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Bareilly News: साइबर ठगों को सिम देने वालों पर शिकंजा, जिले में 14 रिपोर्ट दर्ज
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पुलिस ने शहर से देहात तक की कार्रवाई, पीलीभीत और शाहजहांपुर में हुई गिरफ्तारी
बरेली। साइबर ठगों के मददगार प्री एक्टीवेटेड सिम उपलब्ध कराने वाले एजेंटों पर पुलिस ने शिकंजा कस दिया है। जिले के अलग-अलग थानों में तीन दिन में 14 रिपोर्ट दर्ज की गई हैं। पुलिस ने पीलीभीत व शाहजहांपुर में बड़ी कार्रवाई और आरोपियों की गिरफ्तारी की है।
बारादरी इलाके के सिम विक्रेता शुभम वर्मा ने सनराइज निवासी लोकेश कुमार के नाम से सिम जारी किया था। इस सिम कार्ड नंबर को जब एनसीआरपी पोर्टल पर डालकर चेक किया तो इसके संबंध में जौनपुर, रायबरेली, महाराष्ट्र के रत्नागिरी और ओडिशा में शिकायतें दर्ज मिलीं। साइबर ठगी की ये शिकायतें महाराष्ट्र के रत्नागिरी के पीड़ित विकास काजी, जौनपुर के उमेश चंद्र त्रिपाठी, रायबरेली के उपेंद्र कुमार और ओडिशा के समेश यादव ने की थीं।
सिमकार्ड विक्रेता राम नरेश ने एजाजनगर गौंटिया निवासी अदनान अंसारी के नाम से सिम जारी किया था। इस सिमकार्ड से साइबर अपराध किया गया था। दिल्ली के रोहन मलिक ने साइबर ठगी शिकायत की थी। साइबर सेल ने सिम बेचने वाले शुभम वर्मा और नरेश की जानकारी पुलिस से साझा की थी। बारादरी पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि इस तरह की कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।
डीआईजी बोले- अनजान लिंक और कॉल से दूर रहें
बरेली रेंज के डीआईजी अजय साहनी ने दिसंबर के प्रारंभ में ही चारों जिलों के कप्तान को निर्देश दिए थे कि वह अपने यहां इस तरह का अभियान चलाएं और प्री एक्टीवेटेड सिम प्रोवाइडर को चिह्नित कर गिरफ्तारी कराएं। डीआईजी ने कहा कि डिजिटल दुनिया में भी पुलिस सक्रियता से काम कर अपराधियों को सबक सिखा रही है। उन्होंने लोगों से लालच में न आने की अपील की। कहा कि अनजान लिंक और अनजान कॉल से दूर ही रहें। साइबर अपराध होने पर तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें या cybercrime.gov.in पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराएं। ब्यूरो
दो जगह ठगों ने उड़ाए रुपये, सिम बेचने वाले पर कार्रवाई
नवाबगंज। अवैध तरीके से बेचे गए सिम से दो अलग-अलग जगहों पर साइबर अपराध होने पर उपनिरीक्षक ने आरोपी के खिलाफ नवाबगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। उपनिरीक्षक अभिषेक नागर ने बताया कि मोहल्ला आदर्श नगर निवासी विशाल राठौर ने 19 जनवरी 2024 को हाफिजगंज के ग्राम अल्हैया कटैया निवासी मुकेश कुमार को सिम बेचा था। इस सिम से बुलंदशहर के थाना कोतवाली के मोहल्ला आवास विकास काॅलोनी निवासी वैशाली अग्रवाल से 30 मार्च 2024 को 27 हजार रुपये ठगे गए। दूसरी घटना हरियाणा में हुई। थाना बल्लभगढ़ निवासी बबलू से नौ अप्रैल 2024 को दो हजार रुपये का साइबर अपराध हुआ। इस मामले में उपनिरीक्षक अभिषेक नागर ने आरोपी विशाल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। संवाद
फर्जी तरह से सिम बेचने के आरोपी के खिलाफ केस
मीरगंज। साइबर सेल प्रभारी मीरगंज अरुण कुमार ने फर्जी तरीके से सिम बेचने के आरोपी के खिलाफ रविवार को मामला पंजीकृत कराया है। अरुण कुमार ने तहरीर में बताया कि एक मोबाइल नंबर पर एक लाख रुपये के फ्राॅड की शिकायत पहले से दर्ज है। जब उस नंबर की जांच की गई तो मीरगंज थाना क्षेत्र के गांव गुगई निवासी आलोक कुमार का नाम सामने आया। वह फर्जी तरीके से सिम बेचता है। पुलिस ने मामले की रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। संवाद
