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स्तूप पर नाकेबंदी, गांव में भी पुलिस का पहरा
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संकिसा स्थित बिसारी देवी मंदिर के पास पेड़ की छाया में बैठे पुलिस कर्मी। संवाद
- फोटो : FARRUKHABAD

संकिसा (फर्रुखाबाद)। शरद पूर्णिमा पर संकिसा में बवाल के बाद स्तूप से लेकर गांव तक पुलिस का सख्त पहरा लगा दिया गया है। परिसर में प्रवेश पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है। मंदिर में दर्शन के लिए आए भक्तों को लौटना पड़ा। स्तूप से लेकर गांव तक सन्नाटा पसरा रहा।
बुधवार को धम्म यात्रा के दौरान कुछ लोगों ने बिसारी देवी मंदिर पर बौद्ध धर्म का झंडा लगाने के साथ हनुमान मंदिर में तोड़फोड़ कर दी थी। इसके विरोध में पथराव हुआ था। सनातन धर्मियों ने सड़क भी जाम कर दी थी। प्रशासन की सूझबूझ से कुछ घंटे बाद बवाल पर काबू पा लिया गया।
गुरुवार को स्तूप के मुख्य गेट से लेकर बाउंड्री के किनारे पुलिस का पहरा लगा दिया गया। स्तूप परिसर में पीएसी लगा दी गई है। किसी को भी बाउंड्री के अंदर जाने पर अनुमति नहीं है। दोपहर 12 बजे परिवार के साथ मंदिर दर्शन के लिए आए जैथरा के गुड्डू को पुलिस ने लौटा दिया। वह मनौती पूरी होने पर दर्शन पूजन के लिए आए थे। संकिसा तिराहा से स्तूप तक करीब 25 पुलिसकर्मी तैनात दिखे। पुलिस की कुछ टोलियां गांव में भी गश्त कर रही हैं। मेला स्थल पर भी सन्नाटा रहा।
आयोजन के अगुवा भंते भूमिगत
बुद्ध महोत्सव के आयोजन में अगुवाई करने वाले एक भी भंते अपने आवासों में नहीं मिले। अन्य सहयोगियों ने बताया कि वह सुबह कहीं गए हैं। इसलिए उनसे मुलाकात नहीं हो सकती।
मंदिर की मरम्मत शुरू न होने से असंतोष
संकिसा। एसडीएम सदर अनिल कुमार ने बुधवार को क्षतिग्रस्त मंदिर की दो दिन में मरम्मत का आश्वासन देकर जाम खुलाया था। गुरुवार को मरम्मत का काम शुरू नहीं हुआ। इससे सनातन धर्मियों में असंतोष दिखा। हिंदू जागरण मंच के विभाग अध्यक्ष प्रदीप सक्सेना ने बिसारी देवी सेवा समिति के संयोजक अतुल दीक्षित से मुलाकात की। प्रदीप ने कहा कि मंदिर में हुई घटना की निंदा की। उन्होंने कहा कि हिंदू जागरण मंच जल्द बैठक करेगा। कहा कि संगठन सेवा समिति के साथ है।
प्रशासन को शीघ्र क्षतिग्रस्त मंदिर की मरम्मत करवानी चाहिए। अतुल ने कहा कि एसडीएम ने मरम्मत के लिए दो दिन का समय मांगा था। एक दिन बीत गया। शुक्रवार को दो दिन पूरे हो जाएंगे। प्रशासन को समयसीमा में मंदिर की मरम्मत करवानी चाहिए। उधर, एसडीएम ने अतुल दीक्षित से टीले पर बने मंदिरों के पुराने फोटो लिए हैं। माना जा रहा है कि उसी हिसाब से मरम्मत का काम शुरू करवाया जाएगा।
सीओ ने वादी से पूछे बवालियों के नाम
सीओ कायमगंज सोहराब आलम ने मुकदमे के वादी मां बिसारी देवी सेवा समिति के संयोजक अतुल दीक्षित को गुरुवार को मेरापुर थाने बुलाया। सीओ ने अतुल से मंदिर में तोड़फोड़ करने वालों के नाम जानने चाहे। उन्होंने सीओ को बताया कि मंदिर पर मौजूद महिला सिपाहियों ने वीडियो बनाए हैं। वह पुलिस के पास हैं। कौन लोग थे, इसके बारे में धम्म यात्रा के आयोजक कर्मवीर शाक्य और सहयोगी भंते ही बता सकते हैं। उन्हीं से जानकारी ली जाए तो सही है।
वर्जन
