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Baghpat News: एक्सप्रेसवे पर खड़े वाहन एक साल में 38 लोगों की छीन चुके जिंदगी
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एक्सप्रेसवे पर खड़े वाहन एक साल में 38 लोगों की छीन चुके जिंदगी की खबर से संबंधित फोटो। बागपत
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- ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर बागपत की सीमा में जगह-जगह खड़े रहते हैं ट्रक
- रात में वाहन टकराकर लोगों की हो रही मौत, एनएचएआई व पुलिस नहीं कर रहे कोई कार्रवाई
संवाद न्यूज एजेंसी
बागपत। ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर खड़े वाहनों से हादसे हो रहे हैं और एक साल में इन वाहनों से टकराने पर 38 लोगों की जान जा चुकी है। लगातार हो रहे हादसों से अफसर भी सबक नहीं ले रहे और ईपीई पर जगह-जगह खड़े होने वाले वाहनों पर कार्रवाई नहीं की जा रही है। इस कारण ही लगातार हादसों की संख्या बढ़ती जा रही है।
ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे का निर्माण होने के बाद दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम की दूरी कम हो रही है और रोजाना लाखों वाहन ईपीई पर फर्राटा भरते नजर आते हैं। ईपीई पर जगह-जगह ट्रकों की अवैध पार्किंग वाहनों की रफ्तार में ब्रेक लगा रही है तो हादसे भी बढ़ गए हैं। ईपीई पर होने वाले अधिकांश हादसे रास्ते में खड़े ट्रकों के कारण हो रहे हैं, क्योंकि रफ्तार से जा रहे वाहन रात में उनसे टकरा रहे हैं और उनकी मौत हो रही है।
- ईपीई पर यहां खड़े रहते हैं सबसे ज्यादा वाहन
ईपीई पर जगह-जगह चालक अपने ट्रकों को खड़ा कर सो जाते हैं। इसमें सबसे ज्यादा सड़क हादसे सरफाबाद से बड़ागांव तक होते हैं। गाजियाबाद से जिले की सीमा में प्रवेश करने के बाद सरफाबाद के पास रात में ट्रक खड़े हो जाते हैं, जो कई घंटे तक खड़े रहते हैं। यहीं हाल बड़ागांव के पास रहता है। इसके बाद मवीकलां के पास यमुना पुल पर ट्रक खड़े रहते हैं। उधर, हरियाणा की तरफ से आते समय टोल प्लाजा के आसपास भी ट्रक खड़े कर दिए जाते हैं।
- ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस वे पर हुए बड़े हादसे
- 18 नवंबर की रात में नोएडा में शादी समारोह से वापस लौट रहे बली गांव निवासी पूर्व जिपं सदस्य और सपा नेता तेजपाल सिंह की कार एक खड़े ट्रक में घुस गई। इस हादसे में कार चला रहे निशांत और महिला सुमन की मौत हो गई। जबकि पूर्व जिपं सदस्य तेजपाल सिंह, उनके दोस्त राजकुमार, मीनू और गुड़िया घायल हो गए। इस हादसे में कार भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।
- 20 अक्तूबर को ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस वे पर बड़ागांव के समीप ट्रक और पिकअप की भिड़ंत में कृष्णा (23) निवासी आकाश नंगला बेग मथुरा और जयपाल (48) जटोई जिला हाथरस जिला की मौत हो गई। जबकि सात लोग घायल हो गए। घायलों का मेरठ के निजी अस्पताल में उपचार कराया गया।
- 29 अगस्त 2025 की रात में ईपीई पर शुक्रवार की रात मवीकला के पास कार, टूरिस्ट बस और ट्रक आपस में भिड़ गए। इस हादसे में बागिर अली निवासी बदायूं की मौत हो गई, जबकि 13 यात्री घायल हो गए। हादसे के बाद ईपीई पर काफी देर तक जाम लगा रहा।
