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Chitrakoot News: पुरा तालाब की खोदाई के दौरान 12 कछुए मिले
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बरगढ़। वन विभाग के बरगढ़ वन क्षेत्र के पुरा तालाब में खोदाई के दौरान 12 जीवित कछुए मिले हैं। जिनको रानीपुर टाइगर रिजर्व की बरगढ़ रेंज की टीम ने सफलता पूर्वक रेस्क्यू करते हुए निकाल लिया है। इस कार्य की सराहना की जा रही है।
मऊ क्षेत्र के लालता रोड के पास पुरा तालाब है। जहां पर लघु सिंचाई विभाग द्वारा तालाब की खोदाई कराई जा रही है। खोदाई के दौरान तालाब में कछुआ दिखाने में कुछ ग्रामीणों ने इसकी जानकारी रानीपुर टाइगर रिजर्व के अधिकारियों को दी। कुछ ग्रामीण शनिवार को बरगढ़ रेंज की टीम मौके पर पहुंची। तालाब से 12 कछुओं को सफलता पूर्वक जीवित निकाल लिया गया।
रानीपुर टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक वनाधिकारी नरेंद्र सिंह ने बताया कि प्रतिबंधित जलीय जीवों को अपने कब्जे में रखना दंडनीय अपराध है। वन जीव संरक्षण अधिनियम 1972 की अनुसूची दो के तहत संरक्षित है । कुछ ग्रामीण तालाब में पडे़ कछुओं को ले जाने की कोशिश भी कर रहे थे। उनको बताया कि जलीय वन्य जीव कछुआ को रखना अपराध है। भविष्य में ऐसा न करने की चेतावनी भी दी गई। कहा कि कोई भी वन्य जीव सरकारी संपत्ति माना जाता है। कछुओं को सुरक्षित रूप से रेस्क्यू कर निकाल लिया गया है। जल्द ही उन्हें रानीपुर टाइगर रिजर्व के प्राकृतिक आवास में छोड़ा जाएगा।
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मऊ क्षेत्र के लालता रोड के पास पुरा तालाब है। जहां पर लघु सिंचाई विभाग द्वारा तालाब की खोदाई कराई जा रही है। खोदाई के दौरान तालाब में कछुआ दिखाने में कुछ ग्रामीणों ने इसकी जानकारी रानीपुर टाइगर रिजर्व के अधिकारियों को दी। कुछ ग्रामीण शनिवार को बरगढ़ रेंज की टीम मौके पर पहुंची। तालाब से 12 कछुओं को सफलता पूर्वक जीवित निकाल लिया गया।
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रानीपुर टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक वनाधिकारी नरेंद्र सिंह ने बताया कि प्रतिबंधित जलीय जीवों को अपने कब्जे में रखना दंडनीय अपराध है। वन जीव संरक्षण अधिनियम 1972 की अनुसूची दो के तहत संरक्षित है । कुछ ग्रामीण तालाब में पडे़ कछुओं को ले जाने की कोशिश भी कर रहे थे। उनको बताया कि जलीय वन्य जीव कछुआ को रखना अपराध है। भविष्य में ऐसा न करने की चेतावनी भी दी गई। कहा कि कोई भी वन्य जीव सरकारी संपत्ति माना जाता है। कछुओं को सुरक्षित रूप से रेस्क्यू कर निकाल लिया गया है। जल्द ही उन्हें रानीपुर टाइगर रिजर्व के प्राकृतिक आवास में छोड़ा जाएगा।
