सड़क हादसे में तीन की मौत: हादसे के बाद मचा कोहराम…हर आंख हुई नम, 26 घायलों में कोई बोलने की स्थिति में नहीं
Kanpur News: शहर में अक्सर बड़े हादसे होते हैं, जिनमें लोगों की जान जाती है। हादसों के बाद कॉमर्शियल वाहनों में सवारी बिठाकर ले जाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया था। इसके बाद भी 40 सवारी लेकर पिकअप वाहन शहर के बीचों बीच से निकल कर जा रहा था।
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कानपुर सड़क हादसे में तीन लोगों की मौत की खबर सुनकर गांव में कोहराम मच गया। वहीं, हादसे में घायल लोगों की आंखें भी नम हो गई। सड़क हादसे में जान गंवाने वाली कुसुमा देवी के परिवार में पति रामसजीवन के अलावा बेटे विजय, अरुण, अर्जुन, शिवशंकर और बेटियां संगीता और विनीता है।
विनीता इस घटना में चुटहिल हुई थी। विजय के मुताबिक मृतक भांजे शिवा उर्फ कृष्णा की मां संगीता भी काम पर आने को बोली थी। तबीयत खराब होने के कारण वो नहीं आ सकी। इसी तरह मृतका मृतका सूरजकली के परिवार में चार बेटे संजय, मंजय, नरेन्द्र और राजेश हैं। उनके पति अमृतलाल का कुछ समय पहले स्वर्गवास हो गया था।
नियमों की ताख पर रखकर शहर में चल रहे कॉमर्शियल वाहन
शहर में अक्सर बड़े हादसे होते हैं, जिनमें लोगों की जान जाती है। ध्यान देने वाली बात ये है कि मंगलवार रात हुए हादसे में जो पिकअप पलटा वह कॉमर्शियल था। हादसों के बाद कॉमर्शियल वाहनों में सवारी बिठाकर ले जाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया था। इसके बाद भी 40 सवारी लेकर पिकअप वाहन शहर के बीचों बीच से निकल कर जा रहा था।
ये था पूरा मामला
गंगा बैराज के रामपुर गांव के पास मंगलवार देर रात 40 लोगों से भरी तेज रफ्तार पिकअप अनियंत्रित होकर पलट गई। हादसे के दौरान कई लोग पिकअप के नीचे दब गए। मासूम समेत तीन की मौत हो गई जबकि 26 लोग घायल हुए। 11 लोगों को मामूली चोटें आई हैं। पुलिस मृतक महिला के पति की तहरीर पर चालक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर तलाश की जा रही है।
आलू की फसल काटने आए थे सभी
मूलरूप से रायबरेली के भोजपुर रायबरेली निवासी विजय ने बताया कि 15 दिन पहले सभी लोग शिवराजपुर के भेसऊं गांव में आलू की बोई गई फसल को काटने के लिए आए हुए थे। उन्हें दिहाड़ी मजदूरी पर लाया गया था। होली का त्योहार पड़ जाने के कारण सभी मंगलवार को शिवराजपुर से रायबरेली जाने के लिए पिकअप में बैठकर निकले थे। पिकअप भी गांव का गुड्डू ही चला रहा था।
पिकअप अनियंत्रित होकर खाई में पलट गई
लोगों के साथ पिकअप में आलू की बोरियां भी भरी हुई थीं। देर रात करीब तीन बजे पिकअप गंगा बैराज पार के आगे रामपुर गांव के पास पहुंची थी कि पिकअप अनियंत्रित होकर सड़क किनारे खाई में पलट गई। हादसे के बाद पिकअप चालक गुड्डू मौके से भाग निकला। पिकअप में फंसे लोगों की चीख पुकार सुन राहगीरों ने पुलिस को सूचना दी।
तीन का आईसीयू में चल रहा है उपचार
एडीसीपी सेंट्रल राजेश श्रीवास्तव, एसीपी कर्नलगंज टीबी सिंह ने पिकअप में दबे सभी घायलों को कड़ी मश्क्कत से निकाला। इसके बाद अलग-अलग एंबुलेंसों जरिए उन्हें हैलट में भर्ती कराया। यहां डॉक्टरों ने कुसुमा देवी (50) उनके नाती शिवा उर्फ कृष्णा (चार माह) और रिश्तेदार सूरजकली (60) को मृत घोषित कर दिया। वहीं गंभीर रूप से घायल 26 लोगों को भर्ती कर लिया। जबकि 11 लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया। इनमें तीन का आईसीयू में उपचार चल रहा है।
यह हुए घटना में घायल
हादसे में 50 वर्षीय ममता, 2 वर्षीय कोमल, 38 वर्षीय बिट्टो, 8 वर्षीय रिंकू, 12 वर्षीय दिव्या, 11 वर्षीय विनीता, 13 वर्षीय खुशबू, 40 वर्षीय राम खिलावन, 60 वर्षीय गुड्डी देवी, 19 वर्षीय रोशनी, 15 वर्षीय अभिषेक, 45 वर्षीय रामू, 45 वर्षीय शिवकुमारी, 43 वर्षीय राजकुमार, 12 वर्षीय पिंकू, 18 वर्षीय कंचन, 18 वर्षीय शिवम, 13 वर्षीय चांदनी, 9 वर्षीय राधा और राधिका, 70 वर्षीय श्याम कली, 43 वर्षीय रामसजीवन समेत अन्य घायल हो गए। वहीं डॉक्टरों ने राजकुमार, उसकी पत्नी ममता, बेटा पिंकू की हालत गंभीर देखते हुए आईसीयू में भर्ती किया है।
घायलों में कोई बोलने की स्थिति में नहीं
ग्रामीणों के मुताबिक इनमें से एक भी अब तक बोलने की स्थिति में नहीं आ सका है। घटना के बाद जब नवाबगंज पुलिस पहुंची तो वहां पर पिकअप में सवार लोग सड़क पर पड़े थे। चारों तरफ अफरा तफरी का माहौल था। घटना की जानकारी रामपुर गांव में फैली तो ग्रामीण भी पुलिस की मदद करने के लिए पहुंच गए। कुछ लोगों ने अपने ई-रिक्शे निकाल लिए। इसमें घायलों को बैठाकर अस्पताल भेजा गया।