Tanker-Roadways Bus Accident: खौफनाक मंजर से उबर नहीं पा रहे घायल, चालक ने बताया यह
रोडवेज बस मालिक के मुनीम ने बताया कि बस पर हरीश निवासी बाजिदपुर चालक थे। वह भी घायल हुए हैं। उनसे फोन पर बात हुई तो उन्होंने बताया कि टैंकर लहराते हुए सामने से आ रहा था। काफी बचाने का प्रयास किया, लेकिन उसने परिचालक साइड में टक्कर मार दी। बस पलटते ही वह बेहोश हो गए थे।
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हाथरस के सासनी में गांव समामई के निकट टैंकर की टक्कर से रोडवेज बस पलटने से हुए हादसे में घायल हुए तीन लोगों का उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है। हादसे को याद कर अभी भी ये लोग सहम जाते हैं।
घटना स्थल 7 नवंबर को भी हादसे के खौफनाक मंजर की गवाही दे रहा था। क्षतिग्रस्त वाहन वहीं कुछ दूरी पर सड़क किनारे खड़े हुए थे, जहां वाहन पलटे, वहां यात्रियों का सामान और जूते-चप्पल बिखरे हुए थे और क्षतिग्रस्त वाहनों के टुकड़े पड़े थे। ढकेल व बिखरे हुए अमरूदों को देखकर समझा सकता था कि इन्हें बेचने वाले सोनू के साथ क्या हुआ होगा।
शुक्रवार की सुबह से ही आने-जाने वाले लोग घटना स्थल को देखकर अंदाजा लगा रहे थे कि हादसा कितना भयंकर हुआ होगा। हादसे को याद कर जिला अस्पताल में भर्ती मरीज भी सहम उठे थे। यहां भर्ती सगीर (35) निवासी आशानगर कॉलोनी के सिर में चोट आई है, उनका सीटी स्कैन कराया गया। सगीर ने बताया कि वह अलीगढ़ में कपड़े की फेरी लगाकर लौट रहे थे। वह बस में बीच में बैठे हुए थे। टक्कर इतनी जबर्दस्त थी कि सिर सामने वाली सीट में लगा और वह बेहोश हो गए। जैसे-तैसे खुद ही खिड़की से बाहर निकले। उन्होंने बताया कि हादसे के बाद पत्नी-बच्चे ही याद आ रहे थे। बड़ी बेटी चार वर्ष व छोटा बेटा दो साल का है। पत्नी ने बताया कि हादसे की जानकारी पर वह लोग सहम गए थे। जब उन्होंने सगीर को देखा तब चैन मिला।
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हड़ौली सासनी के रहने वाले सुखवीर फरीदाबाद में नौकरी करते हैं। घर में रामायण पाठ हो रहा था। इस कारण वह घर आ रहे थे। वह भी बस में बीच में बैठे हुए थे। सुखवीर ने बताया कि बस में अचानक हल्ला मचने लगा। खड़े होकर देखा तो सामने से टैंकर बीच सड़क पर लहराता हुआ आ रहा था। इसके बाद जोरदार धमका हुआ और फिर उन्हें कुछ होश नहीं रहा। होश आया तो बस में चीख-पुकार मची थी। उनका पैर सीट में फंस गया था, जिससे फ्रेक्चर हो गया। हाथ में भी फ्रेक्चर हुआ व सिर में चोट आई। वह खुद ही प्रयास कर बस से बाहर निकले।
पोस्टमार्टम हाउस से घरों तक मची चीख-पुकार
हादसे के बाद रात को मृतकों के परिजन जिला अस्पताल पहुंच गए थे। यहां काफी भीड़ रही। बिलखते परिजनों को रिश्तेदार समझाते नजर आए। यहां परिचालक अर्जुन के शव का रात में ही पोस्टमार्टम हो गया था। अर्जुन का शव देख परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। पुलिस अधीक्षक चिरंजीवनाथ सिन्हा ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक अर्जुन का सिर बुरी तरह कुचल गया था। इसके अलावा हाथ-पैर व कूल्हा सहित कई जगहों की हड्डियां टूट चुकी थीं। औपचारिकताएं पूर्ण न होने के कारण महाराज सिंह निवासी कृष्णा धाम कॉलोनी इगलास अड्डा के शव का पोस्टमार्टम शुक्रवार को हुआ। उनकी मौत का कारण अत्यधिक रक्तस्राव व ब्रेन हेमरेज होना आया है। दोपहर को शव घर पहुंचा तो परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। उनके दो बेटे व दो बेटियां हैं।
