प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ धाम आकार लेने लगा है। उन्होंने मार्च 2019 में इसका का शिलान्यास किया था। इस कॉरिडोर के जरिए गंगा नदी के ललिता घाट से काशी विश्वनाथ मंदिर सीधे जुड़ रहा है। श्रद्धालु गंगा में स्नान करने के बाद वहीं से सीधे बाबा दरबार में हाजिरी लगाने जा सकेंगे। साथ ही गंगा में स्नान करने के दौरान ही काशी विश्वनाथ मंदिर को निहार सकेंगे।
वाराणसी: पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ धाम लेने लगा आकार, देखें तस्वीरें
फिनिशिंग का काम जारी
विश्वनाथ कॉरीडोर करीब 50260 वर्ग मीटर में बनकर तैयार हो रहा है। मंदिर चौक के बाहर की सभी 24 भवनों की इमारतें खड़ी हो गई हैं। अब फिनिशिंग का काम किया जा रहा है। नक्काशीदार इमारतों और खंभों के बीच में गर्भगृह और स्वर्णशिखर दिखाई दे रहा है।
संगमरमर की दीवारों पर उकेरी जा रही बाबा की कथा
कॉरिडोर में आने वाले श्रद्धालु अब बाबा विश्वनाथ का दर्शन के साथ ही उनकी महिमा को भी जानेंगे। उपनिषद, वेद और पुराणों के आधार पर मिली काशी के महात्म्य की जानकारी का चित्रात्मक वर्णन, श्लोक संख्या, हिंदी अनुवाद समेत सभी जानकारियां संगमरमर की दीवारों पर उकेरी जा रही है।
हाईटेक सुरक्षा से होगा लैस
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट श्रीकाशी विश्वनाथ धाम भव्य होने के साथ ही देश की हाईटेक सुरक्षा प्रणाली से भी लैस होगा। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह धाम परिसर में सुरक्षा मानकों को हाईटेक और सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखने की बात कह चुके हैं।
काशी विश्वनाथ धाम की सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने के लिए 5.43 करोड़ रुपये से उपकरण खरीदे जाएंगे। इनमें 31 डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर, 47 हैंड हेल्ड मेटल डिटेक्टर, 11 एक्स-रे बैगेज स्कैनर और 19 महिला तलाशी बूथ शामिल हैं। मंदिर परिसर में पहले से ही त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था लागू है।
