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ब्राह्मण समाज अपनी ताकत को पहचाने
Azamgarh
Updated Fri, 21 Jun 2013 05:30 AM IST
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अहरौला। बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने गुरुवार को दुर्वासा धाम पर आयोजित ब्राह्मण भाईचारा सम्मेलन में ब्राह्मणों से अपनी क्षमता को पहचानने को कहा। सपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ब्राह्मण समाज सहित सभी समाज को हाशिये पर लाकर खड़ा कर दिया गया है। बस बसपा में ही ब्राह्मण के साथ अन्य जातियों का मान-सम्मान सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि सपा सरकार में प्रदेश में अपराधों की बाढ़ सी आ गई है। उन्होंने अपराधों का आंकड़ा भी पेश किया।
मिश्र ने कहा कि ब्राह्मणों ने हमेशा अपनी बुद्धि और विवेक के बल पर समाज की अगुवाई की है। लेकिन कांग्रेस, भाजपा, सपा ने ब्राह्मण समाज को उपेक्षा किया है। आज प्रदेश में ब्राह्मणों की संख्या 16 फीसदी होने के बाद वे उपेक्षित हैं। सपा शासन में तो बसपा सरकार द्वारा चलाई गई सारी योजनाओं को बंद कर दिया गया है। लूट, हत्या, बलात्कार की घटनाओं से एक साल की सरकार में ही पूरे प्रदेश में अराजकता का माहौल पैदा हो गया है। सभी वर्गों के लोग व्यथित हैं। एक साल के शासन में ही हत्या की पांच हजार और लूट की 10 हजार से अधिक घटनाएं हो चुकी हैं। इतनी ही संख्या में अगवा करने और दुराचार की घटनाएं हुई हैं। कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है।
उन्होंने ब्राह्मण समाज को उनकी ताकत का अहसास कराते हुए कहा कि 20 करोड़ की आबादी वाले प्रदेश में ब्राह्मणों की संख्या 16 फीसदी है। दलितों की संख्या 24 फीसदी है। दोनों को जोड़ दिया जाए तो यह संख्या बल 40 फीसदी हो जाएगी। ऐसे में यदि एकजुट होकर दोनों वर्ग सिर्फ 30 फीसदी वोट दे तो बसपा प्रदेश में पुन: पूर्ण बहुमत में आ जाएगी। यही हाल आगामी लोक सभा में भी होगा। उन्होंने ब्राह्मणों से एक जुट होकर बसपा का समर्थन करने की अपील की। बोले यदि एकजुटता हो जाए तो बसपा मुखिया मायावती को कोई प्रधानमंत्री बनने से भी कोई नहीं रोक सकता। सम्मेलन को पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुखदेव राजभर, सांसद दारा सिंह चौहान, विधायक शाह आलम गुड्डू जमाली, पूर्व मंत्री अंगद यादव आदि ने संबोधित किया। सम्मेलन में पूर्व एमएलसी कमला प्रसाद यादव, पूर्व विधायक विद्या चौधरी के अलावा दयाराम भाष्कर, आशीष कुमार पांडेय, ओमप्रकाश मिश्र, रवींद्र त्रिपाठी, अरूण पाठक, दुर्गा दत्त द्विवेदी, उमाशंकर पांडेय, दयाशंकर, राजेश दूबे,लल्लू सिंह, अबुल कैश, कृष्णमुरारी विश्वकर्मा, चंद्रधारी, सुमन, मुस्तनीर फराही आदि उपस्थित रहें। अध्यक्षता बसपा सांसद डा.बलिराम और संचालन तारकेश्वर ने किया।
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मिश्र ने कहा कि ब्राह्मणों ने हमेशा अपनी बुद्धि और विवेक के बल पर समाज की अगुवाई की है। लेकिन कांग्रेस, भाजपा, सपा ने ब्राह्मण समाज को उपेक्षा किया है। आज प्रदेश में ब्राह्मणों की संख्या 16 फीसदी होने के बाद वे उपेक्षित हैं। सपा शासन में तो बसपा सरकार द्वारा चलाई गई सारी योजनाओं को बंद कर दिया गया है। लूट, हत्या, बलात्कार की घटनाओं से एक साल की सरकार में ही पूरे प्रदेश में अराजकता का माहौल पैदा हो गया है। सभी वर्गों के लोग व्यथित हैं। एक साल के शासन में ही हत्या की पांच हजार और लूट की 10 हजार से अधिक घटनाएं हो चुकी हैं। इतनी ही संख्या में अगवा करने और दुराचार की घटनाएं हुई हैं। कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है।
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उन्होंने ब्राह्मण समाज को उनकी ताकत का अहसास कराते हुए कहा कि 20 करोड़ की आबादी वाले प्रदेश में ब्राह्मणों की संख्या 16 फीसदी है। दलितों की संख्या 24 फीसदी है। दोनों को जोड़ दिया जाए तो यह संख्या बल 40 फीसदी हो जाएगी। ऐसे में यदि एकजुट होकर दोनों वर्ग सिर्फ 30 फीसदी वोट दे तो बसपा प्रदेश में पुन: पूर्ण बहुमत में आ जाएगी। यही हाल आगामी लोक सभा में भी होगा। उन्होंने ब्राह्मणों से एक जुट होकर बसपा का समर्थन करने की अपील की। बोले यदि एकजुटता हो जाए तो बसपा मुखिया मायावती को कोई प्रधानमंत्री बनने से भी कोई नहीं रोक सकता। सम्मेलन को पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुखदेव राजभर, सांसद दारा सिंह चौहान, विधायक शाह आलम गुड्डू जमाली, पूर्व मंत्री अंगद यादव आदि ने संबोधित किया। सम्मेलन में पूर्व एमएलसी कमला प्रसाद यादव, पूर्व विधायक विद्या चौधरी के अलावा दयाराम भाष्कर, आशीष कुमार पांडेय, ओमप्रकाश मिश्र, रवींद्र त्रिपाठी, अरूण पाठक, दुर्गा दत्त द्विवेदी, उमाशंकर पांडेय, दयाशंकर, राजेश दूबे,लल्लू सिंह, अबुल कैश, कृष्णमुरारी विश्वकर्मा, चंद्रधारी, सुमन, मुस्तनीर फराही आदि उपस्थित रहें। अध्यक्षता बसपा सांसद डा.बलिराम और संचालन तारकेश्वर ने किया।