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प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन करना चाहिए
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फ़ोटो संख्या 01- गोष्ठी को संबोधित करते जीव विज्ञान विभाग प्रभारी डॉ ललित गुप्ता
- फोटो : ETAWAH

बकेवर। जनता कॉलेज में मिशन शक्ति के तहत मंगलवार को राष्ट्रीय सेवा योजना व राष्ट्रीय कैडेट कोर के संयुक्त तत्वाधान में महिला पोषण जागरूकता पर संगोष्ठी हुई।
जीव विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डा.ललित गुप्ता ने बताया कि भोजन के तीन मुख्य घटक कार्बोहाइड्रेट, वसा, प्रोटीन, सूक्ष्म तत्व जैसे विटामिन, हारर्मोंस और खनिज लवण सब को मिलाकर ही एक संतुलित आहार होता है।
डॉ गुप्ता ने बताया कि भोजन में मुख्य रूप से कार्बोहाइड्रेट को लिया जा रहा है। इसकी मात्रा सीमित होनी चाहिए। प्रोटीन का ज्यादा से ज्यादा सेवन करना चाहिए। दाल, दूध, पनीर, मशरूम, मांस आदि प्रोटीन में मुख्य स्रोत है।
प्रोटीन एक ग्राम प्रति एक किलोग्राम शरीर भार तथा कठिन कार्य करने वालों के लिए डेढ़ ग्राम प्रति किलोग्राम शरीर भार पर लेना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया की फल और सब्जी जिनसे विटामिन एवं खनिज लवण मिलते हैं का अधिक सेवन करना चाहिए।
कार्यवाहक प्राचार्य डा.एके पांडेय ने कहा कि पानी का उपयोग कम से कम 8 से 10 गिलास प्रतिदिन करें। ताकि शरीर में कोई विकार उत्पन्न न हो।
कार्यक्रम में शस्य विज्ञान के विभागाध्यक्ष डा.एमपी सिंह ने कहा कि व्यक्ति को स्वस्थ रहने के लिए विविधता पूर्ण संतुलित आहार लेना चाहिए। जिससे सभी पोषक तत्वों की पूर्ति हो सके। साथ ही सलाह दी कि महिलाओं में एनीमिया खून की कमी से होता है।
कार्यक्रम संयोजक डा.मनोज कुमार यादव, एनसीसी प्रभारी ब्रह्मानंद ने महिला स्वास्थ्य, पोषण और स्वच्छता पर अपने विचारों का साझा किया। मृदा संरक्षण के विभागाध्यक्ष डा.पीके राजपूत, पशुपालन विभाग के विभागाध्यक्ष डा.आदित्य कुमार, शैलेंद्र कुमार, दामिनी कश्यप, हर्ष, अमित सिंह उपस्थित रहे।
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जीव विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डा.ललित गुप्ता ने बताया कि भोजन के तीन मुख्य घटक कार्बोहाइड्रेट, वसा, प्रोटीन, सूक्ष्म तत्व जैसे विटामिन, हारर्मोंस और खनिज लवण सब को मिलाकर ही एक संतुलित आहार होता है।
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डॉ गुप्ता ने बताया कि भोजन में मुख्य रूप से कार्बोहाइड्रेट को लिया जा रहा है। इसकी मात्रा सीमित होनी चाहिए। प्रोटीन का ज्यादा से ज्यादा सेवन करना चाहिए। दाल, दूध, पनीर, मशरूम, मांस आदि प्रोटीन में मुख्य स्रोत है।
प्रोटीन एक ग्राम प्रति एक किलोग्राम शरीर भार तथा कठिन कार्य करने वालों के लिए डेढ़ ग्राम प्रति किलोग्राम शरीर भार पर लेना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया की फल और सब्जी जिनसे विटामिन एवं खनिज लवण मिलते हैं का अधिक सेवन करना चाहिए।
कार्यवाहक प्राचार्य डा.एके पांडेय ने कहा कि पानी का उपयोग कम से कम 8 से 10 गिलास प्रतिदिन करें। ताकि शरीर में कोई विकार उत्पन्न न हो।
कार्यक्रम में शस्य विज्ञान के विभागाध्यक्ष डा.एमपी सिंह ने कहा कि व्यक्ति को स्वस्थ रहने के लिए विविधता पूर्ण संतुलित आहार लेना चाहिए। जिससे सभी पोषक तत्वों की पूर्ति हो सके। साथ ही सलाह दी कि महिलाओं में एनीमिया खून की कमी से होता है।
कार्यक्रम संयोजक डा.मनोज कुमार यादव, एनसीसी प्रभारी ब्रह्मानंद ने महिला स्वास्थ्य, पोषण और स्वच्छता पर अपने विचारों का साझा किया। मृदा संरक्षण के विभागाध्यक्ष डा.पीके राजपूत, पशुपालन विभाग के विभागाध्यक्ष डा.आदित्य कुमार, शैलेंद्र कुमार, दामिनी कश्यप, हर्ष, अमित सिंह उपस्थित रहे।