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Weather: बरेली में पछुआ और कोहरे की जुगलबंदी से बढ़ी ठंड, सुबह-सुबह दृश्यता रही शून्य
अमर उजाला ब्यूरो, बरेली
Published by: मुकेश कुमार
Updated Mon, 24 Nov 2025 11:32 AM IST
सार
बरेली में सर्दी और कोहरे ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। रविवार के बाद सोमवार को भी सुबह के वक्त कोहरा छाया रहा। पछुआ हवा चलने से ठंड बढ़ गई है।
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बरेली में सुबह-सुबह छाया रहा कोहरा
- फोटो : संवाद
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विस्तार
पछुआ हवा और कोहरे की जुगलबंदी से बरेली जिले में ठंड बढ़ गई है। सोमवार को सुबह देहात क्षेत्रों में कोहरा छाया रहा, जिससे वाहनों की रफ्तार धीमी रही। सुबह नौ बजे के बाद कोहरा छटा। गुनगुनी धूप खिली तो लोगों को थोड़ी राहत मिली। इससे पहले रविवार सुबह भी घना कोहरा छाया रहा। तड़के चार से सुबह नौ बजे तक दृश्यता शून्य होने से हाईवे पर वाहन रेंगते रहे। बेहद जरूरी कार्य होने पर फुल आस्तीन के गर्म कपड़े पहनकर लोग घरों से निकले। मौसम विभाग ने सप्ताहभर तक सुबह घना और शाम को हल्का कोहरा छाने का अनुमान जताया है।
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सुबह नौ बजे के बाद तेज हवा चलने से कोहरा छंटा और चटक धूप निकली। सर्दी बढ़ने के साथ बाजार में भी गर्म कपड़ों की बिक्री बढ़ गई। रविवार को अधिकतम तापमान एक डिग्री लुढ़ककर सामान्य से चार डिग्री कम 23.1 डिग्री और न्यूनतम सामान्य स्तर पर 10 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के विशेषज्ञ अतुल कुमार के मुताबिक, रविवार को प्रदेश में सुबह घना कोहरा रहा। बरेली में दृश्यता शून्य रही। सर्द, शुष्क पछुआ हवा से तापमान में गिरावट हुई। अगले दो से तीन दिन तक यह गिरावट जारी रहने का अनुमान है।
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आवासीय क्षेत्र का एक्यूआई 135
चेस्ट फिजिशियन डॉ. हरपाल सिंह के मुताबिक घना कोहरा होने पर हवा में नमी बढ़ जाती है। धूल के कण लंबे समय तक हवा में टिके रहते हैं। ये सांस के जरिये शरीर में प्रवेश कर बीमार बना सकते हैं। इसलिए कोहरा होने पर बाहर कम निकलना चाहिए। आंख के साथ दमा रोगियों की परेशानी बढ़ती है। बच्चे और बुजुर्गों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। अनदेखी से सांस, अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, फेफड़ों में संक्रमण, आंखों में जलन, उच्च रक्तचाप, हृदय रोग बढ़ने की आशंका रहती है।