UP: चेचेरे भाई ने पिता के साथ मिलकर बहन की गर्दन दबा की हत्या, सिर काट फेंका रेलवे ट्रैक किनारे; पर्दाफाश
जिले के मांझी-बकुल्हा रेलखंड के बीच रेलवे ट्रैक के किनारे एक सप्ताह पहले झाड़ी में मिले 30 वर्षीय महिला की हत्या की गुत्थी सुलझाने में पुलिस की चार टीमें लगी थीं। वह बिहार व यूपी के विभिन्न थाना क्षेत्रों में गुमशुदा लड़कियों व महिलाओं का रिकाॅर्ड खंगाल रही थी।
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Ballia News: बैरिया थाना क्षेत्र के बकुल्हा-मांझी रेलवे ट्रैक पर 17 नवंबर को मिली अज्ञात महिला के शव की शिनाख्त प्रीति यादव 20 वर्ष निवासी टोला फतेराय के रूप में हुई। घटना के सातवें दिन सोमवार को पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए ऑनर किलिंग मामले में चचेरे भाई आर्या यादव को गिरफ्तार किया, दूसरे आरोपी चाचा अशोक यादव की तलाश कर रही है। परिजनों विरूद्ध प्रेमी अभिषेक यादव के साथ घर से भाग कर शादी करने से नाराज होने पर घटना को अंजाम दिया। आरोपी कि निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त चाकू व बाइक को बरामद किया।
अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी कृपाशंकर ने पुलिस लाइन के सभागार में घटना का खुलासा करते बताया कि प्रीति यादव भगवानपुर गांव निवासी दूर के रिश्तेदार अभिषेक यादव के साथ प्यार करती थी। 23 सितंबर को घर से भाग कर प्रीति ने अभिषेक के साथ शादी कर मनेसर चली गई। दोनों पति पत्नी वहीं रहने लगे।
कुछ दिन बीतने के बाद प्रीति के चाचा अशोक यादव व भाई आर्या यादव प्रेमी अभिषेक के पिता सुनील यादव से मिले और समाज के प्रतिष्ठा का हवाला देते हुए दोनों की शादी रीति रिवाज के साथ करने का भरोसा देकर लड़का लड़की को बुलवाने को कहा। सुनील यादव के भरोसा पर अभिषेक पत्नी प्रीति को लेकर 14 नवंबर को वापस घर पहुंचे। 16 नवम्बर सुनील बहू प्रीति को ले जाकर उनके परिजनों को प्राथमिक विद्यालय टोला फतेह राय के पास सौंप दिया।
एएसपी कृपाशंकर ने बताया कि आरोपी ने पूछताछ में बताया कि स्कूल में प्रीति घर जाने को तैयार नहीं थी। डांटने पर विवाद करने लगी, इससे गुस्सा में आकर गला दबाकर हत्या कर दी, पिता अशोक यादव पैर पकड़े थे। हत्या को दुर्घटना का रूप देने के लिए पिता के साथ प्रीति का शव बाइक से रेलवे ट्रैक ले गए। वहां चाकू से गर्दन को काट कर ट्रैक के बीच फेंक दिया और शरीर के नीचे का कपड़ा छोड़ बाकी कपड़ा उतार दिया।
आधार कार्ड से हत्यारें तक पहुंची पुलिस
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि होने के बाद पुलिस की टीम फिर से सक्रिय हो गई। वह सिर की तलाश में रेलवे ट्रैक किनारे खोजबीन कर रही थी। उसी दौरान झाड़ी में जहां शव था, उसके पास आधार कार्ड व कपड़ा मिला। आधार कार्ड से पुलिस उसके घर पहुंच परिजनों से पूछताछ करने लगी।
पहले परिजनों ने गुम होने की जानकारी दी। पुलिस में अब तक शिकायत क्यो नहीं की के सवाल पर कोई जबाब नहीं दे सके। एएसपी ने बताया कि कड़ाई से पूछताछ में चचेरा भाई ने पूरी कहानी बया कर दी। उसके निशानदेही पर घटना में उपायुक्त चाकू बरामद कर लिया। सिर की तलाश चार पांच घंटा करने के बाद भी सफलता नहीं लग सकी।
ससुर की तहरीर पर दर्ज की प्राथमिकी
सीओ फहीम कुरैशी ने बताया कि प्रीति के ससुर सुनील यादव की तहरीर पर चचेरे भाई अभिषेक व उसके चाचा अशोक पर सबंधित धारा में मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार किया गया है। चाचा की खोज में संभावित ठिकाने पर दबिश दी जा रही है। बताया कि महिला की शिनाख्त को लेकर सीमावर्ती क्षेत्रों सहित बिहार के डीजीपी तक संदेश भेजा गया था।
बिहार पुलिस भी मदद कर रही भी। प्रीति के ससुर को घटना के दो दिन बाद समाचार पत्रों से एक महिला का शव मिलने की जानकारी मिली थी। लेकिन शव बहू का होगा, यह अंदेशा नहीं था। सीओ ने बताया की घटना की विविचेना में अन्य नाम प्रकाश में आने पर जोड़ा जाएगा। इस दौरान थाना प्रभारी विपिन सिंह मौजूद रहे।