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कोहरा: हाईवे और राजमार्गों पर हादसे रोकने के इंतजाम नहीं
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कोहरे में सड़क हादसों को रोकने के लिए नेशनल हाईवे और राजमार्गों पर अभी सुरक्षा के कदम नहीं उठाए गए हैं। हाईवे पर स्पीडो मीटर भी नहीं हैं। ब्लैक स्पॉट के आसपास रिफ्लेक्टर लगाने की तैयारी की जा रही है। यमुना एक्सप्रेस-वे पर वाहनों की रफ्तार 15 दिसंबर से धीमी हो जाएगी।
यमुना एक्सप्रेसवे पर थमेगी वाहनों की रफ्तार
यमुना एक्सप्रेस पर अलीगढ़ की सीमा में 18 किलोमीटर का क्षेत्र प्वाइंट 41 से 59 (गांव सिमरौठी से स्यारौल) तक पड़ता है। यमुना एक्सप्रेस-वे पर कोहरे को देखते हुए 15 दिसंबर से 15 फरवरी तक वाहनों की रफ्तार कम की जाती है। इसके तहत कार और अन्य हल्के वाहन 75 किलोमीटर की रफ्तार से तेज नहीं चल सकेंगे, जबकि भारी वाहनों की अधिकतम रप्तार सीमा 60 किलोमीटर प्रतिघंटा निर्धारित की गई है।
अलीगढ़-पलवल मार्ग पर रिफ्लेक्टर लगवाए जाएंगे
अलीगढ़-पलवल मार्ग पर कोहरे में हादसों पर अंकुश लगाने के संबंध में एसडीएम शिशिर कुमार ने बताया कि मुख्य मार्ग पर नेशनल हाईवे और पीडब्ल्यूडी की सहायता से जहां भी डायवर्जन और दुर्घटना आशंकित क्षेत्र, अथवा डिवाइडर रखे हुए हैं, उन पर कोहरे में दिखने वाले रिफ्लेक्टर जल्द ही सर्वे कराकर लगाए जाएंगे।
अलीगढ़-गाजियाबाद हाईवे पर तैयारी शुरू
अलीगढ़-गाजियाबाद हाईवे पर कोहरे से निपटने के लिए वाहन चालकों को जागरूक किया जा रहा है। ब्लैक स्पॉटों पर सांकेतिक बोर्ड लगाए गए हैं। हाईवे पर पहावटी मोड, दौरऊ मोड, टमकौली मोड, चूहरपुर, महरावल ब्लैक स्पॉट के रूप में चिह्नित है। टोल प्लाजा के मैनेजर इंद्रजीत चौधरी ने बताया कि कोहरे से निपटने के लिए वाहनों पर रेडियम स्टीकर लगवाए जा रहे हैं। वाहन चालकों को दूरी बनाकर चलने के लिए जागरूक कर रहे हैं, किसानों को भी जागरूक कर रहे हैं।
अलीगढ़-कानपुर हाईवे पर अकराबाद में सबसेज्यादा ब्लैक स्पॉट
अलीगढ़-कानपुर हाईवे का बौनेर भदवार तक का 45 किलोमीटर का इलाका अलीगढ़ क्षेत्र में आता है। अकराबाद में सबसे ज्यादा ब्लैक स्पाट है, जिसमें अकराबाद, खेड़ा नारायण सिंह, पनैठी प्रमुख हैं। कोहरे को देखते हुए रेडियम लाइटों को सही किया जा रहा है और रिफ्लेक्टर लगवाए जा रहे हैं।
अलीगढ़ पलवल मुख्य मार्ग सबसे ज्यादा खतरे वाले स्थान
-चमन नगरिया चौराहा: सड़क के डबल होने वाले स्थान पर बड़ा डिवाइडर बिना किसी संकेत बोर्ड के लगा है।
-नया बासपुर नहर पुलिया क्षेत्र दिशा निर्देश ना होने के कारण रात में वाहन चालक भ्रमित हो जाते हैं।
-मानपुर और जीवन लॉज के पास के सड़क किनारे गहरे गड्ढे, जिनमें भारी वाहन फिसलकर गिर सकते हैं।
-कोल्ड स्टोर के पास खड़ा पेड़ बिना रेडियम चिन्ह के, जो गाड़ियों से टकराव का बड़ा कारण बन सकता है।
अतरौली में सड़कों के किनारे टूटे पड़े पेड़ों से खतरा
अतरौली से छर्रा रोड और पालीमुकीमपुर-आलमपुर रोड पर सड़क की पटरी पर दोनों ओर से बड़ी झाड़ियां हैं जिनसे कभी भी नील गाय व अन्य जानवर निकलकर अचानक रोड पर आ जाते हैं, जो हादसे का कारण बन जाते हैं। वहीं दोनों सड़कों के किनारे कई स्थानों पर बारिश के दौरान पेड़ों की टहनियां टूटकर गिर गईं थी वो आज भी सड़क के किनारे पड़ी हादसे को न्योता दे रही हैं। युवा पहल अध्यक्ष इंजीनियर हिमांशु मित्तल गुप्ता, नरेंद्र चौधरी, अश्वनी शर्मा आदि कहते हैं कि पेड़ों की टहनियां इतनी खतरनाक हाल में पड़ी हैं कि कोहरे के दौरान वाहन बचाने के चक्कर में बाइक सवार या कार चालक हादसे का शिकार हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि सड़कों के दोनों ओर पटरियों पर झाड़ी सफाई कराई जाए और सड़क के किनारे तक आ रहीं टूटी टहनियों को तत्काल हटवाया जाए।
