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Lalitpur News: आठ हजार बच्चों की डीबीटी की राशि फंसी, अभिभावकों का आधार सीडिंड न होना बना वजह
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विभाग ने शुरू की बच्चों तक धनराशि पहुंचाने के लिए अभिलेखों को सही कराने की प्रक्रिया
संवाद न्यूज एजेंसी
ललितपुर। जिले के परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले आठ हजार बच्चों के अभिभावकों के खाते में अभी तक डीबीटी की राशि नहीं भेजी गई है। इसका कारण बच्चों के अभिभावकों के आधार सीडिंड और अन्य दस्तावेजों का विद्यालय में जमा न होना है। अब विभाग ने इन छात्र-छात्राओं को डीबीटी की धनराशि मुहैया कराने के लिए अभिलेख को सही कराने की प्रक्रिया शुरू की है।
जनपद में बेसिक शिक्षा अंतर्गत 1357 परिषदीय विद्यालय संचालित हैं। इनमें 866 प्राइमरी, 320 जूनियर हाईस्कूल और 171 कंपोजिट विद्यालय शामिल है। इन विद्यालयों में 142798 बच्चे प्रेरणा पोर्टल पर नामांकित हैं। बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए शासन की ओर से तमाम प्रयास और गतिविधियां की जा रही हैं। बच्चों को पोषण देने के लिए मध्यांतर में पोषणयुक्त भोजन निर्धारित मीनू के अनुसार स्कूल में ही बनाकर खिलवाया जाता है।
वहीं बच्चों के अभिभावकों के खातों में विभाग द्वारा डीबीटी (डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर) योजना के तहत 1200 रुपये प्रदान किए जाते हैं। इस धनराशि से बच्चों के अभिभावकों को दो सेट यूनीफार्म, जूता-मोजा, स्वेटर, स्कूल बैग व स्टेशनरी आदि सामान की खरीदारी करनी होती है। नए सत्र में बच्चों के अभिभावकों के खाताें में डीबीटी की धनराशि पहुंचाई गई। डीसी सामूहिक सहभागिता प्रदीप श्रीवास्तव ने बताया कि करीब आठ हजार बच्चों के खातों में अभी डीबीटी की धनराशि नहीं पहुंच पाई है। अभिलेख सही करने प्रक्रिया जल्द ही पूरी कर ली जाएगी। इसके बाद इनके खातों में डीबीटी की धनराशि पहुंचाई जाएगी।
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संवाद न्यूज एजेंसी
ललितपुर। जिले के परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले आठ हजार बच्चों के अभिभावकों के खाते में अभी तक डीबीटी की राशि नहीं भेजी गई है। इसका कारण बच्चों के अभिभावकों के आधार सीडिंड और अन्य दस्तावेजों का विद्यालय में जमा न होना है। अब विभाग ने इन छात्र-छात्राओं को डीबीटी की धनराशि मुहैया कराने के लिए अभिलेख को सही कराने की प्रक्रिया शुरू की है।
जनपद में बेसिक शिक्षा अंतर्गत 1357 परिषदीय विद्यालय संचालित हैं। इनमें 866 प्राइमरी, 320 जूनियर हाईस्कूल और 171 कंपोजिट विद्यालय शामिल है। इन विद्यालयों में 142798 बच्चे प्रेरणा पोर्टल पर नामांकित हैं। बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए शासन की ओर से तमाम प्रयास और गतिविधियां की जा रही हैं। बच्चों को पोषण देने के लिए मध्यांतर में पोषणयुक्त भोजन निर्धारित मीनू के अनुसार स्कूल में ही बनाकर खिलवाया जाता है।
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वहीं बच्चों के अभिभावकों के खातों में विभाग द्वारा डीबीटी (डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर) योजना के तहत 1200 रुपये प्रदान किए जाते हैं। इस धनराशि से बच्चों के अभिभावकों को दो सेट यूनीफार्म, जूता-मोजा, स्वेटर, स्कूल बैग व स्टेशनरी आदि सामान की खरीदारी करनी होती है। नए सत्र में बच्चों के अभिभावकों के खाताें में डीबीटी की धनराशि पहुंचाई गई। डीसी सामूहिक सहभागिता प्रदीप श्रीवास्तव ने बताया कि करीब आठ हजार बच्चों के खातों में अभी डीबीटी की धनराशि नहीं पहुंच पाई है। अभिलेख सही करने प्रक्रिया जल्द ही पूरी कर ली जाएगी। इसके बाद इनके खातों में डीबीटी की धनराशि पहुंचाई जाएगी।
