भारत बंद के दौरान मंगलवार को शहर में जगह-जगह विरोध प्रदर्शन हुआ। सपा, कांग्रेस व आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक नए कृषि कानूनों के विरोध में नारेबाजी, धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान रोकने पर पुलिसकर्मियों से उनकी जमकर नोकझोंक भी हुई। दिनभर चले प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने कुल 430 लोगों को गिरफ्तार किया गया। शहर क्षेत्र में जहां 100 से ज्यादा लोग पकड़े गए, वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में 300 से ज्यादा गिरफ्तारियां हुईं।
प्रयागराज में भारत बंद के समर्थन में सड़क पर उतरा विपक्ष, दर्जनों नेता गिरफ्तार
भारत बंद के आह्वान को देखते हुए पुलिस की ओर से व्यापक सुरक्षा प्रबंध किए गए थे। जगह-जगह बैरिकेडिंग की गई थी, जबकि प्रमुख चौराहों स्थानों पर पुलिस फोर्स के साथ ही पीएसी भी तैनात कर दी गई थी। जॉर्जटाउन में सपा कार्यालय के बाहर का इलाका छावनी में तब्दील कर दिया गया था। इससे पहले दर्जनों लोगों को रात में ही हिरासत में ले लिया गया था।
मंगलवार को प्रदर्शन के दौरान जिले में कुल 430 लोगों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस के मुताबिक शहरी क्षेत्र में धारा 144 के उल्लंघन व महामारी एक्ट समेत अन्य आरोपों में कुल 121 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इसी तरह ग्रामीण इलाके के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में कुल 309 लोगों की गिरफ्तारी की गई। प्रदर्शन के दौरान जिन प्रमुख लोगों को गिरफ्तार किया गया उनमें सपा के पूर्व सांसद नागेंद्र सिंह पटेल, पूर्व जिलाध्यक्ष कृष्णमूर्ति सिंह यादव, समाजवादी युवजन सभा के जिलाध्यक्ष संदीप यादव, पूर्व विधायक उज्जवल रमण सिंह समेत अन्य लोग शामिल थे।
प्रदर्शन में दो वांछित भी थे शामिल, गिरफ्तार
उधर, कर्नलगंज पुलिस ने कृषि कानून के विरोध में किए जा रहे प्रदर्शन के दौरान हत्या के प्रयास के मामले में वांछित चल रहे दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया। इंस्पेक्टर अवन दीक्षित ने बताया कि पिछले साल बालसन चौराहे पर पुलिस पर पथराव, आगजनी की घटना में इविवि छात्रसंघ के पूर्व पदाधिकारी आदिल हमजा व अखिलेश यादव भी नामजद थे। दोनों वारदात के बाद से ही फरार चल रहे थे। मंगलवार को हुए प्रदर्शन के दौरान उक्त दोनों आरोपी भी नारेबाजी करते मिले। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया गया जहां से रिमांड मंजूर होने पर नैनी जेल भेज दिया गया।
कर्नलगंज पुलिस ने बताया कि प्रदर्शन के दौरान 17 अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया गया। इनमें से 6 एनएसयूआई और 11 आइसा कार्यकर्ता शामिल हैं। इन सभी पर धारा 144 के उल्लंघन का मुकदमा लिखा गया। इसके बाद इन्हें थाने से ही मुचलके पर छोड़ दिया गया। 17 अन्य भी किए गए गिरफ्तार, मुचलके पर छूटे