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Hardoi News: बिना लाइसेंस के ही भंडारित हो रही पटाखे
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हरदोई। दीपावली पर की जाने वाली खुशियों की आतिशबाजी कहीं जरा सी लापरवाही में हादसों का कारण न बन जाए। दीपावली पर बिक्री के लिए अभी से पटाखों का भंडारण होने लगा है।
बड़ी मात्रा में बिना लाइसेंस के ही पटाखे भंडारित किए जा रहे हैँ। लाइसेंसधारक विक्रेता क्षमता से अधिक पटाखे भंडारित कर रहे हैं। जिले में अभी तक पटाखा की दुकान के लिए एक भी अस्थायी लाइसेंस नहीं दिया गया है, जबकि 73 स्थायी लाइसेंस पर ही कारोबार हो रहा है।
दीपावली पर आतिशबाजी की परंपरा है। वैसे तो करवाचौथ पर भी लोगों ने चंद्र उदय होने पर पटाखा दागे और आतिशबाजी की। पटाखे का कारोबार खुद के साथ ही दुकान और भंडारण वाले स्थान के आसपास के लोगों के लिए जोखिम भरा होता है। फिर भी कमाई के चक्कर में दुकानदार पूरी तरह से नियमों का पालन करना उचित नहीं समझते।
पटाखों के 73 लाइसेंसधारी विक्रेताओं के साथ ही दीपावली पर अस्थाई दुकान लगाने के उद्देश्य से चोरी-छिपे अभी से पटाखे लाने शुरू कर दिए है। जिसे बिना लाइसेंस के ही भंडारित किया जा रहा है। जो आयुध अधिनियम की अनदेखी के साथ ही खतरों से खाली नहीं हैं। जरा सी चूक से आतिशबाजी से हादसा का खतरा रहता है।
बताया गया कि वर्तमान में आ रहे पटाखे भंडारण के दौरान हल्की सी टकराहट से ही आग पकड़ लेती है, जिससे आग लगने और धमाका की घटनाएं हो सकती हैं।

बड़ी मात्रा में बिना लाइसेंस के ही पटाखे भंडारित किए जा रहे हैँ। लाइसेंसधारक विक्रेता क्षमता से अधिक पटाखे भंडारित कर रहे हैं। जिले में अभी तक पटाखा की दुकान के लिए एक भी अस्थायी लाइसेंस नहीं दिया गया है, जबकि 73 स्थायी लाइसेंस पर ही कारोबार हो रहा है।
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दीपावली पर आतिशबाजी की परंपरा है। वैसे तो करवाचौथ पर भी लोगों ने चंद्र उदय होने पर पटाखा दागे और आतिशबाजी की। पटाखे का कारोबार खुद के साथ ही दुकान और भंडारण वाले स्थान के आसपास के लोगों के लिए जोखिम भरा होता है। फिर भी कमाई के चक्कर में दुकानदार पूरी तरह से नियमों का पालन करना उचित नहीं समझते।
पटाखों के 73 लाइसेंसधारी विक्रेताओं के साथ ही दीपावली पर अस्थाई दुकान लगाने के उद्देश्य से चोरी-छिपे अभी से पटाखे लाने शुरू कर दिए है। जिसे बिना लाइसेंस के ही भंडारित किया जा रहा है। जो आयुध अधिनियम की अनदेखी के साथ ही खतरों से खाली नहीं हैं। जरा सी चूक से आतिशबाजी से हादसा का खतरा रहता है।
बताया गया कि वर्तमान में आ रहे पटाखे भंडारण के दौरान हल्की सी टकराहट से ही आग पकड़ लेती है, जिससे आग लगने और धमाका की घटनाएं हो सकती हैं।