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UP: दिवाली से पहले मिडिल क्लास को बड़ा झटका, 9 से 11 प्रतिशत तक महंगे हो जाएंगे ई-वाहन
अमर उजाला न्यूज नेटवर्क, आगरा
Published by: धीरेन्द्र सिंह
Updated Tue, 14 Oct 2025 09:49 AM IST
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सार
दिवाली से पहले ई-वाहन खरीदने वालों को टैक्स का बड़ा झटका लगने जा रहा है। ई-वाहन 9 से 11 प्रतिशत तक महंगे हो जाएंगे।

इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन
- फोटो : अमर उजाला प्रिंट
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विस्तार
दिवाली से पहले इलेक्ट्रिक वाहन (ई-वाहन) खरीदने वालों को टैक्स का झटका लगा है। केंद्र सरकार ने ई-वाहन के टैक्स को 100 प्रतिशत माफ कर रखा था लेकिन यह योजना सोमवार को समाप्त हो गई। अब दिवाली या उससे पहले ई-वाहन 9 से 11 प्रतिशत तक महंगा खरीदना पड़ेगा। इसका असर ई-वाहन मार्केट पर पड़ने की संभावना है।
संभागीय परिवहन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक अब लोगों का ई-वाहनों के प्रति क्रेज कम होने लगा है। वर्ष 2023 और 2024 में लोगों ने सबसे अधिक ई-बाइकें और कारें खरीदीं। जबकि वर्ष 2025 में अक्तूबर तक यह ग्राफ 8 प्रतिशत तक गिर गया। अब तक टैक्स और पंजीकरण शुल्क बचाने के लिए लोग ई-वाहन खरीदने को प्राथमिकता दे रहे थे लेकिन यह योजना समाप्त होने से ई-वाहन मार्केट को झटका लगा है। ऐसे में धनतेरस और दिवाली पर होने वाली ई-वाहनों की बिक्री का ग्राफ कम हो सकता है। दूसरी तरफ पेट्रोल और डीजल के दो व चार पहिया वाहनों पर जीएसटी कम हुई है, जिससे यह वाहन सस्ते हुए हैं।

संभागीय परिवहन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक अब लोगों का ई-वाहनों के प्रति क्रेज कम होने लगा है। वर्ष 2023 और 2024 में लोगों ने सबसे अधिक ई-बाइकें और कारें खरीदीं। जबकि वर्ष 2025 में अक्तूबर तक यह ग्राफ 8 प्रतिशत तक गिर गया। अब तक टैक्स और पंजीकरण शुल्क बचाने के लिए लोग ई-वाहन खरीदने को प्राथमिकता दे रहे थे लेकिन यह योजना समाप्त होने से ई-वाहन मार्केट को झटका लगा है। ऐसे में धनतेरस और दिवाली पर होने वाली ई-वाहनों की बिक्री का ग्राफ कम हो सकता है। दूसरी तरफ पेट्रोल और डीजल के दो व चार पहिया वाहनों पर जीएसटी कम हुई है, जिससे यह वाहन सस्ते हुए हैं।
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वर्ष 2023 और 24 में सबसे अधिक बिके
इलेक्ट्रिक कार और बाइक की सबसे अधिक बिक्री वर्ष 2023 और 24 में हुई। इसके बाद ग्राफ लगातार गिरा है। जनवरी से अक्तूबर-23 तक करीब 3811 और जनवरी से अक्तूबर-24 तक 4457 ई-वाहनों की लोगों ने खरीदारी की। जबकि वर्ष 2022 में 651 और अक्तूबर-25 तक 556 वाहन बेचे गए हैं। इनमें कार, बाइक, मोपेड और बाइक (25 सीसी) शामिल हैं।
जनवरी से अक्तबूर 2022 तक के आंकड़े
वाहन संख्या
बाइक 487
कार 03
मोपेड 01
बाइक (25 सीसी) 160
इलेक्ट्रिक कार और बाइक की सबसे अधिक बिक्री वर्ष 2023 और 24 में हुई। इसके बाद ग्राफ लगातार गिरा है। जनवरी से अक्तूबर-23 तक करीब 3811 और जनवरी से अक्तूबर-24 तक 4457 ई-वाहनों की लोगों ने खरीदारी की। जबकि वर्ष 2022 में 651 और अक्तूबर-25 तक 556 वाहन बेचे गए हैं। इनमें कार, बाइक, मोपेड और बाइक (25 सीसी) शामिल हैं।
जनवरी से अक्तबूर 2022 तक के आंकड़े
वाहन संख्या
बाइक 487
कार 03
मोपेड 01
बाइक (25 सीसी) 160
जनवरी से अक्तबूर 2023 तक के आंकड़े
वाहन संख्या
बाइक 3232
कार 256
मोपेड 61
बाइक (25 सीसी) 262
जनवरी से अक्तबूर- 2024 तक के आंकड़े
वाहन संख्या
बाइक 4015
कार 268
मोपेड 02
बाइक (25 सीसी) 172
वाहन संख्या
बाइक 4015
कार 268
मोपेड 02
बाइक (25 सीसी) 172
जनवरी से 13 अक्तबूर- 2025 तक के आंकड़े
वाहन संख्या
बाइक 416
कार 121
मोपेड 02
बाइक (25 सीसी) 17
वाहन संख्या
बाइक 416
कार 121
मोपेड 02
बाइक (25 सीसी) 17
शुल्क माफी की योजना समाप्त
आरटीओ (प्रशासन) अरुण कुमार ने बताया कि ई-वाहनों के टैक्स और पंजीकरण शुल्क माफी की योजना समाप्त हो गई है। अब कोई एक लाख रुपये वाला दो पहिया वाहन खरीदता है, तो उसे करीब 10 हजार रुपये टैक्स के जमा कराने होंगे। इसी हिसाब से चार पहिया वाहन पर 9 व 11 प्रतिशत टैक्स लगेगा। इस हिसाब से ई-वाहन 10 हजार से तीन लाख रुपये तक महंगे हो जाएंगे। इससे आरटीओ को राजस्व का लाभ मिलेगा।
आरटीओ (प्रशासन) अरुण कुमार ने बताया कि ई-वाहनों के टैक्स और पंजीकरण शुल्क माफी की योजना समाप्त हो गई है। अब कोई एक लाख रुपये वाला दो पहिया वाहन खरीदता है, तो उसे करीब 10 हजार रुपये टैक्स के जमा कराने होंगे। इसी हिसाब से चार पहिया वाहन पर 9 व 11 प्रतिशत टैक्स लगेगा। इस हिसाब से ई-वाहन 10 हजार से तीन लाख रुपये तक महंगे हो जाएंगे। इससे आरटीओ को राजस्व का लाभ मिलेगा।