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UP: बिहार की तर्ज पर यूपी में मतदाता सूची का पुनरीक्षण...पूर्व विधायक ने उठाई मांग, गड़बड़ी के दिए सबूत
अमर उजाला न्यूज नेटवर्क, आगरा
Published by: धीरेन्द्र सिंह
Updated Wed, 29 Oct 2025 10:14 AM IST
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सार
आगरा में पूर्व विधायक केशो मेहरा ने मतदाता सूची सुधार पर सवाल उठाए हैं। बीएलओ से शपथपत्र लेने का सुझाव दिया है।
वोटर लिस्ट
- फोटो : सोशल मीडिया
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विस्तार
कई साल पहले दुनिया छोड़ चुके और शहर छोड़कर दूसरी जगह बस चुके लोगों के नाम भी मतदाता सूची में शामिल हैं। मतदाता सूची की ऐसी ही खामियों का पुलिंदा पूर्व विधायक केशो मेहरा ने चुनाव आयोग को भेजा है और मांग करते हुए कहा है कि बिहार की तर्ज पर यूपी में भी मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण कराया जाए। बीएलओ से शपथपत्र भरवाया जाए कि सभी जानकारियां ठीक हैं।
चुनाव प्रबंधक और पूर्व विधायक केशो मेहरा ने मुख्य चुनाव आयुक्त को भेजे पत्र में कहा है कि फतेहाबाद रोड के मयूर टूरिस्ट कॉम्पलेक्स स्थित बिभव रिवेरा सोसाइटी में कई ऐसे लोग मतदाता सूची में शामिल हैं, जिनका निधन हो चुका है और कई ऐसे हैं जो शहर छोड़कर अन्य जगहों पर बस गए हैं।
उन्होंने कई उदाहरण देकर चुनाव आयोग को मतदाता सूची की प्रति भी भेजी है। इसमें बताया गया है कि बिभव रिवेरा में रहने वाली कीर्ति सेठी का निधन हो चुका है, लेकिन वह बूथ नंबर 331 में मतदाता दर्ज हैं। इसी तरह सुरेंद्र सेठी आगरा छोड़कर नोएडा जा चुके हैं, लेकिन उनका नाम बूथ नंबर 331 पर दर्ज है। बूथ क्रमांक 330 और 331 की मतदाता सूची में कई ऐसे नाम शामिल हैं जो वहां रहते ही नहीं हैं।
ये भी पढ़ें - UP: शराब पी रखी है तो स्टार्ट नहीं होगी बाइक, हादसे का भी देगा अलर्ट... ऐसा हेलमेट, जिसकी खूबियां चौंका देंगी
तहसीलदार, एसडीएम करें अनुमोदित
पूर्व विधायक ने सुझाव दिया कि विशेष गहन पुनरीक्षण के बाद मतदाता सूची पर बूथ लेवल ऑफिसर से शपथ पत्र लिया जाए कि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से प्रत्येक घर जाकर सूची तैयार की है और सत्यनिष्ठा के साथ तैयार है। इसके बाद यह सूची तहसीलदार, उप जिलाधिकारी और जिला चुनाव अधिकारी अनुमोदित करें ताकि कोई गलती न रहे। मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के बूथ लेवल एजेंटों के भी सूची पर हस्ताक्षर और सत्यापन कराए जा सकते हैं। मतदान के दौरान पहचान के लिए आधार कार्ड को मतदाता सूची में शामिल करने का सुझाव दिया गया है।
वोटर बनने के लिए फॉर्म 18 उपलब्ध ही नहीं
विधान परिषद के स्नातक चुनाव में प्रत्याशी के रूप में राजीव गुप्ता ने चुनाव आयोग को पत्र भेजकर शिकायत की है कि वोटर बनने के लिए फॉर्म 18 नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने अपना अनुभव आयोग को बताया है कि वह वार्ड 86 पर फॉर्म 18 प्राप्त करने गए थे, लेकिन उन्हें केवल 20 फॉर्म दिए गए। वेबसाइट पर वोटर बनने के लिए जो प्रारूप दिया गया है, उनमें कठिनाईयां हैं। उन्होंने आयोग से इसे सरल करने की मांग की ताकि घर बैठकर वोटर बनने की प्रक्रिया आसान हो सके। हाल में त्योहारी सीजन के कारण उन्होंने मतदाता बनने की तारीख नवंबर से बढ़ाकर 31 दिसंबर करने की मांग की है।
चुनाव प्रबंधक और पूर्व विधायक केशो मेहरा ने मुख्य चुनाव आयुक्त को भेजे पत्र में कहा है कि फतेहाबाद रोड के मयूर टूरिस्ट कॉम्पलेक्स स्थित बिभव रिवेरा सोसाइटी में कई ऐसे लोग मतदाता सूची में शामिल हैं, जिनका निधन हो चुका है और कई ऐसे हैं जो शहर छोड़कर अन्य जगहों पर बस गए हैं।
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उन्होंने कई उदाहरण देकर चुनाव आयोग को मतदाता सूची की प्रति भी भेजी है। इसमें बताया गया है कि बिभव रिवेरा में रहने वाली कीर्ति सेठी का निधन हो चुका है, लेकिन वह बूथ नंबर 331 में मतदाता दर्ज हैं। इसी तरह सुरेंद्र सेठी आगरा छोड़कर नोएडा जा चुके हैं, लेकिन उनका नाम बूथ नंबर 331 पर दर्ज है। बूथ क्रमांक 330 और 331 की मतदाता सूची में कई ऐसे नाम शामिल हैं जो वहां रहते ही नहीं हैं।
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तहसीलदार, एसडीएम करें अनुमोदित
पूर्व विधायक ने सुझाव दिया कि विशेष गहन पुनरीक्षण के बाद मतदाता सूची पर बूथ लेवल ऑफिसर से शपथ पत्र लिया जाए कि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से प्रत्येक घर जाकर सूची तैयार की है और सत्यनिष्ठा के साथ तैयार है। इसके बाद यह सूची तहसीलदार, उप जिलाधिकारी और जिला चुनाव अधिकारी अनुमोदित करें ताकि कोई गलती न रहे। मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के बूथ लेवल एजेंटों के भी सूची पर हस्ताक्षर और सत्यापन कराए जा सकते हैं। मतदान के दौरान पहचान के लिए आधार कार्ड को मतदाता सूची में शामिल करने का सुझाव दिया गया है।
वोटर बनने के लिए फॉर्म 18 उपलब्ध ही नहीं
विधान परिषद के स्नातक चुनाव में प्रत्याशी के रूप में राजीव गुप्ता ने चुनाव आयोग को पत्र भेजकर शिकायत की है कि वोटर बनने के लिए फॉर्म 18 नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने अपना अनुभव आयोग को बताया है कि वह वार्ड 86 पर फॉर्म 18 प्राप्त करने गए थे, लेकिन उन्हें केवल 20 फॉर्म दिए गए। वेबसाइट पर वोटर बनने के लिए जो प्रारूप दिया गया है, उनमें कठिनाईयां हैं। उन्होंने आयोग से इसे सरल करने की मांग की ताकि घर बैठकर वोटर बनने की प्रक्रिया आसान हो सके। हाल में त्योहारी सीजन के कारण उन्होंने मतदाता बनने की तारीख नवंबर से बढ़ाकर 31 दिसंबर करने की मांग की है।