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आंगनबाड़ी की समस्याओं को लेकर फूंका मेनका का पुतला
बदायूं, ब्यूरो
Updated Mon, 16 May 2016 12:35 AM IST
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नारेबाजी
- फोटो : अमर उजाला
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धरना-प्रदर्शन कर दिया ज्ञापन, जमकर की नारेबाजी
आंगनबाड़ियों की विभिन्न समस्याओं को लेकर रविवार को आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ ने मालवीय आवास पर धरना-प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने केंद्रीय बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार मंत्री मेनका गांधी का पुतला फूंका। मुख्यमंत्री को संबोधित तीन सूत्रीय मांगों के संबंध में ज्ञापन एडीएम प्रशासन को सौंपा।
इस मौके पर जिलाध्यक्ष राजेश कुमार सक्सेना ने कहा कि प्रदेश में लगभग साढ़े चार लाख आंगनबाडी कार्यकत्री कार्य कर रहीं हैं। सरकार महिला सशक्तिकरण की बात कर रही है,लेकिन महिलाओं पर सबसे ज्यादा अत्याचार हो रहा है। आरोप लगाया कि भाजपा महिला विरोधी सरकार है जो आंगनबाड़ी कार्यकत्री से मात्र 100 रुपये प्रतिदिन में कार्य करवा रही है। शर्मनाक बात तो यह है कि इसका नेतृत्व महिला ही कर रही है। कार्यकत्री पर कई काम थोप दिए हैं। ज्ञापन में कहा गया है कि गर्मी के चलते प्राइमरी से इंटर तक के विद्यालयों की तरह आंगनबाड़ी केंद्रों का भी ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित किया जाए। हाटकुक्ड योजना को पूर्णरूप से ग्राम प्रधानों को सौंप दिया जाए या फिर आंगनबाड़ी को सौंपा जाए। संयुक्त रूप से यह योजना संचालित नहीं की जाए। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का मानदेय कम से कम दस हजार रुपये किया जाए।
धरना प्रदर्शन के दौरान जमकर नारेबाजी की गई। इस मौके पर मोरश्री गुप्ता, कुमकुम रानी, कमल किशोरी, गीता देवी, आरती, रामरती, सुधा उपाध्याय, जाबिरा, तमकीन, चांदनी, साजवानो, जयमंती, उर्मिला, शशिवाला, मोहिनी आदि थीं।
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आंगनबाड़ियों की विभिन्न समस्याओं को लेकर रविवार को आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ ने मालवीय आवास पर धरना-प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने केंद्रीय बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार मंत्री मेनका गांधी का पुतला फूंका। मुख्यमंत्री को संबोधित तीन सूत्रीय मांगों के संबंध में ज्ञापन एडीएम प्रशासन को सौंपा।
इस मौके पर जिलाध्यक्ष राजेश कुमार सक्सेना ने कहा कि प्रदेश में लगभग साढ़े चार लाख आंगनबाडी कार्यकत्री कार्य कर रहीं हैं। सरकार महिला सशक्तिकरण की बात कर रही है,लेकिन महिलाओं पर सबसे ज्यादा अत्याचार हो रहा है। आरोप लगाया कि भाजपा महिला विरोधी सरकार है जो आंगनबाड़ी कार्यकत्री से मात्र 100 रुपये प्रतिदिन में कार्य करवा रही है। शर्मनाक बात तो यह है कि इसका नेतृत्व महिला ही कर रही है। कार्यकत्री पर कई काम थोप दिए हैं। ज्ञापन में कहा गया है कि गर्मी के चलते प्राइमरी से इंटर तक के विद्यालयों की तरह आंगनबाड़ी केंद्रों का भी ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित किया जाए। हाटकुक्ड योजना को पूर्णरूप से ग्राम प्रधानों को सौंप दिया जाए या फिर आंगनबाड़ी को सौंपा जाए। संयुक्त रूप से यह योजना संचालित नहीं की जाए। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का मानदेय कम से कम दस हजार रुपये किया जाए।
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धरना प्रदर्शन के दौरान जमकर नारेबाजी की गई। इस मौके पर मोरश्री गुप्ता, कुमकुम रानी, कमल किशोरी, गीता देवी, आरती, रामरती, सुधा उपाध्याय, जाबिरा, तमकीन, चांदनी, साजवानो, जयमंती, उर्मिला, शशिवाला, मोहिनी आदि थीं।