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बरेली। साइबर ठगों के मददगार प्री एक्टीवेटेड सिम उपलब्ध कराने वाले एजेंटों पर पुलिस ने शिकंजा कस दिया है। जिले के अलग-अलग थानों में तीन दिन में 14 रिपोर्ट दर्ज की गई हैं। पुलिस ने पीलीभीत व शाहजहांपुर में बड़ी कार्रवाई और आरोपियों की गिरफ्तारी की है।
बारादरी इलाके के सिम विक्रेता शुभम वर्मा ने सनराइज निवासी लोकेश कुमार के नाम से सिम जारी किया था। इस सिम कार्ड नंबर को जब एनसीआरपी पोर्टल पर डालकर चेक किया तो इसके संबंध में जौनपुर, रायबरेली, महाराष्ट्र के रत्नागिरी और ओडिशा में शिकायतें दर्ज मिलीं। साइबर ठगी की ये शिकायतें महाराष्ट्र के रत्नागिरी के पीड़ित विकास काजी, जौनपुर के उमेश चंद्र त्रिपाठी, रायबरेली के उपेंद्र कुमार और ओडिशा के समेश यादव ने की थीं।
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सिमकार्ड विक्रेता राम नरेश ने एजाजनगर गौंटिया निवासी अदनान अंसारी के नाम से सिम जारी किया था। इस सिमकार्ड से साइबर अपराध किया गया था। दिल्ली के रोहन मलिक ने साइबर ठगी शिकायत की थी। साइबर सेल ने सिम बेचने वाले शुभम वर्मा और नरेश की जानकारी पुलिस से साझा की थी। बारादरी पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि इस तरह की कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।
डीआईजी बोले- अनजान लिंक और कॉल से दूर रहें
बरेली रेंज के डीआईजी अजय साहनी ने दिसंबर के प्रारंभ में ही चारों जिलों के कप्तान को निर्देश दिए थे कि वह अपने यहां इस तरह का अभियान चलाएं और प्री एक्टीवेटेड सिम प्रोवाइडर को चिह्नित कर गिरफ्तारी कराएं। डीआईजी ने कहा कि डिजिटल दुनिया में भी पुलिस सक्रियता से काम कर अपराधियों को सबक सिखा रही है। उन्होंने लोगों से लालच में न आने की अपील की। कहा कि अनजान लिंक और अनजान कॉल से दूर ही रहें। साइबर अपराध होने पर तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें या cybercrime.gov.in पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराएं। ब्यूरो
दो जगह ठगों ने उड़ाए रुपये, सिम बेचने वाले पर कार्रवाई
नवाबगंज। अवैध तरीके से बेचे गए सिम से दो अलग-अलग जगहों पर साइबर अपराध होने पर उपनिरीक्षक ने आरोपी के खिलाफ नवाबगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। उपनिरीक्षक अभिषेक नागर ने बताया कि मोहल्ला आदर्श नगर निवासी विशाल राठौर ने 19 जनवरी 2024 को हाफिजगंज के ग्राम अल्हैया कटैया निवासी मुकेश कुमार को सिम बेचा था। इस सिम से बुलंदशहर के थाना कोतवाली के मोहल्ला आवास विकास काॅलोनी निवासी वैशाली अग्रवाल से 30 मार्च 2024 को 27 हजार रुपये ठगे गए। दूसरी घटना हरियाणा में हुई। थाना बल्लभगढ़ निवासी बबलू से नौ अप्रैल 2024 को दो हजार रुपये का साइबर अपराध हुआ। इस मामले में उपनिरीक्षक अभिषेक नागर ने आरोपी विशाल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। संवाद
फर्जी तरह से सिम बेचने के आरोपी के खिलाफ केस
मीरगंज। साइबर सेल प्रभारी मीरगंज अरुण कुमार ने फर्जी तरीके से सिम बेचने के आरोपी के खिलाफ रविवार को मामला पंजीकृत कराया है। अरुण कुमार ने तहरीर में बताया कि एक मोबाइल नंबर पर एक लाख रुपये के फ्राॅड की शिकायत पहले से दर्ज है। जब उस नंबर की जांच की गई तो मीरगंज थाना क्षेत्र के गांव गुगई निवासी आलोक कुमार का नाम सामने आया। वह फर्जी तरीके से सिम बेचता है। पुलिस ने मामले की रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। संवाद
