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Mahoba News: उर्मिल बांध लबालब, फिर भी दो दिन में एक बार मिलता पानी
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-निजी कंपनी की मनमानी से पानी के लिए शहरवासी हो रहे परेशान
-सुबह तीन बजे एक घंटे के लिए दो दिन के अंतराल में जलापूर्ति
संवाद न्यूज एजेंसी
महोबा। यूपी-एमपी की सीमा पर स्थित उर्मिल बांध के लबालब होने के बाद भी शहर में दो दिन में एक बार जलापूर्ति दी जा रही है। ऐसे में लोगों को पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है। हालात यह हैं विभिन्न वार्डों में सुबह तीन बजे दो दिन के अंतराल में एक बार आपूर्ति दी जा रही है। पानी के लिए परेशान लोग नींद भी नहीं ले पा रहे हैं। बावजूद इसके जिम्मेदार कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। इससे लोगों में नाराजगी है।
उर्मिल बांध से शहर को पेयजल आपूर्ति दी जाती है। इसके लिए कस्बा श्रीनगर में फिल्टर प्लांट बनाया गया है। बारिश के पहले उर्मिल बांध में पर्याप्त पानी न होने का हवाला देकर पेयजल आपूर्ति का काम दे रखी निजी कंपनी दो दिन में एक बार ही आपूर्ति देती रही। अब उर्मिल बांध पूरी तरह लबालब है। कई बार तो बांध के फाटक खोलकर अतिरिक्त पानी को उर्मिल नदी में छोड़ा गया। इसके बाद भी निजी कंपनी शहरवासियों को पर्याप्त पेयजल आपूर्ति उपलब्ध नहीं करा पा रही है।
शहर के कई मोहल्लों में पेयजल का भीषण संकट है। कुछ इलाकों में दो दिन में एक बार ही पानी दिया जा रहा है। शहर के बड़ीहाट, मकनियांपुरा आदि मोहल्लों में पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था पूरी तरह लड़खड़ा गई है। ऐसे में लोग दूर दराज से जलश्रोतों से पानी लाने को मजबूर हैं। उधर, पेयजल आपूर्ति का काम देखने वाली निजी कंपनी के प्रबंधक शैलेंद्र सिंह का कहना हैं कुछ इलाके ऊंचाई वाले स्थान हैं। जहां दो दिन में एक बार आपूर्ति दी जा रही है। जहां समस्या आ रही है, वहां सुधार कराया जाएगा।

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-सुबह तीन बजे एक घंटे के लिए दो दिन के अंतराल में जलापूर्ति
संवाद न्यूज एजेंसी
महोबा। यूपी-एमपी की सीमा पर स्थित उर्मिल बांध के लबालब होने के बाद भी शहर में दो दिन में एक बार जलापूर्ति दी जा रही है। ऐसे में लोगों को पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है। हालात यह हैं विभिन्न वार्डों में सुबह तीन बजे दो दिन के अंतराल में एक बार आपूर्ति दी जा रही है। पानी के लिए परेशान लोग नींद भी नहीं ले पा रहे हैं। बावजूद इसके जिम्मेदार कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। इससे लोगों में नाराजगी है।
उर्मिल बांध से शहर को पेयजल आपूर्ति दी जाती है। इसके लिए कस्बा श्रीनगर में फिल्टर प्लांट बनाया गया है। बारिश के पहले उर्मिल बांध में पर्याप्त पानी न होने का हवाला देकर पेयजल आपूर्ति का काम दे रखी निजी कंपनी दो दिन में एक बार ही आपूर्ति देती रही। अब उर्मिल बांध पूरी तरह लबालब है। कई बार तो बांध के फाटक खोलकर अतिरिक्त पानी को उर्मिल नदी में छोड़ा गया। इसके बाद भी निजी कंपनी शहरवासियों को पर्याप्त पेयजल आपूर्ति उपलब्ध नहीं करा पा रही है।
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शहर के कई मोहल्लों में पेयजल का भीषण संकट है। कुछ इलाकों में दो दिन में एक बार ही पानी दिया जा रहा है। शहर के बड़ीहाट, मकनियांपुरा आदि मोहल्लों में पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था पूरी तरह लड़खड़ा गई है। ऐसे में लोग दूर दराज से जलश्रोतों से पानी लाने को मजबूर हैं। उधर, पेयजल आपूर्ति का काम देखने वाली निजी कंपनी के प्रबंधक शैलेंद्र सिंह का कहना हैं कुछ इलाके ऊंचाई वाले स्थान हैं। जहां दो दिन में एक बार आपूर्ति दी जा रही है। जहां समस्या आ रही है, वहां सुधार कराया जाएगा।