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पहली बार बस पर आए थे परिचालक अर्जुन
गांव समामई के निकट दुर्घटनाग्रस्त हुई अलीगढ़ डिपो की बस वर्ष 2016 से अनुबंध पर थी। बस मोहम्मद यामीन निवासी सिकंदराराऊ के नाम है। उनके मुनीम राजू ने बताया कि परिचालक अर्जुन बुधवार को ही पहली बार बस पर आए थे। उनसे फोन पर भी बात हुई थीं।
उन्होंने बताया कि बुधवार को बरेली से लौटने के बाद वह अलीगढ़ रुके थे। इसके बाद बृहस्पतिवार सुबह फिर बरेली के लिए निकल गए थे, लेकिन सवारियां न होने के कारण बस बदायूं से ही वापस आ गई थी। यह बस अलीगढ़ से बरेली और बरेली से अलीगढ़ और फिर हाथरस का एक चक्कर लगाती है। हाथरस जाने का समय शाम छह बजे का है, लेकिन जल्दी आने के कारण वह शाम सवा चार बजे ही बस लेकर हाथरस के लिए निकल गए।
इधर, मृतकों और घायलों को मुआवजा देने की कार्यवाही पूरी करने के लिए हाथरस डिपो के कर्मचारी जिला अस्पताल पहुंचे। वहां घायलों के परिजनों से फाॅर्म भरवाए व अन्य औपचारिकताएं पूरी कराईं। डिपो प्रभारी मंगेश ने बताया कि परिचालक की ईटीएम व बैग नहीं मिला है। जेब से टिकट के रुपये बरामद हो गए थे।
चालक ने बताया खौफनाक मंजर
रोडवेज बस मालिक के मुनीम ने बताया कि बस पर हरीश निवासी बाजिदपुर चालक थे। वह भी घायल हुए हैं। उनसे फोन पर बात हुई तो उन्होंने बताया कि टैंकर लहराते हुए सामने से आ रहा था। काफी बचाने का प्रयास किया, लेकिन उसने परिचालक साइड में टक्कर मार दी। बस पलटते ही वह बेहोश हो गए थे। उनके सीने, सिर व पैर में गंभीर चोट आई हैं। उनका प्राइवेट अस्पताल में उपचार चल रहा है। हादसे के बाद इनका मोबाइल व सामान वहीं रह गया था।
परिवहन विभाग से मिलेगा मृतक व घायलों को मुआवजा
हाथरस जिले की प्रभारी मंत्री बेबीरानी मौर्य शुक्रवार को घायलों का हाल जानने के लिए जिला अस्पताल पहुंचीं। उन्होंने इमरजेंसी में भर्ती घायल सगीर व सुखवीर से बात की और हादसे की जानकारी ली। उन्होंने बताया कि मृतक व घायलों को परिवहन विभाग की तरफ से मुआवजा मिलेगा।
उन्होंने बताया कि व्यस्क मृतकों के परिजनों को 7.50 लाख रुपये और बच्चे के परिजनों को 3.75 लाख रुपये दिए जाएंगे। गंभीर रूप से घायल लोगों को 25-25 हजार रुपये और घायलों को दस-दस हजार रुपये मिलेंगे। अस्पताल में संसाधनों के सापेक्ष चिकित्सकों की कमी के सवाल पर उन्होंने डिप्टी सीएम से मिलकर इस समस्या को दूर कराने का आश्वासन दिया। इस दौरान डीएम, एसपी, सीएमओ, सीएमएस, एसडीएम सदर व सीओ सिटी मौजूद रहे। प्रभारी मंत्री के पहुंचने से पहले जिला अस्पताल में साफ-सफाई कराई गई। अस्पताल के बाहर से प्राइवेट एंबुलेंस हटवाई गईं और सफाई कराई गई।