अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने अयोध्या की तरह ही मथुरा में श्रीकृष्ण जन्म भूमि के कलंक को भी मिटाने के लिए आवाज उठाई है। बृहस्पतिवार को मथुरा में कृष्ण जन्मभूमि के दर्शन और निरीक्षण के बाद परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि अब कृष्ण विराजमान से ईदगाह का कलंक जल्द दूर हो जाना चाहिए। उन्होंने देश के युवाओं और सभी मत, संप्रदायों के साधु -संतों से मथुरा विराजमान को मुक्त कराने के लिए शांति पूर्ण जनआंदोलन चलाने का भी आह्वान किया। साथ ही कहा कि परिषद की अगुवाई में शुरू होने वाले जन आंदोलन में हिंदूवादी संगठन विश्व हिंदू परिषद और आरएसएस को भी शामिल किया जाएगा।
गुजरात के जूनागढ़ में जूना अखाड़े के पीठाधीश्वर मुक्तानंद गिरि के ब्रह्मलीन होने के बाद बृहस्पतिवार को वृंदावन में प्रस्तावित अखाड़ा परिषद की बैठक स्थगित करनी पड़ी थी। बावजूद इसके परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि बहस्पतिवार को संतों के साथ मथुरा पहुंचे और उन्होंने वहां श्रीकृष्ण जन्म भूमि का निरीक्षण किया। निर्वाणी अणी अखाड़े के महंत धर्मदास, निर्मोही अखाड़े के महंत राजेंद्र दास के साथ कृष्ण जन्मभूमि के निरीक्षण के बाद परिषद के अध्यक्ष ने कहा कि अव वक्त आ गया है जब सभी लोग मिलकर एक जन आंदोलन चलाएं, ताकि जिस तरह श्रीराम जन्मभूमि को मुक्त कराने में विजय मिली, उसी तरह मथुरा में श्रीकृष्ण जन्म भूमि को भी मुक्त कराया जा सके।
उन्होंने कहा कि मथुरा श्रीकृष्ण जन्म भूमि पर जब तक कलंक रहेगा, तब तक हिंदुओं को इसकी पीड़ा सहनी पड़ेगी। उन्होंने कहा है कि जिस तरह से एक जोर का धक्का अयोध्या में दिया गया था, उसी तर्ज पर ईदगाह को लेकर भी जोरदार धक्का देने की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि साधु-संतों का देश के संविधान और कानून में पूरा विश्वास है, इसलिए इस मामले में समुचित व्यवस्था बनाकर कोर्ट की शरण में भी जाएंगे।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने अयोध्या की तरह ही मथुरा में श्रीकृष्ण जन्म भूमि के कलंक को भी मिटाने के लिए आवाज उठाई है। बृहस्पतिवार को मथुरा में कृष्ण जन्मभूमि के दर्शन और निरीक्षण के बाद परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि अब कृष्ण विराजमान से ईदगाह का कलंक जल्द दूर हो जाना चाहिए। उन्होंने देश के युवाओं और सभी मत, संप्रदायों के साधु -संतों से मथुरा विराजमान को मुक्त कराने के लिए शांति पूर्ण जनआंदोलन चलाने का भी आह्वान किया। साथ ही कहा कि परिषद की अगुवाई में शुरू होने वाले जन आंदोलन में हिंदूवादी संगठन विश्व हिंदू परिषद और आरएसएस को भी शामिल किया जाएगा।
गुजरात के जूनागढ़ में जूना अखाड़े के पीठाधीश्वर मुक्तानंद गिरि के ब्रह्मलीन होने के बाद बृहस्पतिवार को वृंदावन में प्रस्तावित अखाड़ा परिषद की बैठक स्थगित करनी पड़ी थी। बावजूद इसके परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि बहस्पतिवार को संतों के साथ मथुरा पहुंचे और उन्होंने वहां श्रीकृष्ण जन्म भूमि का निरीक्षण किया। निर्वाणी अणी अखाड़े के महंत धर्मदास, निर्मोही अखाड़े के महंत राजेंद्र दास के साथ कृष्ण जन्मभूमि के निरीक्षण के बाद परिषद के अध्यक्ष ने कहा कि अव वक्त आ गया है जब सभी लोग मिलकर एक जन आंदोलन चलाएं, ताकि जिस तरह श्रीराम जन्मभूमि को मुक्त कराने में विजय मिली, उसी तरह मथुरा में श्रीकृष्ण जन्म भूमि को भी मुक्त कराया जा सके।
उन्होंने कहा कि मथुरा श्रीकृष्ण जन्म भूमि पर जब तक कलंक रहेगा, तब तक हिंदुओं को इसकी पीड़ा सहनी पड़ेगी। उन्होंने कहा है कि जिस तरह से एक जोर का धक्का अयोध्या में दिया गया था, उसी तर्ज पर ईदगाह को लेकर भी जोरदार धक्का देने की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि साधु-संतों का देश के संविधान और कानून में पूरा विश्वास है, इसलिए इस मामले में समुचित व्यवस्था बनाकर कोर्ट की शरण में भी जाएंगे।