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यमुना एक्सप्रेसवे पर थमेगी वाहनों की रफ्तार
यमुना एक्सप्रेस पर अलीगढ़ की सीमा में 18 किलोमीटर का क्षेत्र प्वाइंट 41 से 59 (गांव सिमरौठी से स्यारौल) तक पड़ता है। यमुना एक्सप्रेस-वे पर कोहरे को देखते हुए 15 दिसंबर से 15 फरवरी तक वाहनों की रफ्तार कम की जाती है। इसके तहत कार और अन्य हल्के वाहन 75 किलोमीटर की रफ्तार से तेज नहीं चल सकेंगे, जबकि भारी वाहनों की अधिकतम रप्तार सीमा 60 किलोमीटर प्रतिघंटा निर्धारित की गई है।
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अलीगढ़-पलवल मार्ग पर रिफ्लेक्टर लगवाए जाएंगे
अलीगढ़-पलवल मार्ग पर कोहरे में हादसों पर अंकुश लगाने के संबंध में एसडीएम शिशिर कुमार ने बताया कि मुख्य मार्ग पर नेशनल हाईवे और पीडब्ल्यूडी की सहायता से जहां भी डायवर्जन और दुर्घटना आशंकित क्षेत्र, अथवा डिवाइडर रखे हुए हैं, उन पर कोहरे में दिखने वाले रिफ्लेक्टर जल्द ही सर्वे कराकर लगाए जाएंगे।
अलीगढ़-गाजियाबाद हाईवे पर तैयारी शुरू
अलीगढ़-गाजियाबाद हाईवे पर कोहरे से निपटने के लिए वाहन चालकों को जागरूक किया जा रहा है। ब्लैक स्पॉटों पर सांकेतिक बोर्ड लगाए गए हैं। हाईवे पर पहावटी मोड, दौरऊ मोड, टमकौली मोड, चूहरपुर, महरावल ब्लैक स्पॉट के रूप में चिह्नित है। टोल प्लाजा के मैनेजर इंद्रजीत चौधरी ने बताया कि कोहरे से निपटने के लिए वाहनों पर रेडियम स्टीकर लगवाए जा रहे हैं। वाहन चालकों को दूरी बनाकर चलने के लिए जागरूक कर रहे हैं, किसानों को भी जागरूक कर रहे हैं।
अलीगढ़-कानपुर हाईवे पर अकराबाद में सबसेज्यादा ब्लैक स्पॉट
अलीगढ़-कानपुर हाईवे का बौनेर भदवार तक का 45 किलोमीटर का इलाका अलीगढ़ क्षेत्र में आता है। अकराबाद में सबसे ज्यादा ब्लैक स्पाट है, जिसमें अकराबाद, खेड़ा नारायण सिंह, पनैठी प्रमुख हैं। कोहरे को देखते हुए रेडियम लाइटों को सही किया जा रहा है और रिफ्लेक्टर लगवाए जा रहे हैं।
अलीगढ़ पलवल मुख्य मार्ग सबसे ज्यादा खतरे वाले स्थान
-चमन नगरिया चौराहा: सड़क के डबल होने वाले स्थान पर बड़ा डिवाइडर बिना किसी संकेत बोर्ड के लगा है।
-नया बासपुर नहर पुलिया क्षेत्र दिशा निर्देश ना होने के कारण रात में वाहन चालक भ्रमित हो जाते हैं।
-मानपुर और जीवन लॉज के पास के सड़क किनारे गहरे गड्ढे, जिनमें भारी वाहन फिसलकर गिर सकते हैं।
-कोल्ड स्टोर के पास खड़ा पेड़ बिना रेडियम चिन्ह के, जो गाड़ियों से टकराव का बड़ा कारण बन सकता है।
अतरौली में सड़कों के किनारे टूटे पड़े पेड़ों से खतरा
अतरौली से छर्रा रोड और पालीमुकीमपुर-आलमपुर रोड पर सड़क की पटरी पर दोनों ओर से बड़ी झाड़ियां हैं जिनसे कभी भी नील गाय व अन्य जानवर निकलकर अचानक रोड पर आ जाते हैं, जो हादसे का कारण बन जाते हैं। वहीं दोनों सड़कों के किनारे कई स्थानों पर बारिश के दौरान पेड़ों की टहनियां टूटकर गिर गईं थी वो आज भी सड़क के किनारे पड़ी हादसे को न्योता दे रही हैं। युवा पहल अध्यक्ष इंजीनियर हिमांशु मित्तल गुप्ता, नरेंद्र चौधरी, अश्वनी शर्मा आदि कहते हैं कि पेड़ों की टहनियां इतनी खतरनाक हाल में पड़ी हैं कि कोहरे के दौरान वाहन बचाने के चक्कर में बाइक सवार या कार चालक हादसे का शिकार हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि सड़कों के दोनों ओर पटरियों पर झाड़ी सफाई कराई जाए और सड़क के किनारे तक आ रहीं टूटी टहनियों को तत्काल हटवाया जाए।