Prayagraj News : माघ मेला की तैयारियों की रफ्तार सुस्त, मेला के शुरू होने तक तैयारियों का पूर्ण होना मुश्किल
माघ मेला की शुरुआत तीन जनवरी से हो रही है। लेकिन, जमीन पर तैयारियों की सुस्त रफ्तार ने बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। मेला प्रशासन की ओर से शनिवार को प्रदेश सरकार के नगर विकास मंत्री को सौंपी गई प्रगति रिपोर्ट में स्पष्ट है कि कई महत्वपूर्ण कार्यों की प्रगति बेहद कम है।
विस्तार
माघ मेला की शुरुआत तीन जनवरी से हो रही है। लेकिन, जमीन पर तैयारियों की सुस्त रफ्तार ने बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। मेला प्रशासन की ओर से शनिवार को प्रदेश सरकार के नगर विकास मंत्री को सौंपी गई प्रगति रिपोर्ट में स्पष्ट है कि कई महत्वपूर्ण कार्यों की प्रगति बेहद कम है। कुछ कामों की प्रगति मात्र दो फीसदी ही है।
मेला सेक्टर में गाटा मार्ग बनाने के लिए कुल 16,713 चकर्ड प्लेट लगाई जानी थीं, जिनमें से अब तक सिर्फ 350 ही लग पाई हैं। यानी महज 2.09 फीसदी ही प्रगति है। चकर्ड प्लेट से बनने वाली कुल 23 सड़कों के निर्माण में 77,107 चकर्ड प्लेट लगाई जानी हैं, लेकिन अब तक सिर्फ 6,750 ही लगाई जा सकी हैं, जो 8.75 फीसदी प्रगति दर्शाता है। पांटून पुलिया के निर्माण में 88.88 फीसदी और पांटून सेतु निर्माण में 66.70 फीसदी प्रगति बताई गई है, जबकि बिजली से जुड़े कामों की स्थिति और भी चिंताजनक है।
हालांकि, भूमि समतलीकरण में 80 और मुख्य मार्ग चिह्नांकन में 90 फीसदी प्रगति बताई गई है, लेकिन बाकी अधूरे कार्यों ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या वाकई माघ मेला तीन जनवरी से शुरू हो पाएगा। मेला अधिकारी ऋषिराज का दावा है कि सभी विभागों को 15 दिसंबर तक कार्य पूर्ण करने का समय दिया गया है और तेजी से काम कराया जा रहा है। लेकिन मौजूदा आंकड़े इस दावे पर प्रश्न चिह्न खड़ा करते हैं।
1- बिजली से जुड़े कार्यों की प्रगति स्थिति
-हाइब्रिड सोलर स्ट्रीट लाइट 05 फीसदी
-एलईडी स्ट्रीट लाइट 7.06 फीसदी
-100 केवीए उपकेंद्र 5.7 फीसदी
- 400 केवीए उपकेंद्र 20 फीसदी
- एलटी लाइन निर्माण 14.5 फीसदी
2- जल और सीवर से जुड़े कार्य भी अधूरे पड़े हैं
ड्रेनेज लाइन 22 फीसदी
वितरण प्रणाली 29.77 फीसदी
नलकूप 11.76 फीसदी
वाटर एटीएम 50 फीसदी
एसटीपी 05 फीसदी
सीवर लाइन डी-सिल्टिंग 27.59 फीसदी
स्वच्छ, सुगम, सुरक्षित और भव्य रूप से होगा मेला : मंडलायुक्त
संगम तट पर मंगलवार को माघ मेला-2026 के सफल, सुरक्षित और निर्विघ्न आयोजन की मंगल कामना के साथ गंगा पूजन किया गया। पूजन के बाद मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल ने कहा कि सरकार की मंशा के अनुरूप इस बार मेला स्वच्छ, सुगम, सुलभ, सुरक्षित और भव्य रूप से होगा। पुराने अनुभवों से सीख लेकर कई नए प्रयोग भी किए जा रहे हैं।
पूजन के दौरान मंडलायुक्त के अलावा पुलिस आयुक्त जोगेंद्र कुमार, जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा, मेलाधिकारी ऋषिराज और नगर आयुक्त सीलम साईं तेजा सहित शीर्ष प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे। बड़े हनुमानजी मंदिर के महंत बलवीर गिरि महाराज, विभिन्न अखाड़ों के संत-महात्मा, महापौर गणेश केसरवानी ने भी मां गंगा की आराधना कर मेले के शांतिपूर्ण आयोजन की प्रार्थना की।
