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Mirzapur News: जाली आधार पर दवा की दुकान का लिया लाइसेंस, कागजों पर सिरप की सप्लाई करने वाले दो गिरफ्तार
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कोडिन युक्त कफ सीरप मामले में गिरफ्तार आरोपी अक्षत यादव व अजीत यादव। स्रोत- पुलिस
- फोटो : samvad
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अदलहाट थाने में ड्रग इंस्पेक्टर ने दर्ज कराई थी प्राथमिकी
फोओ- 22
संवाद न्यूज एजेंसी
मिर्जापुर। अदलहाट थाने में दर्ज कोडीनयुक्त कफ सिरप मामले में पुलिस ने रविवार को दो वितरक अक्षत यादव और अजीत यादव को गिरफ्तार किया। लाइसेंस उन्होंने नकली आधार कार्ड पर ली थी। कोडीनयुक्त कफ सिरप की कागजों पर जाली सप्लाई करते रहे। बैंक खातों और जीएसटी बिल की जांच करने के बाद पुलिस की पूछताछ में पर्याप्त साक्ष्य न दे पाने पर पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
अदलहाट थानाध्यक्ष अजय सेठ ने बताया कि कोडीनयुक्त कफ सिरप की सप्लाई करने के मामले में ड्रग निरीक्षक की जांच के बाद तीन फर्माें के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इसके बाद से ही पुलिस मामले की जांच कर रही थी। थानाध्यक्ष ने आगे बताया कि नामजद प्राथमिकी दर्ज होने के बाद आरोपियों की तलाश की जा रही थी। दो आरोपी अक्षत निवासी नरायनपुर थाना अदलहाट मिर्जापुर प्रोपराइटर एके डिस्ट्रीब्यूटर्स पता सिकरा बरईपुर अचितपुर थाना अदलहाट और अजीत यादव निवासी बरईपुर नरायनपुर थाना अदलाहट मिर्जापुर प्रोपराइटर निहाल डिस्ट्रीब्यूटर्स पता मिर्जापुर खुर्द थाना अदलहाट को पकड़कर पूछताछ की। पूछताछ में पर्याप्त साक्ष्य मिल जाने पर थाना परिसर से ही दोनों को गिरफ्तार किया गया।
एके डिस्ट्रीब्यूटर्स को शैली ट्रेडर्स रांची से लगभग 36000 शीशी न्यू फेनसेडिल कफ सिरप 100 एमएल सप्लाई की गई थी। निहाल डिस्ट्रीब्यूटर्स को शैली ट्रेडर्स रांची से लगभग 23000 शीशी न्यू फेनसेडिल कफ सिरप 100 एमएल सप्लाई की गई थी। जांच में पुलिस को पता चला कि फर्म एके डिस्ट्रीब्यूटर्स और न्यू निहाल डिस्ट्रीब्यूटर्स मौके पर क्रियाशील नहीं हैं। केवल एक या दो बार दुकान या फर्म खोली पर कोई दवा का व्यवसाय नहीं किया है। आरोपियों के पास से उनके असली आधार कार्ड, पैन कार्ड तथा मोबाइल फोन बरामद किया गया।
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फर्जी आधार कार्ड से किया लाखों का टर्नओवर
फर्जी तरीके से फर्म बनाकर दवा बेचने के बजाए कोडीन युक्त कफ सिरप कागजों पर बेच कर दोनों फर्माें ने लाखों रुपये का टर्न ओवर किया। अदलहाट थानाध्यक्ष अजय सेठ ने बताया कि विवेचना में पता चला कि आरोपी के फर्म एके वितरक के ड्रग लाइसेंस में लगे आधार कार्ड पर पता नारायणपुर थाना अदलाहट मिर्जापुर जो दिया गया है। वह फर्जी है। बैंक में लगे आधार कार्ड में पता मोहल्ला वाजिदपुर थाना रामनगर वाराणसी है। जो ड्रग लाइसेंस में लगाया गया वह आधार कार्ड कूटरचित है। विवेचना से आरोपी के फर्म एके