उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल क्षेत्र में बारिश 'राहत' नहीं बल्कि 'आफत' बन कर बरस रही है। लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। जहां निचले इलाकों में पानी भरने लगा है, वहीं जगह-जगह पेड़, खंभे और सैकड़ों मकान गिरने जैसी घटनाएं भी हो रही हैं। जिसमें अब तक 15 लोगों की जान जा चुकी है। इस 'आफत की बारिश' की तस्वीरें देखें आगे की स्लाइड्स में...
पूर्वांचल में हो रही 'आफत की बारिश', अब तक गई 15 लोगों की जान, सैकड़ों मकान जमींदोज
आजमगढ़ में शुक्रवार रात नौ बजे शुरू हुई चक्रवाती बारिश ने जमकर तबाही मचाई है। दीदारगंज थाना के पूक (पुष्पनगर) निवासी सूर्यनाथ मिश्र (80) पुत्र स्व.सुदामा की मड़ई गिरने से जान चली गई। वहीं अतरौलिया के मनवरपुर ग्राम मे खरपत्ती (69) पत्नी राम निहोर की रिहायसी मंडई गिर जाने से मौके पर ही मौत हो गई। उधर, रौनापार थाना क्षेत्र के हैदराबाद गांव के प्रियांशु यादव (11) पुत्र सुरेश यादव की शुक्रवार रात मंडई गिरने दबकर मौत हो गई। गंभीरपुर थाना क्षेत्र के ग्राम दयालपुर में कच्चे मकान की दीवार गिरने से गायत्री (65) पुत्र रामनाथ, जीत नारायण (35) पुत्र गायत्री, आदित्य यादव (10) और अर्पित यादव (8) पुत्र जीत नारायण दब गए। जिसमें अर्पित की मौत हो गई और अन्य घायलों का इलाज चल रहा है। इसके पहले गुरुवार सुबह आजमगढ़ के मुबारकपुर थाने के कुकुरसंडा गांव में कच्चे मकान की दीवार गिरने से तकदीर अली(65) की मौत हो गई।
मऊ में शुक्रवार की शाम अचानक शुरु हुई बरसात का असर पूरे जिले में देखने को मिला। मधुबन के तालरतोय गांव में एक मकान ढहने से लीलावती पत्नी सुदर्शन की मलबे में दबकर मौत हो गई, जबकि सुर्दशन गंभीर रूप से घायल हो गए। वहीं, कोपागंज में एक बालक नाले की तेज धारा में आकर बह गया। 20 मकान ढह चुके हैं। साथ ही बिजली सप्लाई के साथ संचार व्यवस्था भी पूरी तरह से ध्वस्त हो गई। वहीं, शनिवार को सीएचसी मुहम्मदाबाद गोहना पूरी तरह से जलमग्न हो गया। इसके अलावा जिला अस्पताल में बने आवासीय भवन, कलेक्ट्रेट, आरटीओ दफ्तर, बिजली विभाग, स्टेडियम सहित अन्य सरकारी गैर सरकारी भवनों में पानी भर गया। मुहम्मदाबाद गोहना में मौजूद एक इलेक्ट्रानिक सामानों की दुकान में पानी भरने से करीब 40 लाख रुपये का नुकसान हुआ है।
बलिया में तेज बारिश से हर तरफ जलभराव की स्थिति देखने को मिल रही है। एक दर्जन से अधिक कच्चे मकान ढह गए हैं। वहीं, घाघरा नदी के उफान पर होने से गांव के लोग स्थानीय प्राथमिक विद्यालय में रहने को मजबूर हैं। शुक्रवार रात को आंधी तूफान के साथ हुई बारिश के चलते सड़कों पर कई पेड़ और बिजली के पोल टूट कर गिर गए हैं जिससे जगह-जगह आवागमन बाधित रहा।
जौनपुर जिले में बारिश की वजह से अब तक 100 से अधिक मकान गिर चुके हैं। वहीं, 50 से अधिक पशुओं की मौत हो चुकी है। खेतासराय के मनेछा गांव में मकान ढहने से अमरावती (55) समेत दो लोगों की जान चली गई। ग्रामीण अंचल के प्राथमिक स्कूलों में पानी भरने से पठन पाठन बाधित है। शहर के कई मोहल्लों में भी पानी सड़कों पर भर गया है।