{"_id":"58a73ad94f1c1bb901d83df6","slug":"masala","type":"story","status":"publish","title_hn":"मसालों में मिलावट का खेल पकड़ा","category":{"title":"Crime","title_hn":"क्राइम ","slug":"crime"}}
मसालों में मिलावट का खेल पकड़ा
मसालों में मिलावट का खेल पकड़ा
Updated Fri, 17 Feb 2017 11:33 PM IST
विज्ञापन

मसालों में मिलावट का खेल पकड़ा
- फोटो : अमर उजाला ब्यूरो
विज्ञापन

Trending Videos
मोटे मुनाफे के खेल में मिलावटखोर लोगों की सेहत से खेल रहे हैं। मसालों में गेहूं की भूसी मिलाकर 100 प्रतिशत शुद्ध बताकर इन्हें बेच रहे हैं। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) को दयालबाग में ऐसे ही गोदाम पर मिलावटी खेल पकड़ने में सफलता मिली। यहां 25 किलोग्राम अजीनोमोटो समेत 810 किग्रा मिलावटी मसाले और 200 किग्रा भूसी जब्त की है। सात मसालों के सैंपल जांच के लिए जुटाए हैं।
सहायक आयुक्त खाद्य के नेतृत्व में स्पेशल टीम ने नगला तल्फी, दयालबाग में मैसर्स कपूर इंड्रस्टीज के गोदाम पर छापा मारा। ये गोदाम कमला नगर निवासी निशांत कपूर पुत्र गोपाल कपूर हैं। टीम को देखकर यहां भगदड़ मच गई। टीम अंदर का हाल देखकर दंग रह गई। गंदगी के बीच मसाले पिस रहे थे। पास में ही गेहूं की भूसी का ढेर लगा हुआ था। भूसी में रंग मिलाकर धनिया, मिर्च, हल्दी पाउडर तैयार किया जा रहा था। यहां से 230 किग्रा धनिया पाउडर, 60 किग्रा मिर्च पाउडर, 80 किग्रा हल्दी पाउडर, मिक्स मसाला 400 किग्रा जब्त किया गया। सहायक कमिश्नर खाद्य विनीत यादव ने बताया कि आठ कुंतल मिलावटी मसाला जब्त किया है और सात मसालों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं। टीम में मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी सर्वेश मिश्रा, खाद्य सुरक्षा अधिकारी स्वशांक सिंह और राकेश पाल रहे।
आसपास जिलों तक है सप्लाई
गोदाम में पाली बैग में भरकर 100 ग्राम, 200 ग्राम, 500 ग्राम और एक किग्रा के पैकेट तैयार किए जा रहे थे। विभागीय पूछताछ में पता चला कि आगरा के अलावा आसपास जिलों में इसकी सप्लाई है। दुकानदार, फेरी लगाकर मसाले बेचते थे।
स्वाद के लिए मिलाता था अजीनोमोटो
मिलावटी मसालों में स्वाद बढ़ाने के लिए अजीनोमोटो भी मिलाया जाता था। इसके मिलाने से मसाले यूज करने वाले इसके आदी हो जाते थे। एफएसडीए की टीम को यहां से 25 किग्रा अजीनोमोटो मिला है।
70 का मसाला 130 रुपये में
मुनाफे का खेल ऐसा कि वारे न्यारे हो जाएं। एफएसडीए की पूछताछ में पता चला कि मिलावटी मसाले बनाने में 50 से 70 रुपये लागत आती थी। इनको 100 से 130 रुपये में बेचा जाता था। धनिया, हल्दी, मिर्च पाउडर 130 रुपये प्रति किग्रा और मिक्स मसाला 100 रुपये प्रति किग्रा के हिसाब से बिक्री की जाती थी। सफेद नमक में काला रंग मिलाकर 30 रुपये प्रति किग्रा बेचा जा रहा था।
लिवर, पेट जनित बीमारियों का खतरा
एसएन मेडिकल कालेज के डा. आशीष गौतम बताते हैं कि अजीनोमोटो लीवर को प्रभावित करता है। रंगों से एलर्जी होने की संभावना है। गंदगी और भूसी से संक्रमण फैलने का खतरा रहता है। अल्सर, अपच की रहती है।
सहायक आयुक्त खाद्य के नेतृत्व में स्पेशल टीम ने नगला तल्फी, दयालबाग में मैसर्स कपूर इंड्रस्टीज के गोदाम पर छापा मारा। ये गोदाम कमला नगर निवासी निशांत कपूर पुत्र गोपाल कपूर हैं। टीम को देखकर यहां भगदड़ मच गई। टीम अंदर का हाल देखकर दंग रह गई। गंदगी के बीच मसाले पिस रहे थे। पास में ही गेहूं की भूसी का ढेर लगा हुआ था। भूसी में रंग मिलाकर धनिया, मिर्च, हल्दी पाउडर तैयार किया जा रहा था। यहां से 230 किग्रा धनिया पाउडर, 60 किग्रा मिर्च पाउडर, 80 किग्रा हल्दी पाउडर, मिक्स मसाला 400 किग्रा जब्त किया गया। सहायक कमिश्नर खाद्य विनीत यादव ने बताया कि आठ कुंतल मिलावटी मसाला जब्त किया है और सात मसालों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं। टीम में मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी सर्वेश मिश्रा, खाद्य सुरक्षा अधिकारी स्वशांक सिंह और राकेश पाल रहे।
विज्ञापन
विज्ञापन
आसपास जिलों तक है सप्लाई
गोदाम में पाली बैग में भरकर 100 ग्राम, 200 ग्राम, 500 ग्राम और एक किग्रा के पैकेट तैयार किए जा रहे थे। विभागीय पूछताछ में पता चला कि आगरा के अलावा आसपास जिलों में इसकी सप्लाई है। दुकानदार, फेरी लगाकर मसाले बेचते थे।
स्वाद के लिए मिलाता था अजीनोमोटो
मिलावटी मसालों में स्वाद बढ़ाने के लिए अजीनोमोटो भी मिलाया जाता था। इसके मिलाने से मसाले यूज करने वाले इसके आदी हो जाते थे। एफएसडीए की टीम को यहां से 25 किग्रा अजीनोमोटो मिला है।
70 का मसाला 130 रुपये में
मुनाफे का खेल ऐसा कि वारे न्यारे हो जाएं। एफएसडीए की पूछताछ में पता चला कि मिलावटी मसाले बनाने में 50 से 70 रुपये लागत आती थी। इनको 100 से 130 रुपये में बेचा जाता था। धनिया, हल्दी, मिर्च पाउडर 130 रुपये प्रति किग्रा और मिक्स मसाला 100 रुपये प्रति किग्रा के हिसाब से बिक्री की जाती थी। सफेद नमक में काला रंग मिलाकर 30 रुपये प्रति किग्रा बेचा जा रहा था।
लिवर, पेट जनित बीमारियों का खतरा
एसएन मेडिकल कालेज के डा. आशीष गौतम बताते हैं कि अजीनोमोटो लीवर को प्रभावित करता है। रंगों से एलर्जी होने की संभावना है। गंदगी और भूसी से संक्रमण फैलने का खतरा रहता है। अल्सर, अपच की रहती है।