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उदईपुर गांव में बुखार फैलने से 300 लोग बीमार
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फोटो- 05 जीटीआरपी 5 से 12 तक- उदईपुर गांव में बुखार की चपेट में आए लोग।
उदईपुर गांव में बुखार फैलने से 300 लोग बीमार
ठंड लगने के बाद आता बुखार, उल्टी भी होती
वृद्ध से लेकर मासूम और युवा सभी चपेट में
संवाद न्यूज एजेंसी
भीतरगांव (घाटमपुर)। विकास खंड के उदईपुर गांव में एक सप्ताह से बुखार फैला है। रोग की चपेट में आकर करीब 300 लोग बीमार हैं। इनमें बड़ी संख्या में मरीज विभिन्न अस्पतालों में अपना इलाज करा रहे हैं। इधर, गांव में अभी तक सरकारी स्तर पर कोई स्वास्थ्य टीम नहीं पहुंची है।
गांव निवासी गंगादीन सोनकर, गोरेलाल कश्यप, अशोक कुमार, भिक्खू, अच्छेलाल, छोटू सोनकर और चंद्रकली ने बताया कि एक सप्ताह पूर्व गांव के कुछ बच्चों को तेज सर्दी लगने के साथ ही बुखार आ गया। इसके अलावा कई बच्चों को उल्टी आने की भी शिकायत हुई।
ग्रामीणों ने बताया कि देखते ही देखते तीन-चार दिन के भीतर ही करीब 300 लोग बुखार की चपेट में आ गए हैं। इनमें बच्चे, बूढे और युवा सभी शामिल हैं। बताया कि हर घर में मरीज हाथों में विगो लगवाए पड़े हैं। बताया कि वह लोग भीतरगांव, साढ़ और जहानाबाद कस्बों में अपना इलाज करा रहे हैं। बुखार की चपेट में आए मुकेश (32), कोमल (15), काजल (13), शालू (10), अंशू (27), शानू (13), रामकुमारी (24), नन्हकी (56), सुदामा (75), शिवानी (14), शिवा (5) और अजय (10) सहित अन्य मरीजों ने बताया कि उनको जाड़ा लगने के बाद बुखार आया है। वहीं, बच्चों को उल्टी आने की भी शिकायत हुई है।
सीएचसी भीतरगांव के अधीक्षक डा.अजय मौर्या ने बताया कि जिस तरह के लक्षण बताए जा रहे हैं वह वायरल और मलेरिया बुखार के संयुक्त लक्षण हैं। बताया कि रविवार को वह गांव में कैंप लगाकर मरीजों की जांच और दवा वितरण के साथ ही कोरोना की भी जांच कराएंगे।
इधर, गांव की गलियों में जगह-जगह बारिश के पानी का जमाव होने के साथ ही गंदगी और कीचड़ का अंबार दिखा जिसमें खतरनाक मच्छर पल रहे हैं। गांववालों का कहना है कि रोग फैलने की मुख्य वजह गंदगी और जलभराव भी है। उप जिलाधिकारी (नर्वल) रिजवाना शाहिद ने बताया कि उदईपुर गांव में बुखार फैलने की जानकारी मिली है। रविवार को नायब तहसीलदार के साथ राजस्व टीम भेजेंगी। जबकि, सीएचसी से डाक्टरों की टीम को भी गांव भेजा जाएगा।
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उदईपुर गांव में बुखार फैलने से 300 लोग बीमार
ठंड लगने के बाद आता बुखार, उल्टी भी होती
वृद्ध से लेकर मासूम और युवा सभी चपेट में
संवाद न्यूज एजेंसी
भीतरगांव (घाटमपुर)। विकास खंड के उदईपुर गांव में एक सप्ताह से बुखार फैला है। रोग की चपेट में आकर करीब 300 लोग बीमार हैं। इनमें बड़ी संख्या में मरीज विभिन्न अस्पतालों में अपना इलाज करा रहे हैं। इधर, गांव में अभी तक सरकारी स्तर पर कोई स्वास्थ्य टीम नहीं पहुंची है।
गांव निवासी गंगादीन सोनकर, गोरेलाल कश्यप, अशोक कुमार, भिक्खू, अच्छेलाल, छोटू सोनकर और चंद्रकली ने बताया कि एक सप्ताह पूर्व गांव के कुछ बच्चों को तेज सर्दी लगने के साथ ही बुखार आ गया। इसके अलावा कई बच्चों को उल्टी आने की भी शिकायत हुई।
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ग्रामीणों ने बताया कि देखते ही देखते तीन-चार दिन के भीतर ही करीब 300 लोग बुखार की चपेट में आ गए हैं। इनमें बच्चे, बूढे और युवा सभी शामिल हैं। बताया कि हर घर में मरीज हाथों में विगो लगवाए पड़े हैं। बताया कि वह लोग भीतरगांव, साढ़ और जहानाबाद कस्बों में अपना इलाज करा रहे हैं। बुखार की चपेट में आए मुकेश (32), कोमल (15), काजल (13), शालू (10), अंशू (27), शानू (13), रामकुमारी (24), नन्हकी (56), सुदामा (75), शिवानी (14), शिवा (5) और अजय (10) सहित अन्य मरीजों ने बताया कि उनको जाड़ा लगने के बाद बुखार आया है। वहीं, बच्चों को उल्टी आने की भी शिकायत हुई है।
सीएचसी भीतरगांव के अधीक्षक डा.अजय मौर्या ने बताया कि जिस तरह के लक्षण बताए जा रहे हैं वह वायरल और मलेरिया बुखार के संयुक्त लक्षण हैं। बताया कि रविवार को वह गांव में कैंप लगाकर मरीजों की जांच और दवा वितरण के साथ ही कोरोना की भी जांच कराएंगे।
इधर, गांव की गलियों में जगह-जगह बारिश के पानी का जमाव होने के साथ ही गंदगी और कीचड़ का अंबार दिखा जिसमें खतरनाक मच्छर पल रहे हैं। गांववालों का कहना है कि रोग फैलने की मुख्य वजह गंदगी और जलभराव भी है। उप जिलाधिकारी (नर्वल) रिजवाना शाहिद ने बताया कि उदईपुर गांव में बुखार फैलने की जानकारी मिली है। रविवार को नायब तहसीलदार के साथ राजस्व टीम भेजेंगी। जबकि, सीएचसी से डाक्टरों की टीम को भी गांव भेजा जाएगा।
