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Balrampur News: राप्ती ने पार किया चेतावनी बिंदु, पहाड़ी नाले के उफान से 20 गांवों में बाढ़
संवाद न्यूज एजेंसी, बलरामपुर
Updated Wed, 17 Sep 2025 12:53 AM IST
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बलरामपुर के रामगढ़ मैटहवा गांव में भरा बाढ़ का पानी ।-संवाद
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बलरामपुर। राप्ती नदी चेतावनी बिंदु पार कर 30 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। राप्ती बैराज श्रावस्ती-नेपाल सीमा से 30 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने से नदी उफान पर है। नेपाल व जिले के मैदानी इलाकों में तीन दिनों से लगातार बारिश के चलते कई पहाड़ी नालों में भी उफान है। खरझार पहाड़ी नाले की बाढ़ से 20 गांव प्रभावित हैं। हेंगहा पहाड़ी नाले का पानी ललिया-हरिहरगंज मार्ग पर लौकहवा डिप के पास भर गया है जिससे इस पर आवागमन प्रभावित है।
सिसईघाट पर राप्ती नदी का चेतावनी बिंदु 103.620 मीटर व खतरे का निशान 104.620 मीटर है। राप्ती नदी का जलस्तर मंगलवार शाम चार बजे 103.920 मीटर रिकॉर्ड किया गया जो चेतावनी बिंदु से 30 सेंटीमीटर ऊपर है। हालांकि, नदी खतरे के निशान से अभी 70 सेंटीमीटर नीचे है। राप्ती नदी में पानी बढ़ने पर तीनों तहसीलों के 20 से अधिक गांव प्रभावित होंगे। लेकिन नदी के किनारे बसे सदर तहसील के गंगाबक्श भागड़, कल्यानुपर, लालपुर फगुइया, झौहना, मधवाजोत, कोड़री, बेला, टेंगनहिया, सरदारगढ़ सहित तुलसीपुर व उतरौला तहसील के कई गांवों में बाढ़ का संकट बढ़ने लगा है। प्रशासन ने तीनों तहसीलों के अधिकारियों को प्रभावित क्षेत्रों की निगरानी के निर्देश दिए हैं।
ढाई करोड़ खर्च के बाद भी कटान का खतरा
ललिया। सदर तहसील के मधवापुर गांव में राप्ती नदी की कटान को रोकने के लिए इस वर्ष करीब ढाई करोड़ रुपये से कटानरोधी कार्य कराया गया है। फिर भी नदी के कटान का संकट बना हुआ है। ग्रामीण विनय राम, राजितराम, सालिकराम, शिवकुमार व त्रिभुवन ने बताया कि कटानरोधी कार्य से पहले गांव के 20 घर राप्ती नदी में समाहित हो गए थे। चौकाकला, गंगाबक्श भागड़, टेंगनहिया, बेला व कोड़री में किसानों का 400 बीघे जमीन राप्ती नदी काट चुकी है।
लौकहवा डिप पर दो फीट भरा बाढ़ का पानी
हरैया सतघरवा। हेंगहा पहाड़ी नाले में बाढ़ आने से हरिहरगंज-ललिया मार्ग पर लौकहवा डिप पर दो फीट पानी भर गया है। इससे आवागमन अवरूद्ध होने की आशंका है। लोग बाढ़ के पानी से होकर गुजर रहे हैं। यदि बाढ़ का पानी और बढ़ेगा तो क्षेत्र की करीब डेढ़ लाख आबादी का रास्ता बंद हो जाएगा। ब्लॉक, सीएचसी शिवपुरा व क्षेत्र क विद्यालयों में शिक्षकों व आम जनमानस को जिला मुख्यालय से आवागमन में परेशानी हो रही है।
खरझार नाले के बाढ़ से परेशानी
महराजगंज तराई। खरझार पहाड़ी नाले में मंगलवार को फिर से बाढ़ आ गई। कई गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। खरझार नाले में बाढ़ से रामगढ़ मैटहवा, विजयीडीह, लहेरी, सुगानगर व जगरामपुरवा सहित करीब 20 गांवों में जलभराव हो गया है। घरों में बाढ़ का पानी भरने से भोजन बनाने की समस्या हो गई है। बाढ़ का पानी रामगढ़ मैटहवा गांव के कंपोजिट विद्यालय, पंचायत भवन, सामुदायिक शौचालय में भर गया है। विजयीडीह गांव के स्कूल व अस्पताल में भी बाढ़ का पानी भर गया है।
तीनों तहसीलों को डीएम ने किया सतर्क
