Prayagraj : तेजी से बढ़ रहा गंगा व यमुना का जल स्तर, खतरे के निशान से 10 मीटर दूर
बीते 24 घंटे में फाफामऊ में गंगा का जलस्तर 14 सेंटीमीटर, छतनाग में 228 सेंटीमीटर और नैनी में यमुना नदी का जलस्तर 175 सेंटीमीटर बढ़ा है। हालांकि खतरे का निशान अभी भी करीब 10 मीटर दूर है।

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पिछले 10 दिनों से हो रही बारिश का असर सगम क्षेत्र में दिखने लगा है। जिसके चलते लगातार गंगा और यमुना नदियों के जलस्तर में बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है। बीते 24 घंटे में फाफामऊ में गंगा का जलस्तर 14 सेंटीमीटर, छतनाग में 228 सेंटीमीटर और नैनी में यमुना नदी का जलस्तर 175 सेंटीमीटर बढ़ा है। हालांकि खतरे का निशान अभी भी करीब 10 मीटर दूर है। जिसके चलते तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की परेशानी बढ़ गई है। इसके अलावा गंगा और यमुना का पानी तीर्थ पुरोहितों के तख्ते तक पहुंच गया है। जिसकी वजह से तीर्थ पुरोहितों ने पीछे हटना शुरू कर दिया है।

वहीं दूसरी तरफ नदियों के जलस्तर में लगातार हो रही बढ़ोत्तरी को देखते हुए प्रशासन ने अपनी तरफ से तैयारियां तेज कर दी हैं। बक्सी बांध, एसटीपी रिंग, नागवासुकी, बंधे पर कई जगह बालू की खाली और भरी बोरिया रखवाई गई है। इस तरह से लगातार विभाग की तरफ से निचले इलाकों में चेकिंग अभियान चलाए जा रहे। इसके साथ ही तटीय और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को अलर्ट जारी कर दिया गया है।
प्रशासन ने जिले में स्थापित बाढ़ चौकियों को सक्रिय कर दिया है। जल पुलिस और एनडीआरएफ की टीमें भी संगम क्षेत्र में तैनात कर दी गई हैं, ताकि किसी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके। प्रशासन की तरफ से लोगों को आगाह किया गया है, कि वह किसी भी प्रकार की अफवाह के चक्कर में न पड़ें और समस्या होने पर तुरंत संबंधित अधिकारी से संपर्क करें।
हालांकि अभी दोनो नदियां खतरे के निशान से नीचे की तरफ बह रही हैं। क्योंकि जब जलस्तर 84.734 मीटर पार होने के बाद ही खतरे के निशान के ऊपर माना जाता है। सिंचाई विभाग के जन सूचना अधिकारी डीएन शुक्ला ने बताया कि बाढ़ नियंत्रण कक्ष से 15 जून से 24 घंटे जलस्तर की निगरानी की जा रही है। इसके लिए कर्मचारियों की रोस्टर के अनुसार ड्यूटी लगा दी गई है। सुलूज़ गेटों की ग्रीसिंग करा दी गई है। वहीं सोमवार को फाफामऊ में गंगा का जलस्तर 76.78 मीटर, वहीं छतनाग में 74.78 मीटर दर्ज किया गया है। इसी तरह यमुना नदी का जलस्तर नैनी में 75.61 मीटर पहुंच चुका है।