{"_id":"637b21bd46613b03554db48c","slug":"property-dealer-hanged-himself-after-being-detained-by-police-in-a-robbery","type":"photo-gallery","status":"publish","title_hn":"Meerut: पुलिस के डर से प्रॉपर्टी डीलर ने की आत्महत्या, तनाव में छोड़ा था खाना, कही थी ये आखिरी बात","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Meerut: पुलिस के डर से प्रॉपर्टी डीलर ने की आत्महत्या, तनाव में छोड़ा था खाना, कही थी ये आखिरी बात
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, मेरठ
Published by: Dimple Sirohi
Updated Mon, 21 Nov 2022 01:33 PM IST
विज्ञापन
1 of 6
प्रॉपर्टी डीलर का फाइल फोटो
- फोटो : अमर उजाला
Link Copied
मेरठ के गंगानगर एफ ब्लॉक निवासी एवं मेरठ कॉलेज के कर्मचारी व प्रॉपर्टी डीलर फेरम सिंह ने रविवार को अम्हेड़ा स्थित अपने ऑफिस में फांसी लगा ली। उन्हें बीते सोमवार सपा नेता श्रवण कुमार के घर में हुई डकैती के मामले में पुलिस ने तीन दिन तक पूछताछ के नाम पर थाने में बैठाकर रखा था। परिजनों का आरोप था कि पुलिस की प्रताड़ना से वह तनाव में थे। थाने से आकर खाना भी नहीं खाया था। घटना को लेकर परिजनों ने सीओ सदर देहात व थाना प्रभारी को घेर लिया और करीब तीन घंटे तक हंगामा किया। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मवाना रोड इंचौली थाना क्षेत्र के बीटा गांव निवासी फेरम सिंह राणा पुत्र करन सिंह परिवार के साथ गंगानगर एफ ब्लॉक में रह रहे थे। वह मेरठ कॉलेज की लाइब्रेरी में बुक लिफ्टर पद पर थे। वह प्रॉपर्टी डीलिंग का काम भी करते थे। रविवार शाम उन्होंने अम्हेड़ा स्थित अपने प्रॉपर्टी डीलिंग के ऑफिस में फांसी लगा ली। कॉल रिसीव नहीं होने पर परिजन तलाशते हुए ऑफिस पहुंचे तो मामले की जानकारी हुई। घटना को लेकर परिजनों ने हंगामा कर दिया। मौके पर पहुंचे गंगानगर थाना प्रभारी दिनेश प्रताप सिंह को परिजनों ने घेर लिया और करीब तीन घंटे तक हंगामा किया। तीन थानों भावनपुर, इंचौली, पल्लवपुरम की पुलिस मौके पर बुला ली। सीओ सदर देहात देवेश सिंह मौके पर पहुंचे तो परिजनों ने गंगानगर थाना पुलिस की प्रताड़ना के चलते यह कदम उठाने का आरोप लगाया। थाना पुलिस को बुलाया गया।
Trending Videos
2 of 6
विलाप करते परिजन
- फोटो : अमर उजाला
परिजनों के यह है आरोप
15 नवंबर को गंगानगर के अमर विहार में सपा नेता एवं व्यापारी श्रवण कुमार के यहां बदमाशों ने 30 लाख की डकैती डाली थी। घटनास्थल के आसपास सीसीटीवी की फुटेज में पुलिस ने वाहनों के आवागमन को देखा। परिजनों के अनुसार, फेरम सिंह का उसी रास्ते पर हॉस्टल व नशा मुक्ति केंद्र भी है। वह अपनी वैगनआर कार से वहां गए थे। शक के आधार पर पुलिस ने 16 नवंबर को सरधना तहसील से फेरम सिंह और चचेरे भाई गौरव को हिरासत में ले लिया। एक अन्य युवक को भी उठाया था।
पुलिस ने परिजनों को कोई जानकारी नहीं दी। रात में फेरम सिंह घर नहीं लौटे तो परिजन थाने पहुंचे, वहां हिरासत में लेने का पता चला। परिजनों के मुताबिक, तीन दिन तक पुलिस ने उन्हें थाने में बैठाकर रखा और प्रताड़ित किया। कई सत्तारूढ़ पार्टियों के नेताओं के कहने पर पुलिस ने 18 नवंबर की शाम उन्हें छोड़ा। फेरम सिंह के भतीजे प्रिंस के मुताबिक, चाचा थाने से आने के बाद से तनाव में थे। उन्होंने खाना भी नहीं खाया था। उन्हें समाज में हुई बदनामी का डर था। उन्हें लग रहा था कि पुलिस फिर से उन्हें उठा लेगी।
विज्ञापन
विज्ञापन
3 of 6
प्रॉपर्टी डीलर फेरम सिंह राणा की कार
- फोटो : अमर उजाला
कुछ देर में आने की कहकर निकले थे फेरम
भतीजे प्रिंस के मुताबिक, वह घर से कुछ देर में आने की बात कहकर करीब साढ़े तीन बजे कार से निकले। पत्नी ने उन्हें कॉल मिलाई तो वह रिसीव नहीं हुई। कई बार कॉल रिसीव न होने पर भतीजे प्रिंस को थाने पर दिखवाने भेजा। प्रिंस थाने पर देखने के बाद उनके ऑफिस पहुंचा तो देखा कार बाहर खड़ी थी। अंदर से ऑफिस का दरवाजा बंद था।
किसी तरह दरवाजा तोड़कर अंदर गए तो उन्हें फंदे पर लटके पाया। इसके बाद उन्हें उतारकर बक्सर टेंपो स्टैंड स्थित अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। फेरम सिंह का कुशल व्यवहार रहा। परिवार में उनकी पत्नी गीता, तीन बेटे 10 वर्षीय प्रणव, सात वर्षीय हिमांशु और चार वर्षीय कार्तिक हैं। घटना का पता लगने पर पत्नी बेहोश हो गई। परिवार के अन्य सदस्यों ने उन्हें संभाला।
4 of 6
सपा नेता के घर में डकैती
- फोटो : अमर उजाला
आखिर किससे मिलने गए थे फेरम सिंह
गंगानगर पुलिस के मुताबिक, डकैती की घटना के बाद बीटीएस उठाकर कई सीसीटीवी फुटेज कब्जे में ली थी। कॉलोनी की रहने वाली एक महिला से फेरम सिंह के संबंध थे। कार सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई थी। घटना से पहले लोकेशन आसपास पाई गई थी। उसी शक के आधार पर फेरम सिंह को उठाकर पूछताछ की गई थी। डकैती मामले से कोई जुड़ाव न पाए जाने पर उन्हें छोड़ दिया था। पुलिस ने महिला से भी पूछताछ की है, जिसने भी फेरम सिंह के आने की बात कबूल की है।
विज्ञापन
5 of 6
सपा नेता के घर डकैती
- फोटो : अमर उजाला
पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था
पूछताछ के लिए गंगानगर पुलिस ने हिरासत में लिया था। इसके बाद उन्हें छोड़ दिया गया था। पुलिस पर उत्पीड़न का आरोप गलत है। कोई भी घटना हो जाती है तो उसके बाद पूछताछ के लिए हिरासत में लिया जाता है। - रोहित सिंह सजवाण, एसएसपी, मेरठ
रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे| Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.
विज्ञापन
विज्ञापन
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।