मंडलायुक्त ने बताया कि मेले का क्षेत्र सात सेक्टरों में लगभग 800 हेक्टेयर में फैलेगा। इस बार करीब 15 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। श्रद्धालुओं को कम चलना पड़े, इसके लिए सेक्टरों का वैज्ञानिक तरीके से निर्धारण किया गया है। पुलिस कमिश्नर जोगेंद्र कुमार ने कहा कि इस बार मेला और अधिक सुव्यवस्थित और सुरक्षित होगा। डीएम मनीष कुमार वर्मा ने कहा कि हम यह सुनिश्चित करेंगे कि किसी भी श्रद्धालु को कोई कठिनाई न हो। मेलाधिकारी ऋषिराज ने कहा कि मेला प्रशासन पूरी प्रतिबद्धता के साथ व्यवस्था बना रहा है। इस अवसर पर पुरोहित, धर्माचार्य, विभिन्न अखाड़ों के प्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।
मंडलायुक्त ने मेलाधिकारी को बधाई दी
गंगा पूजन के लिए तीन जेटी को जोड़ कर प्लेटफाॅर्म तैयार किया गया था। इसे तरह-तरह के फूलों से सजाया गया था। बेहतर इंतजाम को देख पुलिस कमिश्नर जोगेंद्र कुमार ने चुटकी ली। उन्होंने कहा कि वास्तव में इस बार इंतजाम देखकर मन खुश हो गया। इसके बाद मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल ने भी मेलाधिकारी को बधाई दी।
दंडी स्वामी नगर में भूमि पूजन, जमीन आवंटन आज से
मठ मछली बंदर काशी आश्रम के महंत विमल देव महराज ने मंगलवार को माघ मेला क्षेत्र में दंडी स्वामी नगर में भूमि पूजन किया, लेकिन मंगलवार होने की वजह से जमीन आवंटन का कार्य शुरू नहीं हो सका। अब भूखंडों का आवंटन बुधवार से शुरू होगा।
मेलाधिकारी ने बताया कि मेले में सबसे पहले दंडी बाड़ा को भूखंडों का आवंटन किया जाता है। इसके तहत मेला प्रशासन ने दो से चार दिसंबर तक दंडी बाड़ा, पांच और छह दिसंबर को आचार्य बाड़ा और सात से नौ दिसंबर को खाक चौक को भूमि आवंटन करने की तिथि तय किया है। शेष संस्थाओं एवं अन्य को भूमि सुविधाओं के आवंटन की तिथियां इसके बाद में घोषित होगी।
उधर, आश्रम से जुड़े योगेंद्र स्वरूप ने बताया कि मंगलवार होने की वजह से आवंटन का कार्य शुरू नहीं हो सका। बुधवार से आवंटन की प्रक्रिया संपन्न होगी। इस मौके पर दंडी, सन्यासी, महंत, संत, ब्रह्मा आश्रम, शंकरा आश्रम, शिवबोध आश्रम, सुदर्शन आश्रम, गोविंद आश्रम से जुड़े संतों की मौजूद रहे।
10 जनवरी से पहले होगा हनुमान मंदिर कॉरिडोर का कायाकल्प
हनुमान मंदिर कॉरिडोर का कायाकल्प माघ मेला शुरू होने से पहले पूरा कर लिया जाएगा। बीते दिनों प्रयागराज आए सीएम योगी आदित्यनाथ ने वहां चल रहे कार्यों में तेजी जाने के निर्देश दिए थे। इसी के मद्देनजर पीडीए के उपाध्यक्ष ऋषि राज और सचिव अजीत सिंह ने मंगलवार को हनुमान मंदिर कॉरिडोर का निरीक्षण किया। वहां स्थित राम जनकी मंदिर का कायाकल्प होना है। उपाध्यक्ष ने निर्देश दिए कि किसी भी सूरत में 10 जनवरी तक यह कार्य पूरा कर लिया जाए। इसके बाद दूसरे चरण में हनुमान मंदिर के अंदर काम होगा। इसके तहत उस जगह को चौड़ा किया जाएगा, जहां श्रद्धालु खड़े होकर लेटे हनुमान जी का दर्शन करते हैं।