खास रिपोर्ट: देश पर कुर्बान हुए मेरठ के छह लाल, जांबाजों की शहादत को सलाम, पढ़िए कब-कब क्या हुआ...
एक साल में मेरठ के छह लाल देश पर कुर्बान हो गए हैं। वहीं जांबाजों की शहादत को याद कर आज भी हर कोई सलाम करता है। पढ़िए कब- कब क्या हुआ।
विस्तार
सीमा और आकाश में तैनात पश्चिमी उत्तर प्रदेश के रणबांकुरों ने समय-समय पर मां भारती की रक्षा के लिए अपनी जान की बाजी लगा दी। एक वर्ष में जून, 20 से मई, 21 तक मेरठ के छह सपूत देश सेवा करते हुए शहीद होकर पंचतत्व में विलीन हो गए। क्रांतिकारी धरती मेरठ ने एक बार फिर देश को बता दिया कि हमारे जवान बलिदान देने में आगे हैं। इस दौरान बागपत और मुजफ्फरनगर के भी एक-एक जवान ने शहादत दी। इनके सम्मान में एक ही शब्द निकलता है... वह है जय हिंद।
29 मई, 2021: कैप्टन श्रेयांश कश्यप
उत्तरी सिक्किम में तैनात मेरठ के मटौर ग्रिड कॉलोनी निवासी कैप्टन श्रेयांश कश्यप 15 हजार फीट की ऊंचाई पर सरहद की निगरानी कर रहे थे। तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। आठ बार हार्ट अटैक आने के कारण डॉक्टर उन्हें बचा नहीं सके। 24 वर्ष की उम्र में वह देश के लिए कुर्बान हो गए।
21 मई, 2021: स्क्वॉड्रन लीडर अभिनव चौधरी
वायुसेना में स्क्वॉड्रन लीडर मेरठ के गंगा सागर कॉलोनी निवासी अभिनव चौधरी पंजाब के मोगा जिले में मिग-21 में खराबी आने के बाद उसे खाली इलाके में ले गए थे। मिग-21 के गिरते ही उसमें आग लग गई और अभिनव शहीद हो गए। अभिनव अपने परिवार में इकलौते थे।
17 अप्रैल, 2021: सूबेदार वीरेंद्र कुमार
बर्फ से ढकी सियाचिन की चोटियों पर तैनात मेरठ के रोहटा रोड निवासी सूबेदार वीरेंद्र कुमार जाबांज थे। वह दूसरी बार सियाचिन में तैनात थे। 42 वर्ष की उम्र में वह इस बार टीम को लीड कर रहे थे। हृदय गति रुक जाने के कारण वह सीमा पर शहीद हो गए।
28 मार्च, 2021: पिंकू कुमार
महज 38 वर्ष की उम्र में पिंकू कुमार ने जम्मू-कश्मीर के शोपियां में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान शहादत दी। बागपत निवासी पिंकू वर्ष 2021 में सेना में भर्ती हुए थे। वह बड़ौत तहसील के ग्राम लुहारी के रहने वाले थे। मुठभेड़ के दौरान आतंकियों की गोली उनके सिर में लगी थी।
28 दिसंबर, 2020: अनिल तोमर
मेरठ के गढ़ रोड स्थित सिसौली निवासी अनिल तोमर ने जम्मू-कश्मीर के शोपियां में मुठभेड़ के दौरान आतंकियों के छक्के छुड़ा दिए थे। सेना की राष्ट्रीय राइफल्स में तैनात अनिल को मुठभेड़ में उन्हें पांच गोलियां लगी थीं। उनके अंतिम संस्कार के समय गढ़ रोड पर कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया था।
29 अगस्त, 2020: प्रशांत शर्मा
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में जवान प्रशांत शर्मा शहीद हो गए। मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना मोड़ निवासी प्रशांत 22 वर्ष के थे। इस मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने हिजबुल मुजाहिद्दीन के तीन दहशतगर्दों को ढेर कर दिया था। प्रशांत 2017 में सेना में भर्ती हुए थे।
18 जुलाई, 2020: लेफ्टिनेंट आकाश चौधरी
लेफ्टिनेंट आकाश चौधरी डेढ़ महीने की सेवा पूरी करने के बाद ही चीन की सीमा पर शहीद हो गए थे। मई, 2020 में असम में सिख रेजीमेंट से उन्होंने सेवा शुरू की। मेरठ बाईपास स्थित सिल्वर सिटी कॉलोनी निवासी आकाश चौधरी पेट्रोलिंग करते समय फिसल कर खाई में गिर गए थे।
17 जून, 2020: हवलदार बिपुल राय
भारत-चीन के बीच लद्दाख के गलवां में हुई झड़प के दौरान कंकरखेड़ा स्थित कुंदन कुंज कॉलोनी में रहने वाले बिपुल राय ने शहादत दी थी। हवलदार बिपुल राय मूल रूप से पश्चिम बंगाल के थे। काफी समय से मेरठ में रह रहे थे। उनके परिवार में पत्नी रुम्पा रॉय और एक बेटी है।