SIR: बरेली में 100 फीसदी हो गया एसआईआर, 7.30 लाख मिले अपात्र, मतदाता सूची से कटेंगे नाम
बरेली जिले में एसआईआर का काम पूरा हो गया है। पुनरीक्षण में 7.30 लाख मतदाता अपात्र मिले हैं। इन मतदाताओं में 1.14 लाख मृतकों के नाम भी शामिल हैं। इन मतदाताओं का दोबारा सत्यापन होगा। अगर अपात्र मिले तो सूची से नाम काटे जाएंगे।
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बरेली जिले में एसआईआर (विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण) का शत-प्रतिशत काम बृहस्पतिवार को जिला प्रशासन ने पूरा कर लिया है। 34 लाख वोटरों में से 7.30 लाख नाम दोषपूर्ण मिले हैं। इन दोषपूर्ण (अपात्र) मतदाताओं में 1.14 लाख मृतकों के भी नाम भी शामिल हैं। डीएम अविनाश सिंह ने कहा कि पहले एसआईआर के लिए चार दिसंबर तक का समय मिला था। फिर आयोग ने 11 दिसंबर तक का और मौका दिया था। हालांकि, निर्वाचन आयोग ने अंतिम तिथि में संशोधन कर एसआईआर का समय और बढ़ाते हुए 26 दिसंबर तक समय दे दिया है। अब अपात्रों का फिर से सत्यापन होगा।
डीएम ने बताया कि एसआईआर के अभियान में 7.30 लाख 436 मतदाता अपात्र मिले हैं। इसमें 1,14,435 वोटर मृतक पाए गए हैं, जबकि 2.51 मतदाता बूथ क्षेत्र में अनुपस्थित मिले हैं। 2.93 मतदाता दूसरी जगह शिफ्ट हो गए हैं, जबकि दूसरे बूथ पर अपना वोट बनवा लेने वाले 57,236 मतदाता मिले हैं। इस तरह कुल 34 लाख वोटरों में 21.45 प्रतिशत मतदाता अपात्र पाए गए हैं। जिनके नाम मतदाता सूची से काटने से पहले दावा-आपत्ति प्राप्त किया जाएगा।
78.55 प्रतिशत वोटरों के गणना प्रपत्र डिजिटाइज
उप जिला निर्वाचन अधिकारी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि सभी मतदाताओं का एसआईआर होने के बाद 78.55 प्रतिशत लोगों के गणना प्रपत्र निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर डिजिटाइज भी कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि एसआईआर अभियान में 3499 बीएलओ, 359 सुपरवाइजर लगाए गए हैं। उन्होंने बताया कि कुल 34 लाख मतदाताओं में से 18.19 लाख पुरुष और 15.86 लाख महिला मतदाता शामिल थे। इसके अलावा 94 थर्ड जेंडर भी वोटर हैं।
अब यह होंगे कार्य
उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि 26 दिसंबर तक तारीख बढ़ी है। अब एसआईआर का काम दुरुस्त करने का मौका मिला गया है। सर्वे के दौरान जो मतदाता अपात्र मिले हैं, उनकी सूची शुक्रवार और शनिवार के दिनों में बीएलओ बूथ पर राजनीतिक दल के बीएलए को देंगे। इसके लिए दोनों दिनों प्रत्येक बूथ पर बैठक होगी। सूची में दर्ज अपात्रों के नाम में जिसे बीएलए पात्र बताएंगे, उसका सत्यापन कराकर यदि पात्र मिला तो गणना प्रपत्र भराएंगे। जिन वोटरों का लिंक वर्ष 2003 की मतदाता सूची में नहीं मिला है, वह वोटर 12 प्रतिशत हैं। इनकी मैपिंग हो जाए, इस पर काम होगा। जहां अधिक संख्या में मतदाताओं के नाम सूची से कटने वाले होंगे, वहां जिला स्तरीय अधिकारियों से सत्यापन कराएंगे।