{"_id":"6946f1589ce8b0bc870bec78","slug":"crop-insurance-irregularities-will-be-investigated-fir-will-be-lodged-if-found-guilty-jda-lalitpur-news-c-131-1-ltp1005-148275-2025-12-21","type":"story","status":"publish","title_hn":"फसल बीमा में गड़बड़ी की होगी जांच, दोषी पाए जाने पर दर्ज होगी प्राथमिकी : जेडीए","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
फसल बीमा में गड़बड़ी की होगी जांच, दोषी पाए जाने पर दर्ज होगी प्राथमिकी : जेडीए
विज्ञापन
विज्ञापन
जिलास्तरीय टीम करेगी फसल बीमा की दोबारा जांच
संवाद न्यूज एजेंसी
ललितपुर। फसल बीमा 2024 में गलत तरीके से बीमा वितरण के मामले की जिला प्रशासन स्तर पर जांच कराई जा रही है। संयुक्त कृषि निदेशक ने कहा कि इसमें जो दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी।
संयुक्त कृषि निदेशक झांसी डॉ. एलबी यादव ने बताया कि रबी की फसल 2024 में प्राकृतिक आपदा में किसानों की फसलें नष्ट हो गई थीं। इसके लिए शासन की ओर से गैर ऋणी किसानों को भी फसल बीमा का लाभ लेने की सुविधा दी गई है। इसमें कुछ किसानों ने गलत तरीके से अपनी जमीन का गाटा बढ़ाकर फसल बीमा का लाभ ले लिया। अन्य स्तर पर भी गड़बड़ियों की शिकायतें आई हैं।
इसमें जनसुविधा केंद्र और किसान दोनों ओर से गड़बड़ियां हुई हैं। फसल बीमा में हुई गड़बड़ियों में जांच अब जिलाधिकारी स्तर से गठित टीमों द्वारा कराई जा रही हैं। इसमें जो भी जिस स्तर पर दोषी होगा, उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि फसल बीमा के लिए आवेदन करने के लिए अभी 60 दिन के अंदर ऑटो एप्रूव्ड (स्वत: स्वीकृति) की व्यवस्था थी, जो अब खत्म हो गई है। अब इसमें पारदर्शिता के लिए उपकृषि निदेशक स्तर से परीक्षण के बाद फसल बीमा का आवेदन स्वीकृत हो सकेगा।
फसल बीमा : 12079 किसानों को मिला था 30.17 करोड़
रबी की फसल वर्ष 2024 में जिले में कुल बीमित किसानों की संख्या 1,16,999 थी। इनमें 1,16,131 किसान ऋणी और 868 किसान गैर ऋणी थे। कुल बीमित क्षेत्रफल 1,07,110 हेक्टेयर था। इसमें लाभान्वित 12079 किसानों को कुल 30 करोड़ 17 लाख 42 हजार रुपये की बीमा धनराशि दी गई थी। बीमा मिलने के बाद कई गांव के किसानों ने आरोप लगाए थे कि उनकी फसलों को भारी क्षति पहुंची लेकिन उन्हें बीमा का लाभ नहीं मिला, जबकि अपात्र लोगों को गलत तरीके से लाभ दे दिया गया है।
Trending Videos
संवाद न्यूज एजेंसी
ललितपुर। फसल बीमा 2024 में गलत तरीके से बीमा वितरण के मामले की जिला प्रशासन स्तर पर जांच कराई जा रही है। संयुक्त कृषि निदेशक ने कहा कि इसमें जो दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी।
संयुक्त कृषि निदेशक झांसी डॉ. एलबी यादव ने बताया कि रबी की फसल 2024 में प्राकृतिक आपदा में किसानों की फसलें नष्ट हो गई थीं। इसके लिए शासन की ओर से गैर ऋणी किसानों को भी फसल बीमा का लाभ लेने की सुविधा दी गई है। इसमें कुछ किसानों ने गलत तरीके से अपनी जमीन का गाटा बढ़ाकर फसल बीमा का लाभ ले लिया। अन्य स्तर पर भी गड़बड़ियों की शिकायतें आई हैं।
विज्ञापन
विज्ञापन
इसमें जनसुविधा केंद्र और किसान दोनों ओर से गड़बड़ियां हुई हैं। फसल बीमा में हुई गड़बड़ियों में जांच अब जिलाधिकारी स्तर से गठित टीमों द्वारा कराई जा रही हैं। इसमें जो भी जिस स्तर पर दोषी होगा, उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि फसल बीमा के लिए आवेदन करने के लिए अभी 60 दिन के अंदर ऑटो एप्रूव्ड (स्वत: स्वीकृति) की व्यवस्था थी, जो अब खत्म हो गई है। अब इसमें पारदर्शिता के लिए उपकृषि निदेशक स्तर से परीक्षण के बाद फसल बीमा का आवेदन स्वीकृत हो सकेगा।
फसल बीमा : 12079 किसानों को मिला था 30.17 करोड़
रबी की फसल वर्ष 2024 में जिले में कुल बीमित किसानों की संख्या 1,16,999 थी। इनमें 1,16,131 किसान ऋणी और 868 किसान गैर ऋणी थे। कुल बीमित क्षेत्रफल 1,07,110 हेक्टेयर था। इसमें लाभान्वित 12079 किसानों को कुल 30 करोड़ 17 लाख 42 हजार रुपये की बीमा धनराशि दी गई थी। बीमा मिलने के बाद कई गांव के किसानों ने आरोप लगाए थे कि उनकी फसलों को भारी क्षति पहुंची लेकिन उन्हें बीमा का लाभ नहीं मिला, जबकि अपात्र लोगों को गलत तरीके से लाभ दे दिया गया है।
