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बुखार से अधेड़ की मौत, बीस से अधिक बीमार
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उदईपुर गांव में सरकारी स्कूल के पास सफाई करते सफाईकर्मी।
- फोटो : GHATAMPUR
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घाटमपुर (कानपुर)। विकास खंड के कस्बा साढ़ में भी बुखार ने पांव पसारने शुरू कर दिए हैं। सोमवार की सुबह एक अधेड़ की मौत हो गई। वहीं, बीस से अधिक ग्रामीण बीमार हैं। ग्रामीणों का कहना है कि सफाई न कराए जाने से रोग पांव पसार रहा है। अधिकांश मरीज प्राइवेट डाक्टरों से अपना इलाज करा रहे हैं।
गांव निवासी उजियारी लाल कुशवाहा (55) को शनिवार को तेज बुखार आया। सोमवार सुबह परिजन उसे इलाज के लिए कानपुर ले जा रहे थे पर रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। बेटे सुन्नी कुशवाहा ने बताया कि पिता की मौत होने के बाद दोपहर में अंतिम संस्कार कर दिया।
इधर, कस्बे में अंजली (9), शिवकुमार (40), बुलंदी (57), राजनरायण शुक्ला (56), सुखराम (40) और मिथलेश (36) समेत बीस से अधिक लोग बीमार हैं। उन्होंने बताया कि तेज जाड़ा देकर बुखार आने के साथ ही मरीजों को जी मितलाने और उल्टी की शिकायत हो रही है। बताया कि बीमारी फैलने की मुख्य वजह घरों के आसपास जगह-जगह जलभराव और गंदगी है। भीतरगांव सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय मौर्य ने कहा कि जानकारी नहीं है, मंगलवार सुबह चिकित्सा टीम भेजकर मरीजों का इलाज कराया जाएगा।
उदईपुर गांव में शुरू हुआ सफाई अभियान
भीतरगांव विकास खंड के उदईपुर गांव में सैकड़ों लोगों के बुखार की चपेट में आने की खबर के बाद जहां रविवार को स्वास्थ्य विभाग ने कैंप लगाकर मरीजों की जांच कर दवाएं दीं। वहीं, ब्लाक स्तर पर गांव में सफाई कर्मचारियों की टीम भेजकर गलियों की सफाई का काम कराया जा रहा है।
खंड विकास अधिकारी सौैरभ बरनवाल ने बताया कि गांव में 15 सफाई कर्मियों को भेजकर तीन-तीन कर्मचारियों की टीम बनाई गई है। टीमें गलियों के साथ ही नालियों की सफाई और दवा का छिड़काव कर रही हैं। गांव के सरकारी स्कूलों के आसपास भी सफाई कराई जा रही है। लेकिन सोमवार को डाक्टरों की टीम गांव नहीं पहुंची।
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गांव निवासी उजियारी लाल कुशवाहा (55) को शनिवार को तेज बुखार आया। सोमवार सुबह परिजन उसे इलाज के लिए कानपुर ले जा रहे थे पर रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। बेटे सुन्नी कुशवाहा ने बताया कि पिता की मौत होने के बाद दोपहर में अंतिम संस्कार कर दिया।
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इधर, कस्बे में अंजली (9), शिवकुमार (40), बुलंदी (57), राजनरायण शुक्ला (56), सुखराम (40) और मिथलेश (36) समेत बीस से अधिक लोग बीमार हैं। उन्होंने बताया कि तेज जाड़ा देकर बुखार आने के साथ ही मरीजों को जी मितलाने और उल्टी की शिकायत हो रही है। बताया कि बीमारी फैलने की मुख्य वजह घरों के आसपास जगह-जगह जलभराव और गंदगी है। भीतरगांव सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय मौर्य ने कहा कि जानकारी नहीं है, मंगलवार सुबह चिकित्सा टीम भेजकर मरीजों का इलाज कराया जाएगा।
उदईपुर गांव में शुरू हुआ सफाई अभियान
भीतरगांव विकास खंड के उदईपुर गांव में सैकड़ों लोगों के बुखार की चपेट में आने की खबर के बाद जहां रविवार को स्वास्थ्य विभाग ने कैंप लगाकर मरीजों की जांच कर दवाएं दीं। वहीं, ब्लाक स्तर पर गांव में सफाई कर्मचारियों की टीम भेजकर गलियों की सफाई का काम कराया जा रहा है।
खंड विकास अधिकारी सौैरभ बरनवाल ने बताया कि गांव में 15 सफाई कर्मियों को भेजकर तीन-तीन कर्मचारियों की टीम बनाई गई है। टीमें गलियों के साथ ही नालियों की सफाई और दवा का छिड़काव कर रही हैं। गांव के सरकारी स्कूलों के आसपास भी सफाई कराई जा रही है। लेकिन सोमवार को डाक्टरों की टीम गांव नहीं पहुंची।
