UP News: डिप्टी सीएम के आश्वासन पर माने परिजन, 24 घंटे बाद उठे मां-बेटी के शव, मैथा एसडीएम और लेखपाल निलंबित
मड़ौली अग्निकांड के मामले में पीड़ित परिजन डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के आश्वासन पर माने। इसके बाद मां-बेटी के शव उठाए जा सके। वहीं, मामले में जेसीबी चालक और लेखपाल को गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही, परिजनों की सुरक्षा में दो गनर व पीएसी तैनात की गई है।

विस्तार
कानपुर देहात में मैथा तहसील के मड़ौली ग्राम पंचायत के चालहा गांव में सोमवार को कब्जा हटाने के दौरान झोपड़ी में लगी आग से मां-बेटी के जिंदा जलने के बाद मंगलवार को परिजन शव उठाने पर राजी नहीं हुए। दिन भर हंगामा चलता रहा। दोपहर बाद कानपुर कमिश्नर ने फोन से परिजनों की डिप्टी सीएम बृजेश पाठक से वीडियो कॉल कराई।

दोनों भाइयों को सरकारी नौकरी व पिता के जीवन यापन के लिए पांच करोड़ रुपये की मांग पर गुरुवार को सीएम से मुलाकात कराने के आश्वासन पर परिजन माने। इस पर 24 घंटे बाद शव उठाए जा सके। मैथा एसडीएम व लेखपाल को निलंबित करने के साथ आरोपी जेसीबी चालक व लेखपाल को गिरफ्तार किया गया।
कमिश्रर ने बताया कि आश्रितों को पट्टा व आवास आवंटन की कार्यवाही शुरू की गई है। पांच-पांच लाख रुपये की आर्थिक मदद भी जल्द दी जाएगी। मड़ौली ग्राम पंचायत के चालहा गांव में कब्जे की शिकायत सोमवार को डीएम से जन सुनवाई के दौरान हुई थी।
जलती झोपड़ी में तड़प-तड़प कर हुई थी मौत
दोपहर बाद मैथा एसडीएम ज्ञानेश्वर प्रसाद, कानूनगो, लेखपालों की टीम, रूरा एसओ व पुलिस बल जेसीबी लेकर पहुंचे थे। वहां कब्जा हटाने के दौरान झोपड़ी में आग लग गई। इसी बीच जेसीबी चालक ने झोपड़ी ढहा दी। जलती झोपड़ी में दबकर कृष्ण गोपाल दीक्षित की पत्नी प्रमिला (54) और बेटी शिवा उर्फ नेहा (22) की जिंदा जलकर मौत हो गई।
ग्रामीणों ने लेखपाल पर किया था हमला
दोनों को बचाने के प्रयास में कृष्ण गोपाल व रूरा थाना एसओ दिनेश कुमार गौतम झुलस गए थे। इधर अफसर व पुलिस कर्मी भाग खड़े हुए थे। आक्रोशित लोगों ने लेखपाल को दौड़ाकर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया था। इधर लेखपाल की कार लोगों ने पलटा दी थी।
बेटे की तहरीर पर 39 लोगों के खिलाफ मुकदमा
घटना की जानकारी पर एडीजी, आईजी, डीएम व एसपी भारी पुलिस बल लेकर गांव पहुंचे। पूरी रात परिजनों को अधिकारी शव उठाने के लिए मनाते रहे, लेकिन बात नहीं बनी। देर रात बेटे शिवम दीक्षित की तहरीर पर पुलिस ने एसडीएम मैथा, एसओ रूरा समेत 39 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया।
पीड़ित पक्ष ने जताई मुख्यमंत्री से मिलने की इच्छा
इधर मंगलवार को सुबह से ही पुलिस व प्रशासनिक अफसरों के खिलाफ गुस्से का माहौल रहा। रुक रुक कर लोग नारेबाजी करते रहे। पीड़ित पक्ष ने मृतका के दोनों बेटों को सरकारी नौकरी, पांच करोड़ रुपये मुआवजा, पट्टा, आवास और सुरक्षा की मांग कर मुख्यमंत्री से मिलने की इच्छा जताई।
वीडियो कॉल पर डिप्टी सीएम ने की बात
दोपहर में कमिश्नर डॉ. राजशेखर ने अपने फोन से वीडियो कॉल पर डिप्टी सीएम बृजेश पाठक से मृतका के बेटे शिवम दीक्षित, अंकित दीक्षित, शिवम की पत्नी शालिनी व परिवार के दो करीबियों से बात कराई। डिप्टी सीएम ने शासन स्तर की मदद के लिए परिजनों को गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलवाने का भरोसा दिया।
प्रशासन देगा पांच-पांच लाख की आर्थिक मदद
इधर कमिश्नर ने पट्टा, आवास और पांच-पांच लाख रुपये की मदद जल्द दिलाने की बात कही और सुरक्षा के लिए दो गनर और पीएसी बल तैनात कर दी। इस पर करीब 24 घंटे की जद्दोजहद के बाद शाम चार बजे परिजन शव उठाने पर सहमत हो गए।
लेखपाल और एसडीएम हुए निलंबित
कमिश्नर ने बताया कि एसडीएम मैथा ज्ञानेश्वर प्रसाद व लेखपाल अशोक सिंह को निलंबित कर दिया गया है। लेखपाल अशोक सिंह को भी निलंबित किया गया है। रिपोर्ट में आरोपी जेसीबी चालक दीपक व लेखपाल अशोक सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।
राहुल बरसे...
मां और बेटी की मौत पर कांग्रेस ने प्रदेश सरकार को घेरते हुए बुलडोजर नीति पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने कहा कि प्रदेश सरकार की बुलडोजर नीति क्रूरता का चेहरा बन गई है।