दोनों पक्षों को थाने में बुलाया गया था। उनसे शांति व्यवस्था बहाल रखने के लिए कहा गया हैै। बुधवार की घटना की जांच शुरू कर दी गई है। जांच में जो दोषी मिलेंगे, उन पर कार्रवाई की जाएगी।
देवी प्रसाद गौतम, थानाध्यक्ष, मेरापुर
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बुधवार को धम्म यात्रा के दौरान कुछ लोगों ने बिसारी देवी मंदिर पर बौद्ध धर्म का झंडा लगाने के साथ हनुमान मंदिर में तोड़फोड़ कर दी थी। इसके विरोध में पथराव हुआ था। सनातन धर्मियों ने सड़क भी जाम कर दी थी। प्रशासन की सूझबूझ से कुछ घंटे बाद बवाल पर काबू पा लिया गया।
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गुरुवार को स्तूप के मुख्य गेट से लेकर बाउंड्री के किनारे पुलिस का पहरा लगा दिया गया। स्तूप परिसर में पीएसी लगा दी गई है। किसी को भी बाउंड्री के अंदर जाने पर अनुमति नहीं है। दोपहर 12 बजे परिवार के साथ मंदिर दर्शन के लिए आए जैथरा के गुड्डू को पुलिस ने लौटा दिया। वह मनौती पूरी होने पर दर्शन पूजन के लिए आए थे। संकिसा तिराहा से स्तूप तक करीब 25 पुलिसकर्मी तैनात दिखे। पुलिस की कुछ टोलियां गांव में भी गश्त कर रही हैं। मेला स्थल पर भी सन्नाटा रहा।
आयोजन के अगुवा भंते भूमिगत
बुद्ध महोत्सव के आयोजन में अगुवाई करने वाले एक भी भंते अपने आवासों में नहीं मिले। अन्य सहयोगियों ने बताया कि वह सुबह कहीं गए हैं। इसलिए उनसे मुलाकात नहीं हो सकती।
मंदिर की मरम्मत शुरू न होने से असंतोष
संकिसा। एसडीएम सदर अनिल कुमार ने बुधवार को क्षतिग्रस्त मंदिर की दो दिन में मरम्मत का आश्वासन देकर जाम खुलाया था। गुरुवार को मरम्मत का काम शुरू नहीं हुआ। इससे सनातन धर्मियों में असंतोष दिखा। हिंदू जागरण मंच के विभाग अध्यक्ष प्रदीप सक्सेना ने बिसारी देवी सेवा समिति के संयोजक अतुल दीक्षित से मुलाकात की। प्रदीप ने कहा कि मंदिर में हुई घटना की निंदा की। उन्होंने कहा कि हिंदू जागरण मंच जल्द बैठक करेगा। कहा कि संगठन सेवा समिति के साथ है।
प्रशासन को शीघ्र क्षतिग्रस्त मंदिर की मरम्मत करवानी चाहिए। अतुल ने कहा कि एसडीएम ने मरम्मत के लिए दो दिन का समय मांगा था। एक दिन बीत गया। शुक्रवार को दो दिन पूरे हो जाएंगे। प्रशासन को समयसीमा में मंदिर की मरम्मत करवानी चाहिए। उधर, एसडीएम ने अतुल दीक्षित से टीले पर बने मंदिरों के पुराने फोटो लिए हैं। माना जा रहा है कि उसी हिसाब से मरम्मत का काम शुरू करवाया जाएगा।
सीओ ने वादी से पूछे बवालियों के नाम
सीओ कायमगंज सोहराब आलम ने मुकदमे के वादी मां बिसारी देवी सेवा समिति के संयोजक अतुल दीक्षित को गुरुवार को मेरापुर थाने बुलाया। सीओ ने अतुल से मंदिर में तोड़फोड़ करने वालों के नाम जानने चाहे। उन्होंने सीओ को बताया कि मंदिर पर मौजूद महिला सिपाहियों ने वीडियो बनाए हैं। वह पुलिस के पास हैं। कौन लोग थे, इसके बारे में धम्म यात्रा के आयोजक कर्मवीर शाक्य और सहयोगी भंते ही बता सकते हैं। उन्हीं से जानकारी ली जाए तो सही है।
वर्जन
दोनों पक्षों को थाने में बुलाया गया था। उनसे शांति व्यवस्था बहाल रखने के लिए कहा गया हैै। बुधवार की घटना की जांच शुरू कर दी गई है। जांच में जो दोषी मिलेंगे, उन पर कार्रवाई की जाएगी।
देवी प्रसाद गौतम, थानाध्यक्ष, मेरापुर
संकिसा स्थित स्तूप के पास तैनात फोर्स। संवाद- फोटो : FARRUKHABAD
संकिसा स्थित बौद्घ स्तूप जाने वाले मार्ग पर लगा वैरियर। संवाद- फोटो : FARRUKHABAD