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Lalitpur: जीजा के नाम पर नौकरी कर रहा चिकित्सक निकला इंजीनियर, धोखाधड़ी सहित कई धाराओं में मामला दर्ज

संवाद न्यूज एजेंसी, ललितपुर Published by: दीपक महाजन Updated Thu, 11 Dec 2025 06:54 PM IST
सार

मामले की जांच पड़ताल के तीन सदस्यों की कमेटी बनाई गई है। साथ ही फर्जी तरीके से नौकरी करने पर प्रशासन ने अभिनव सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी समेत कई धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है और वेतन रिकवरी की तैयारियों में जुट गया है।

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Lalitpur: Doctor working in brother-in-law's name turns out to be an engineer
मेडिकल कॉलेज, ललितपुर - फोटो : संवाद
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विस्तार
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मेडिकल कॉलेज में जीजा की डिग्री पर तैनात डॉक्टर स्वास्थ्य विभाग की जांच में इंजीनियर निकला। मामले में स्वास्थ्य विभाग ने एफआईआर दर्ज करा दिया है और वेतन रिकवरी समेत अन्य विभागीय कार्रवाई की तैयारियां शुरु कर दी है। मामला पूरे दिन चर्चाओं रहा।
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जिलाधिकारी सत्यप्रकाश के निर्देश पर सीएमओ डाॅ. इम्तियाज अहमद ने तीन सदस्यीय कमेटी जांच कमेटी गठित की जिसमें अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.वीरेंद्र सिंह,सीएमएस डॉ.गजेंद्र सिंह, प्रशासनिक अधिकारी हेमंत कुमार ने जांच पड़ताल की। बृहस्पतिवार को जांच कमेटी शिकायतकर्ता डॉ.सोनाली सिंह के डेमरोड स्थित आवास पर पहुंची जहां उनके ब्यान दर्ज किए। जांच के दौरान कमेटी ने पाया कि डॉ.राजीव गुप्ता अमेरिका के एक अस्पताल में कार्यरत है। इन्हीं की डिग्री लगाकर मेडिकल काॅलेज में एनएचएम के अंतर्गत कार्डियो एवं जनरल मेडिसिन के पद पर एनसीडी सेल में चिकित्सक बनकर नौकरी करने वाला व्यक्ति अभिनव सिंह है।
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जीजा के नाम पर तैयार किए फर्जी दस्तावेज
अभिनव सिंह ने आईआईटी रुड़की से पढ़ाई कर इंजीनियर बना है। वर्ष 2013 में अभिनव सिंह ने अपना आधार कार्ड राजीव गुप्ता के नाम से बनवाया। इसके बाद पेनकार्ड भी इसी नाम से बनवाया है। साथ ही दोनों दस्तावेजों से बैंक में खाता खुलवाया और इन्हीं दस्तावेज के सहारे स्वास्थ्य विभाग में नौकरी पा ली। जांच में चिकित्सक बने व्यक्ति की इंजीनियर अभिनव सिंह के रूप में पुष्टि हुई। इसके बाद मेडिकल कॉलेज प्रशासन व स्वास्थ्य महकमा में विभागीय कार्रवाई, वेतन रिकवरी व एफआईआर की तैयारियों में जुट गया है।



 

Lalitpur: Doctor working in brother-in-law's name turns out to be an engineer
एफआईआर (सांकेतिक तस्वीर) - फोटो : अमर उजाला नेटवर्क
बर्खास्तगी की तैयारियां हुई शुरू
जीजा की डिग्री लगाकर चिकित्सक बने व्यक्ति ने फर्जीवाड़ा की पोल खुलने की भनक लग गई थी। इस पर फर्जी चिकित्सक ने मेडिकल काॅलेज प्रशासन को इस्तीफा भेज दिया है। मामले की पोल खुलते ही मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने इस्तीफा को अस्वीकार करते हुए कार्रवाई की तैयारियां शुरु कर दी हैं।


मां की मौत का झूठा हवाला देकर दिया त्यागपत्र
जीजा की डिग्री लगातार चिकित्सक बनने वाले ने शिकायत होने के एक दिन पहले ही अपनी मां की मौत का हवाला लेकर त्यागपत्र दे दिया। त्यागपत्र के अगले दिन शिकायत करने पहुंची बहन डॉ. सोनाली सिंह से जब प्रधानाचार्य ने मां की मौत के बारे में पूंछा तो बताया कि मां पूरी तरह से स्वस्थ्य है।

एफआईआर व वेतन रिकवरी की हो रही तैयारी
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने की जांच में चिकित्सक के इंजीनियर होने की पुष्टि होने के बाद अब विभागीय अधिकारी एफआईआर की तैयारियों में जुट गए हैं। साथ तीन वर्ष में प्राप्त किए वेतन की रिकवरी की तैयारियां भी चल रहीं है।

इनका यह है कहना
मेडिकल कॉलेज में तीन वर्ष से कार्यरत डॉ. राजीव गुप्ता का असली नाम अभिनव सिंह हैं, जो रुड़की से इंजीनियर है। पूर्व में कस्टम अधिकारी थे। दूसरे की डिग्री लगाकर नौकरी पाई है। मामले में गहनता से जांच की जा रही है। एनएचएम को सूचना दी गई है। मामले में सशक्त कार्रवाई की जाएगी।- डाॅ. मयंक कुमार शुक्ला, प्रधानाचार्य, मेडिकल कॉलेज


जीजा की डिग्री लगाकर चिकित्सक की नौकरी पाने के मामले में जांच टीम गठित की गई थी, जिसमें चिकित्सक बने व्यक्ति का असली नाम अभिनव सिंह होने की जानकारी हुई है। मामले में टीम गहन जांच कर रही है। जल्द ही एफआईआर और वेतन रिकवरी की कार्रवाई की जाएगी- डॉ. इम्तियाज अहमद, सीएमओ, ललितपुर।



मामले की जानकारी देते प्रधानाचार्य मयंक शुक्ला...
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