{"_id":"6945b9a28b47396ad00b37fe","slug":"following-complaints-of-overcharging-agricultural-officials-supervised-the-sale-of-fertilizers-lalitpur-news-c-131-1-ltp1005-148219-2025-12-20","type":"story","status":"publish","title_hn":"Lalitpur News: ओवररेट की शिकायत पर कृषि अधिकारियों ने सामने बिकवाई खाद","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Lalitpur News: ओवररेट की शिकायत पर कृषि अधिकारियों ने सामने बिकवाई खाद
विज्ञापन
विज्ञापन
- एक दिन पहले बांसी में किसानों ने किया था हंगामा
संवाद न्यूज एजेंसी
ललितपुर। कस्बा बांसी में किसानों ने एक दिन पहले ओवररेट के आरोप लगाते हुए हंगामा किया था और जाम तक लगा दिया था। इसके चलते शुक्रवार को कृषि अधिकारियों ने दुकानों का निरीक्षण किया और किसानों को निर्धारित रेट पर खाद बिकवाई। अधिकारियों ने विक्रेताओं को चेतावनी भी दी कि यदि ओवररेट पर खाद बेचेगा तो उसके खिलाफ जांचकर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कस्बा बांसी में एक दिन पहले बृहस्पतिवार को अपर जिला कृषि अधिकारी प्रदीप कुमार कस्बा बांसी में समितियों पर खाद का स्टॉक जांचने गए थे, तभी वहां बड़ी संख्या में किसान पहुंच गए थे और दुकानों पर ओवररेट पर यूरिया देने के आरोप लगाए थे, जिस पर अपर कृषि अधिकारी ने मौके पर जाकर दुकानदारों को निर्देश दिए थे, लेकिन उनके जाते ही दुकानदार ने खाद देना बंद कर दिया था, जिस पर पुलिस के पहुंचने के बाद खाद का वितरण शुरू किया गया था। अब शुक्रवार को अपर कृषि अधिकारी फिर से अपनी टीम के साथ कस्बा बांसी पहुंचे और अपने सामने ही किसानों को सही रेट पर यूरिया का वितरण कराया। इस दौरान टीमों ने बांसी स्थित विश्वारी, बुखारिया, अमन इंटरप्राइजेज, सहकारी समिति ओर भगवती ट्रेडर्स पर पहुंचकर यूरिया का वितरण भी जांचा और किसानों से भी वितरण होने पर रेट के बारे में जानकारी दी।
-- -- -- -- --
खाद की एक रैक और आई
जनपद में प्राइवेट में उर्वरक की अधिकांश दुकानों पर खाद का भंडार खत्म हो गया था, तो कई दुकानों पर काफी कम मात्रा में उर्वरक यूरिया बची थी। इसके चलते कई दुकानदार मनमाने तरीके से ओवररेट पर यूरिया किसानों को बेचने लगे थे। अब बृहस्पतिवार की देर शाम को 2674 मीट्रिक टन यूरिया की एक और रैक आ गई है। इसके चलते उर्वरक की दु़कानों पर शुक्रवार को सुबह से ही यूरिया पहुंच गई, इससे अब भंडारण भी पर्याप्त हो गया है।
-- -- -- -- --
यूरिया के अधिक रेट पर मिलने की शिकायतों पर टीमों ने बांसी सहित अन्य स्थानों पर पहुंचकर यूरिया का वितरण कराया। बृहस्पतिवार की शाम को 2674 मीट्रिक टन यूरिया की एक रैक और आ गई है। सभी जगह यूरिया पहुंच गई है। कहीं यूरिया की कमी नहीं है।
-राजीव कुमार भारती, जिला कृषि अधिकारी
Trending Videos
संवाद न्यूज एजेंसी
ललितपुर। कस्बा बांसी में किसानों ने एक दिन पहले ओवररेट के आरोप लगाते हुए हंगामा किया था और जाम तक लगा दिया था। इसके चलते शुक्रवार को कृषि अधिकारियों ने दुकानों का निरीक्षण किया और किसानों को निर्धारित रेट पर खाद बिकवाई। अधिकारियों ने विक्रेताओं को चेतावनी भी दी कि यदि ओवररेट पर खाद बेचेगा तो उसके खिलाफ जांचकर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कस्बा बांसी में एक दिन पहले बृहस्पतिवार को अपर जिला कृषि अधिकारी प्रदीप कुमार कस्बा बांसी में समितियों पर खाद का स्टॉक जांचने गए थे, तभी वहां बड़ी संख्या में किसान पहुंच गए थे और दुकानों पर ओवररेट पर यूरिया देने के आरोप लगाए थे, जिस पर अपर कृषि अधिकारी ने मौके पर जाकर दुकानदारों को निर्देश दिए थे, लेकिन उनके जाते ही दुकानदार ने खाद देना बंद कर दिया था, जिस पर पुलिस के पहुंचने के बाद खाद का वितरण शुरू किया गया था। अब शुक्रवार को अपर कृषि अधिकारी फिर से अपनी टीम के साथ कस्बा बांसी पहुंचे और अपने सामने ही किसानों को सही रेट पर यूरिया का वितरण कराया। इस दौरान टीमों ने बांसी स्थित विश्वारी, बुखारिया, अमन इंटरप्राइजेज, सहकारी समिति ओर भगवती ट्रेडर्स पर पहुंचकर यूरिया का वितरण भी जांचा और किसानों से भी वितरण होने पर रेट के बारे में जानकारी दी।
विज्ञापन
विज्ञापन
खाद की एक रैक और आई
जनपद में प्राइवेट में उर्वरक की अधिकांश दुकानों पर खाद का भंडार खत्म हो गया था, तो कई दुकानों पर काफी कम मात्रा में उर्वरक यूरिया बची थी। इसके चलते कई दुकानदार मनमाने तरीके से ओवररेट पर यूरिया किसानों को बेचने लगे थे। अब बृहस्पतिवार की देर शाम को 2674 मीट्रिक टन यूरिया की एक और रैक आ गई है। इसके चलते उर्वरक की दु़कानों पर शुक्रवार को सुबह से ही यूरिया पहुंच गई, इससे अब भंडारण भी पर्याप्त हो गया है।
यूरिया के अधिक रेट पर मिलने की शिकायतों पर टीमों ने बांसी सहित अन्य स्थानों पर पहुंचकर यूरिया का वितरण कराया। बृहस्पतिवार की शाम को 2674 मीट्रिक टन यूरिया की एक रैक और आ गई है। सभी जगह यूरिया पहुंच गई है। कहीं यूरिया की कमी नहीं है।
-राजीव कुमार भारती, जिला कृषि अधिकारी