राप्ती नदी व पहाड़ी नालों में बाढ़ को लेकर प्रशासन पूरी तरह तैयार है। डीएम पवन अग्रवाल ने तीनों तहसीलों के एसडीएम को बाढ़ प्रभावित गांवों में भ्रमण करने का निर्देश दिया है। नदी व पहाड़ी नालों के किनारे बसे गांव में लेखपालों को ठहरने का निर्देश दिया गया है। कलेक्ट्रेट स्थित बाढ़ कंट्रोल रूम को अब 24 घंटे के लिए सक्रिय किया गया है। कंट्रोल रूम में बाढ़ खंड, स्वास्थ्य, बिजली, पुलिस व राजस्व के कर्मचारियों को आठ-आठ घंटे की ड्यूटी के लिए तैनात किया गया है। एडीएम वित्त एवं राजस्व ज्योति राय को निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। 19 बाढ़ राहत केंद्रों व 32 बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है। मेडिकल की 32 टीमें इमरजेंसी के लिए तैनात की गई हे। नेपाल में हुई बारिश से राप्ती नदी का जलस्तर बढ़ा है। फिर भी सभी तैयारी कर ली गई है।
आपातकाल में इन नंबरों पर करें संपर्क
जिला स्तर पर :: 05263-236250, 917027736 व टोल फ्री नंबर 1077
सदर तहसील में :: 8127731411
तुलसीपुर तहसील में :: 8400696224
उतरौला तहसील में :: 7991441311
स्वास्थ्य विभाग :: 7704995639
बाढ़ खंड :: 05263-232283 व 7706881121

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ढाई करोड़ खर्च के बाद भी कटान का खतरा
ललिया। सदर तहसील के मधवापुर गांव में राप्ती नदी की कटान को रोकने के लिए इस वर्ष करीब ढाई करोड़ रुपये से कटानरोधी कार्य कराया गया है। फिर भी नदी के कटान का संकट बना हुआ है। ग्रामीण विनय राम, राजितराम, सालिकराम, शिवकुमार व त्रिभुवन ने बताया कि कटानरोधी कार्य से पहले गांव के 20 घर राप्ती नदी में समाहित हो गए थे। चौकाकला, गंगाबक्श भागड़, टेंगनहिया, बेला व कोड़री में किसानों का 400 बीघे जमीन राप्ती नदी काट चुकी है।
लौकहवा डिप पर दो फीट भरा बाढ़ का पानी
हरैया सतघरवा। हेंगहा पहाड़ी नाले में बाढ़ आने से हरिहरगंज-ललिया मार्ग पर लौकहवा डिप पर दो फीट पानी भर गया है। इससे आवागमन अवरूद्ध होने की आशंका है। लोग बाढ़ के पानी से होकर गुजर रहे हैं। यदि बाढ़ का पानी और बढ़ेगा तो क्षेत्र की करीब डेढ़ लाख आबादी का रास्ता बंद हो जाएगा। ब्लॉक, सीएचसी शिवपुरा व क्षेत्र क विद्यालयों में शिक्षकों व आम जनमानस को जिला मुख्यालय से आवागमन में परेशानी हो रही है।
खरझार नाले के बाढ़ से परेशानी
महराजगंज तराई। खरझार पहाड़ी नाले में मंगलवार को फिर से बाढ़ आ गई। कई गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। खरझार नाले में बाढ़ से रामगढ़ मैटहवा, विजयीडीह, लहेरी, सुगानगर व जगरामपुरवा सहित करीब 20 गांवों में जलभराव हो गया है। घरों में बाढ़ का पानी भरने से भोजन बनाने की समस्या हो गई है। बाढ़ का पानी रामगढ़ मैटहवा गांव के कंपोजिट विद्यालय, पंचायत भवन, सामुदायिक शौचालय में भर गया है। विजयीडीह गांव के स्कूल व अस्पताल में भी बाढ़ का पानी भर गया है।
तीनों तहसीलों को डीएम ने किया सतर्क
राप्ती नदी व पहाड़ी नालों में बाढ़ को लेकर प्रशासन पूरी तरह तैयार है। डीएम पवन अग्रवाल ने तीनों तहसीलों के एसडीएम को बाढ़ प्रभावित गांवों में भ्रमण करने का निर्देश दिया है। नदी व पहाड़ी नालों के किनारे बसे गांव में लेखपालों को ठहरने का निर्देश दिया गया है। कलेक्ट्रेट स्थित बाढ़ कंट्रोल रूम को अब 24 घंटे के लिए सक्रिय किया गया है। कंट्रोल रूम में बाढ़ खंड, स्वास्थ्य, बिजली, पुलिस व राजस्व के कर्मचारियों को आठ-आठ घंटे की ड्यूटी के लिए तैनात किया गया है। एडीएम वित्त एवं राजस्व ज्योति राय को निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। 19 बाढ़ राहत केंद्रों व 32 बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है। मेडिकल की 32 टीमें इमरजेंसी के लिए तैनात की गई हे। नेपाल में हुई बारिश से राप्ती नदी का जलस्तर बढ़ा है। फिर भी सभी तैयारी कर ली गई है।
आपातकाल में इन नंबरों पर करें संपर्क
जिला स्तर पर :: 05263-236250, 917027736 व टोल फ्री नंबर 1077
सदर तहसील में :: 8127731411
तुलसीपुर तहसील में :: 8400696224
उतरौला तहसील में :: 7991441311
स्वास्थ्य विभाग :: 7704995639
बाढ़ खंड :: 05263-232283 व 7706881121