करवा चौथ: सुहागिनों ने रखा दिनभर निर्जला व्रत, चंद्र दर्शन कर दिया अर्घ्य, पति के लिए मांगी लंबी उम्र
सभी महिलाएं टकटकी लगाकर आसमान की ओर देख रहीं थीं । बादलों के बीच से रात करीब 8:15 बजे चंद्रमा के दर्शन हुए । व्रती महिलाओं के चेहरे पर खुशी देखते ही बन रही थी । सुहागिनों ने चंद्रमा को पति के साथ छलनी से निहारा । आरती की और अर्घ्य दिया । पति और घर के बुजुर्गों के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया। पति ने पत्नी को पानी पिलाकर व्रत खुलवाया।
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अखंड सौभाग्य का प्रतीक एवं सुहागिनों का प्रमुख त्योहार करवा चौथ 20 अक्टूबर को पूरे धार्मिक उल्लास व पारंपरिक तरीके से मनाया गया । सुहागिनों ने पति की दीर्घायु व अविवाहित कन्याओं ने अच्छे वर की कामना को लेकर करवा चौथ का व्रत रखा । व्रत को लेकर महिलाओं में भारी उत्साह देखने को मिला । दिनभर महिलाएं निर्जला व्रत रहीं । शाम को महिलाओं ने सोलह श्रंगार किए फिर माता गौरी की कथा सुनीं और देवी गीत गाए । विधि- विधान से पूजन किया ।
इसके बाद महिलाएं चंद्रमा के दर्शन की तैयारियों में जुट गईं । महिलाओं ने रात में चंद्रमा निकलने पर अर्घ्य देकर अपने उपवास को खोला । इसके साथ ही आतिशबाजी से पूरा शहर गूंज उठा । व्रती महिलाओं में सुबह से ही व्रत की तैयारियों को लेकर भारी उत्साह देखा गया । दिन में महिलाओं ने निर्जला व्रत का संकल्प लिया । दोपहर बाद से पूजन की तैयारियां शुरू हो गईं ।
दिनभर निर्जला व्रत रखने के चलते व्रतियों की निगाहें आसमान की ओर थीं। सभी में बेसब्री थी कि जल्द चंद्रमा निकले और पूजन करें । हालांकि, बादलों ने भी खूब अटखेलियां खेलीं । शाम से ही आसमान पर घने काले बादल छाए हुए थे । इसलिए तारे भी बहुत कम नजर आ रहे थे । बस, सभी की बेसब्री से निगाहें थीं कि चंद्रमा के दर्शन हो जाएं । देरशाम तक तो घरों के आंगन और छतों पर व्रती पहुंच चुकी थीं। तमाम जगहों पर आकर्षक रंगोली सजाई गई थी। महिलाओं के हाथों में पूजन की थाली थी ।
सभी महिलाएं टकटकी लगाकर आसमान की ओर देख रहीं थीं । चंद्रमा ने कुछ देर प्रतीक्षा कराई । फिर बादलों के बीच से रात करीब 8:15 बजे चंद्रमा के दर्शन हुए । व्रती महिलाओं के चेहरे पर खुशी देखते ही बन रही थी । सुहागिनों ने चंद्रमा को पति के साथ छलनी से निहारा । आरती की और अर्घ्य दिया । पति और घर के बुजुर्गों के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया। पति ने पत्नी को पानी पिलाकर व्रत खुलवाया।
ब्यूटी पार्लर भी पहुंची, मेहंदी भी रचाई
करवाचौथ पर महिलाएं सुबह ही ब्यूटी पार्लर पहुंच गई और वहां पर उन्होंने व्रत की तैयारी की। वहां मेहंदी लगवाने के लिए महिलाओं की कतार लगी रही । रेलवे रोड, रामघाट रोड, स्वर्ण जयंती नगर आदि जगहों पर मेहंदी लगवाने के लिए स्टॉल लगी रहीं । तमाम महिलाओं ने घरों पर भी मेहंदी लगवाई।
उपहार दिया तो छलक उठी खुशियां
करवा चौथ को लेकर हालांकि शहर में कई दिनों से तैयारियां चल रही थी। लोगों द्वारा गिफ्ट खरीद लिए गए थे, मगर तमाम लोगों ने व्रत के समय पत्नियों को उपहार देकर उनकी खुशी दोगुनी कर दी । मोबाइल फोन, लैपटॉप, ज्वेलरी कपड़े आदि उपहार में दिए । इसके बाद परिवार के साथ मिलकर प्रसाद ग्रहण किया। बहुत से लोग रात नौ बजे के करीब होटल और रेस्टोरेंट में परिवार के साथ पहुंचे और वहां साथ में भोजन किया । देर रात तक यह सिलसिला जारी रहा ।
आतिशबाजी से दीपावली जैसा दिखा नजारा
चंद्रमा के निकलते कि आसमान आतिशबाजी से गूंज उठा । शहर में चारों ओर आतिशबाजी की गूंज सुनाई देने लगी । शहर में कनवरीगंज, बारहद्वारी, दुबे का पड़ाव, महेंद्र नगर, सुरेंद्र नगर, स्वर्ण जयंती नगर, विक्रम कॉलोनी आदि जगहों पर जमकर आतिशबाजी हुई । ऐसा लगा कि जैसे मानों आज ही दीपावली हो। पटाखों को लेकर खासकर बच्चों में खासा उत्साह देखा गया । बच्चे देर रात तक आतिशबाजी करते रहें ।
जिला महिला कारागार में महिलाओं ने रखा करवा चौथ का व्रत
जिला महिला कारागार में महिला बैरक में निरुद्ध बंदियों में से करीब 45 महिला बंदियों द्वारा करवाचौथ का व्रत रखा और अपने पति की लंबी उम्र की कामना को लेकर उपवास रखा। महिला बंदियों द्वारा अपने हाथों में मेहंदी भी रचाई। शाम को चंद्रमा को अर्घ्य देकर एवं पूजा-अर्चना कर अपने व्रत का समापन किया। वरिष्ठ जेल अधीक्षक वृजेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि जिला कारागार प्रशासन द्वारा व्रत एवं त्योहार को लेकर विशेष व्यवस्था की गई थी।