- वर्जन-ईपीई पर खड़े होने वाले वाहनों को हटवाने के लिए टोल वाहन पर कर्मी दिन में चक्कर लगाते रहते हैं। इसके बाद भी कुछ स्थानीय चालक ईपीई पर ही ट्रकों को खड़ा कर अपने घर चले जाते हैं। वाहनों का चालान काटने का अधिकार पुलिस के पास है। - नरेंद्र सिंह, परियोजना निदेशक, एनएचएआई
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संवाद न्यूज एजेंसी
बागपत। ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर खड़े वाहनों से हादसे हो रहे हैं और एक साल में इन वाहनों से टकराने पर 38 लोगों की जान जा चुकी है। लगातार हो रहे हादसों से अफसर भी सबक नहीं ले रहे और ईपीई पर जगह-जगह खड़े होने वाले वाहनों पर कार्रवाई नहीं की जा रही है। इस कारण ही लगातार हादसों की संख्या बढ़ती जा रही है।
ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे का निर्माण होने के बाद दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम की दूरी कम हो रही है और रोजाना लाखों वाहन ईपीई पर फर्राटा भरते नजर आते हैं। ईपीई पर जगह-जगह ट्रकों की अवैध पार्किंग वाहनों की रफ्तार में ब्रेक लगा रही है तो हादसे भी बढ़ गए हैं। ईपीई पर होने वाले अधिकांश हादसे रास्ते में खड़े ट्रकों के कारण हो रहे हैं, क्योंकि रफ्तार से जा रहे वाहन रात में उनसे टकरा रहे हैं और उनकी मौत हो रही है।
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- ईपीई पर यहां खड़े रहते हैं सबसे ज्यादा वाहन
ईपीई पर जगह-जगह चालक अपने ट्रकों को खड़ा कर सो जाते हैं। इसमें सबसे ज्यादा सड़क हादसे सरफाबाद से बड़ागांव तक होते हैं। गाजियाबाद से जिले की सीमा में प्रवेश करने के बाद सरफाबाद के पास रात में ट्रक खड़े हो जाते हैं, जो कई घंटे तक खड़े रहते हैं। यहीं हाल बड़ागांव के पास रहता है। इसके बाद मवीकलां के पास यमुना पुल पर ट्रक खड़े रहते हैं। उधर, हरियाणा की तरफ से आते समय टोल प्लाजा के आसपास भी ट्रक खड़े कर दिए जाते हैं।
- ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस वे पर हुए बड़े हादसे
- 18 नवंबर की रात में नोएडा में शादी समारोह से वापस लौट रहे बली गांव निवासी पूर्व जिपं सदस्य और सपा नेता तेजपाल सिंह की कार एक खड़े ट्रक में घुस गई। इस हादसे में कार चला रहे निशांत और महिला सुमन की मौत हो गई। जबकि पूर्व जिपं सदस्य तेजपाल सिंह, उनके दोस्त राजकुमार, मीनू और गुड़िया घायल हो गए। इस हादसे में कार भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।
- 20 अक्तूबर को ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस वे पर बड़ागांव के समीप ट्रक और पिकअप की भिड़ंत में कृष्णा (23) निवासी आकाश नंगला बेग मथुरा और जयपाल (48) जटोई जिला हाथरस जिला की मौत हो गई। जबकि सात लोग घायल हो गए। घायलों का मेरठ के निजी अस्पताल में उपचार कराया गया।
- 29 अगस्त 2025 की रात में ईपीई पर शुक्रवार की रात मवीकला के पास कार, टूरिस्ट बस और ट्रक आपस में भिड़ गए। इस हादसे में बागिर अली निवासी बदायूं की मौत हो गई, जबकि 13 यात्री घायल हो गए। हादसे के बाद ईपीई पर काफी देर तक जाम लगा रहा।
- वर्जन-ईपीई पर खड़े होने वाले वाहनों को हटवाने के लिए टोल वाहन पर कर्मी दिन में चक्कर लगाते रहते हैं। इसके बाद भी कुछ स्थानीय चालक ईपीई पर ही ट्रकों को खड़ा कर अपने घर चले जाते हैं। वाहनों का चालान काटने का अधिकार पुलिस के पास है। - नरेंद्र सिंह, परियोजना निदेशक, एनएचएआई