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UP: तीन करोड़ की धोखाधड़ी में सपा विधायक अताउर रहमान के बहन-बहनोई भी शामिल, पुलिस ने विवेचना में बढ़ाए नाम

संवाद न्यूज एजेंसी, बहेड़ी (बरेली) Published by: मुकेश कुमार Updated Mon, 01 Dec 2025 08:57 AM IST
सार

बरेली में बहेड़ी के सपा विधायक अताउर रहमान के बहन-बहनोई की मुश्किलें बढ़ गई हैं। तीन करोड़ रुपये की धोखाधड़ी में उनका नाम शामिल किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। 

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SP MLA Ataur Rahman's sister and brother-in-law are also involved in a fraud in Bareilly
सांकेतिक तस्वीर - फोटो : amar ujala
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विस्तार
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बरेली में बैंक की देनदारी अदा न कर पाने पर राइस मिल के साझीदारों ने बहेड़ी नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन हाजी जमील अहमद के बेटे सलीम अख्तर से 3.15 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी कर ली। इस मामले में शासन के आदेश पर आठ लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई थी। अब विवेचना में सपा विधायक व पार्टी के प्रदेश महासचिव अताउर रहमान की बहन फरजाना और बहनोई नसीम अख्तर का नाम शामिल किया गया है।

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सलीम अख्तर ने 16 अक्तूबर 2023 को थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि मोहम्मदपुर रोड पर एचके इंडस्ट्री नाम से राइस मिल पर नैनीताल बैंक का कर्ज था। मिल के डिफाल्टर होने पर उसके 10 साझीदारों ने 2 नवंबर 2020 को उनसे 3.15 करोड़ रुपये में सौदा किया। उन्होंने बैंक के अधिकारियों से कर्ज की जानकारी की थी।
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सलीम ने बताया कि बैंक के कर्ज की रकम 1.2 करोड़ रुपये चेक के जरिये जमा कर दी थी। बाकी रकम सभी पार्टनरों को नकद दी गई। इकरारनामा में 3.15 करोड़ रुपये का सौदा होने का जिक्र किया गया। इसी दिन उन्हें राइस मिल और जमीन पर कब्जा दिया जाना था, पर पार्टनर टालमटोल करते रहे।

दूसरे से सौदा होने की भनक पर कराई थी रिपोर्ट
सलीम के मुताबिक, उन्हें पता चला कि सभी पार्टनर राइस मिल का सौदा दूसरे के हाथ कर रहे हैं। तब उन्होंने हाजी कमरुद्दीन, बदरुद्दीन, नूरुद्दीन, मोइनुद्दीन उर्फ भूरा, नसरुद्दीन, जहीरुद्दीन निवासी मोहल्ला मोहम्मदपुर, मुख्तियार अहमद, अफसाना निवासी मोहल्ला टांडा के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज करा दी।

विवेचना में खुला नाम, विधायक पर बचाव करने का आरोप
पुलिस ने विवेचना शुरू की तो पता लगा कि राइस मिल के 30 प्रतिशत के साझीदार फरजाना और नसीम अख्तर हैं। नसीम अख्तर बरेली शहर की ग्रीन पार्क कॉलोनी के निवासी हैं और बरेली कॉलेज से प्रोफेसर पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। धोखाधड़ी में शामिल होने के वित्तीय साक्ष्य मिलने के बाद विवेचक धर्मेंद्र सिंह ने दोनों के नाम केस में बढ़ा दिए हैं। 

सीओ बहेड़ी अरुण कुमार ने बताया कि नसीम अख्तर और फरजाना पर संबंधित आरोप साबित हुए हैं। विवेचना में साक्ष्यों के आधार पर ही विवेचक ने इनके नाम बढ़ाए हैं। आगे भी विधि सम्मत कार्रवाई भी की जाएगी। 

विधायक बोले- प्रकरण से मेरा लेना-देना नहीं 
सपा प्रदेश महासचिव व विधायक अताउर रहमान ने कहा कि इस प्रकरण से मेरा कोई लेनादेना नहीं है। जिन शिकायतकर्ता और आरोपी बताए जा रहे मेरे रिश्तेदार का जिक्र हो रहा है वह खुद आपस में सगे चाचा भतीजे हैं। यह उन लोगों का व्यक्तिगत विवाद है जिसमें मेरा कोई जुड़ाव नहीं है। 

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