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Bahraich News: संदिग्ध ब्रिटिश नागरिकों के बताए पते पर सिर्फ बैनर मिला, आयोजक नदारद
संवाद न्यूज एजेंसी, बहराइच
Updated Mon, 17 Nov 2025 12:50 AM IST
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नेपालगंज के इसी अस्पताल में आए थे विदेशी नागरिक। -संवाद
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रुपईडीहा। बहराइच जिले से लगती नेपाल सीमा से शनिवार सुबह अवैध रूप से भारत में प्रवेश करते पकड़े गए दोनों ब्रिटिश नागरिकों ने जिस स्वास्थ्य शिविर में शामिल होने का दावा किया था, वहां रविवार को सिर्फ बैनर लगा मिला। दोनों की गिरफ्तारी के बाद शिविर के आयोजक अस्पताल से नदारद रहे।
पूछताछ में शनिवार को पकड़े गए ब्रिटिश नागरिक सुमित्रा शकील ओलिविया और पाकिस्तानी मूल के हस्सन अमान सलीम ने बताया था कि नेपाल के नेपालगंज में चल रहे मेडिकल कैंप में शामिल होने आए थे। दोनों डॉक्टर हैं। ब्रिनोज कान ऑपरेशन शिविर में मरीजों का उपचार कर रहे थे। वहां से लौटते समय भूलवश भारतीय सीमा में प्रवेश कर गए।
हमारी पड़ताल में बीएन हॉस्पिटल के बाहर शिविर का बैनर तो मिला, लेकिन कोई जिम्मेदार मौजूद नहीं रहा। वहां लगे बोर्ड के अनुसार अस्पताल में जापान, पाकिस्तान, ब्रिटेन और नेपाल के चिकित्सक भी मरीजों का उपचार करते हैं।
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10 से 16 नवंबर तक आयोजित था शिविर
हमारी पड़ताल में नेपालगंज के गणेशमान चौक स्थित बीएन हॉस्पिटल में दोनों विदेशी नागरिकों के बताए गए पते पर ब्रिनोज ईयर सर्जरी शिविर का बड़ा बैनर लगा हुआ मिला। शिविर 10 से 16 नवंबर तक संचालित था। अस्पताल के मेडिकल स्टाफ ने बताया कि शिविर बीएन कम्युनिटी ईयर केयर की ओर से संचालित है। इसमें ब्रिटेन नेपाल ऑटोलॉजी सर्विस का सहयोग भी रहता है।
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पूछताछ में दोनों ने उलझाया
जांच टीम में शामिल प्रभारी निरीक्षक रमेश सिंह रावत और एसएसबी इंस्पेक्टर ऋतुराज के अनुसार दोनों से पूछताछ में यह स्पष्ट नहीं हो सका कि वे भारतीय सीमा में कैसे दाखिल हो गए। दोनों सिर्फ यही कहते रहे कि यूके से मेडिकल कैंप में शामिल होने के लिए नेपाल आए थे। बॉर्डर पर टहलने के दौरान भटक कर भारतीय सीमा में आ गए।
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पूछताछ में शनिवार को पकड़े गए ब्रिटिश नागरिक सुमित्रा शकील ओलिविया और पाकिस्तानी मूल के हस्सन अमान सलीम ने बताया था कि नेपाल के नेपालगंज में चल रहे मेडिकल कैंप में शामिल होने आए थे। दोनों डॉक्टर हैं। ब्रिनोज कान ऑपरेशन शिविर में मरीजों का उपचार कर रहे थे। वहां से लौटते समय भूलवश भारतीय सीमा में प्रवेश कर गए।
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हमारी पड़ताल में बीएन हॉस्पिटल के बाहर शिविर का बैनर तो मिला, लेकिन कोई जिम्मेदार मौजूद नहीं रहा। वहां लगे बोर्ड के अनुसार अस्पताल में जापान, पाकिस्तान, ब्रिटेन और नेपाल के चिकित्सक भी मरीजों का उपचार करते हैं।
10 से 16 नवंबर तक आयोजित था शिविर
हमारी पड़ताल में नेपालगंज के गणेशमान चौक स्थित बीएन हॉस्पिटल में दोनों विदेशी नागरिकों के बताए गए पते पर ब्रिनोज ईयर सर्जरी शिविर का बड़ा बैनर लगा हुआ मिला। शिविर 10 से 16 नवंबर तक संचालित था। अस्पताल के मेडिकल स्टाफ ने बताया कि शिविर बीएन कम्युनिटी ईयर केयर की ओर से संचालित है। इसमें ब्रिटेन नेपाल ऑटोलॉजी सर्विस का सहयोग भी रहता है।
पूछताछ में दोनों ने उलझाया
जांच टीम में शामिल प्रभारी निरीक्षक रमेश सिंह रावत और एसएसबी इंस्पेक्टर ऋतुराज के अनुसार दोनों से पूछताछ में यह स्पष्ट नहीं हो सका कि वे भारतीय सीमा में कैसे दाखिल हो गए। दोनों सिर्फ यही कहते रहे कि यूके से मेडिकल कैंप में शामिल होने के लिए नेपाल आए थे। बॉर्डर पर टहलने के दौरान भटक कर भारतीय सीमा में आ गए।