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UP: बेटे की नौकरी के लिए गवां दी जमा पूंजी...कोठियों में काम करने वाली गरीब महिला से ठगी, दर्ज हुआ केस
अमर उजाला न्यूज नेटवर्क, आगरा
Published by: धीरेन्द्र सिंह
Updated Tue, 14 Oct 2025 09:36 AM IST
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सार
घरों में साफ-सफाई का कार्य करने वाली महिला से आरोपियों ने ठगी कर ली। बेटे की नौकरी का लालच दिया। पीड़िता की शिकायत के बाद पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।

agra police
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
पुलिस में बेटे की नौकरी लगवाने का लालच देकर पिता-पुत्र ने घरों में साफ-सफाई करने वाली एक महिला को झांसे में ले लिया। उससे 1़ 60 लाख रुपये की ठगी कर ली। महिला ने शाहगंज थाने में केस दर्ज कराया है।
शाहगंज क्षेत्र के नगला अक्खे में रहने वाली सरोज देवी ने आरोप लगाया कि जगदीशपुरा क्षेत्र के अमरपुरा निवासी संतोष का घर आना-जाना था। वह खुद को भगत बताता है और हर बीमारी के इलाज का दावा करता है। संतोष और उसके बेटे सागर ने एक दिन खुद के दरोगा संजय गौतम से संबंध बताए।
उन्होंने कहा कि तुम्हारा बेटा विष्णु पढ़ा-लिखा है। संजय दरोगा से कहकर इसकी पुलिस विभाग में खाना बनाने पर नौकरी लगवा देंगे। इसके लिए तुम्हें 1़ 60 लाख रुपये देने होंगे। सरोज देवी ने बताया कि आरोपियों ने एक दिन संजय दरोगा से फोन पर बात करा दी। मगर उसे नहीं पता कि संजय दरोगा है या नहीं। उसने फोन पर बेटे की नौकरी का वादा किया। वह बोला कि तुम रुपये का इंतजाम कर लो।
उन्होंने दूसरे से रुपये लिए। बेटे विष्णु ने संतोष के कहने पर 99,650 रुपये सात लोगों के क्यूआर कोड पर ऑनलाइल ट्रांजेक्शन किए। बाकी 60 हजार रुपये संतोष को नकद दिए। नौकरी न लगने पर संतोष गुमराह करता रहा। बाद में रुपये लौटाने से मना कर दिया। शाहगंज थाना प्रभारी का कहना है कि पीड़ित की तहरीर पर 10 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। साक्ष्यों के आधार पर जांच कर कार्रवाई की जा रही है।

शाहगंज क्षेत्र के नगला अक्खे में रहने वाली सरोज देवी ने आरोप लगाया कि जगदीशपुरा क्षेत्र के अमरपुरा निवासी संतोष का घर आना-जाना था। वह खुद को भगत बताता है और हर बीमारी के इलाज का दावा करता है। संतोष और उसके बेटे सागर ने एक दिन खुद के दरोगा संजय गौतम से संबंध बताए।
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उन्होंने कहा कि तुम्हारा बेटा विष्णु पढ़ा-लिखा है। संजय दरोगा से कहकर इसकी पुलिस विभाग में खाना बनाने पर नौकरी लगवा देंगे। इसके लिए तुम्हें 1़ 60 लाख रुपये देने होंगे। सरोज देवी ने बताया कि आरोपियों ने एक दिन संजय दरोगा से फोन पर बात करा दी। मगर उसे नहीं पता कि संजय दरोगा है या नहीं। उसने फोन पर बेटे की नौकरी का वादा किया। वह बोला कि तुम रुपये का इंतजाम कर लो।
उन्होंने दूसरे से रुपये लिए। बेटे विष्णु ने संतोष के कहने पर 99,650 रुपये सात लोगों के क्यूआर कोड पर ऑनलाइल ट्रांजेक्शन किए। बाकी 60 हजार रुपये संतोष को नकद दिए। नौकरी न लगने पर संतोष गुमराह करता रहा। बाद में रुपये लौटाने से मना कर दिया। शाहगंज थाना प्रभारी का कहना है कि पीड़ित की तहरीर पर 10 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। साक्ष्यों के आधार पर जांच कर कार्रवाई की जा रही है।