। लाट सरैयां में ईद की नमाज होने के बाद चौदहों के सरदार मकबूल हसन, हाजी मो. सुहैल ने सभी को ईद की मुबारकबाद दी। नमाज के बाद लोगों ने शहर के कब्रिस्तानों में वलियों, बुजुर्गों और अपने पुरखों के दर पर फातिहा पढ़ी।
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नमाज अदा करते अकीदतमंद।
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टकटकपुर, हुकुलगंज, मदनपुरा, रेवड़ीतालाब, बजरडीहा, जलालीपुरा, गौरीगंज, फातमान में आस्ताने पर हाजिरी लगाई गई। हजरत लाटशाही बाबा, चंदन शहीद, हजरत याकूब शहीद, बहादुर शहीद, हजरत शाह तैय्यब बनारसी, हरदाम शाह बाबा, हजरत शाह मूसा व पीर आले शाह बाबा आदि के आस्ताने पर भी अकीतदमंदों का हुजूम उमड़ा।