डिस्ट्रीब्यूटर्स का खाता एचडीएफसी बैंक राम नगर वाराणसी में पाया गया। जिसमें लगभग एक करोड़ 28 लाख का टर्न ओवर पाया गया। निहाल डिस्ट्रीब्यूटर्स का खाता कोटक महिंद्रा बैंक लहुराबीर वाराणसी में पाया गया। इस खाते से लगभग 31 लाख 61 हजार रुपये का टर्न ओवर किया गया। निहाल डिस्ट्रीब्यूटर्स व फर्म एके डिस्ट्रीब्यूटर्स को शैली ट्रेडर्स से भेजे गए माल का बिल, परिवहन में प्रयुक्त हुए वाहनों के नंबर और ट्रेस बिलिटी डिटेल्स के संबंध में जानकारी प्राप्त करने के लिए जीएसटी विभाग मिर्जापुर को रिपोर्ट भेजी गई थी। उनके खरीदारी के विवरण, ईवे बिल नंबर, माल भेजने का वाहन नंबर दिया है। आरोपी के फर्म पर कफ सिरप सप्लाई करने वाली फर्म शैली ट्रेडर्स रांची के ड्रग लाइसेंस, प्रोपेराइटर्स विवरण के लिए ड्रग कंट्रोल विभाग रांची को व जीएसटी विभाग रांची से शैली ट्रेडर्स रांची का जीएसटी नंबर, बैंक डिटेल्स, बिल का विवरण प्राप्त हुआ।
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अन्य की तलाश जारी
अदलहाट थानाध्यक्ष अजय सेठ ने बताया कि विवेचना से अन्य आरोपियों की संलिप्तता पायी जा रही है, जिनके खिलाफ कार्रवाई के लिए टीमें लगी हैं। साक्ष्य जुटाया जा रहा है। इसके बाद उनकी गिरफ्तारी की जाएगी।
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कोडीन कप सिरप का मामला: आरोपी गए थे कोर्ट, खारिज हुआ आवेदन
- सिटी मेडिसेल्स ने खपा दी थी पांच लाख से अधिक शीशी, किसी को पता नहीं चला
कोडीनयुक्त कफ सिरप का जिले में भी लंबा चौड़ा कारोबार हुआ लेकिन किसी को कानोकान खबर नहीं हुई। जब एसआईटी ने निर्माता कंपनी को पकड़ा तो मामले का खुलासा हो रहा है। आरोपी कोर्ट भी गए थे लेकिन वहां उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी गई। अब जबकि दोनों की गिरफ्तारी हो गई, तो मामले में नए खुलासे हो रहे हैं।
खास बात यह है कि जमालपुर के हरिहरपुर मठना स्थित सिटी मेडिसेल्स कंपनी ने पांच लाख से अधिक कोडीन युक्त कफ सिरप की शीशियां मंगाईं थी। लेकिन उसका वितरण कहां किया गया। यह पता नहीं चल पा रहा है। जिले में इसका इतना चुपचाप तरीके से कारोबार किया गया कि किसी को कानोंकान खबर नहीं हुई। जांच के बाद अदलहाट थाना क्षेत्र की तीन व जमालपुर थाना क्षेत्र की एक दवा की दुकान के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई। सिटी मेडिसेल्स के अलावा एके डिस्ट्रीब्यूटर्स को 36000 से अधिक सिरप की शीशी भेजी गई थी। इसी के साथ सनराइज ट्रेडर्स व निहाल डिस्ट्रीब्यूटर्स को भी 50- 50 हजार के लगभग शीशियां भेजी गईं थीं। कहा जा रहा है कि यह सब महीनों से चल रहा था, आपूर्ति किसी के नाम से हो रही थी ओर माल कहीं और जा रहा था। इसमें बड़ी जांच की आवश्यकता बताई जा रही है। माना यह जा रहा है कि इन सिरप को जिले में मंगाकर महंगे दामों में कहीं और भेज दिया जा रहा था। यहां तक कि माल भी यहां नहीं उतारा जा रहा था। वैसे भी जिले के जिन थाना क्षेत्रों में यह कार्रवाई की गई है वह सभी वाराणसी के आसपास के क्षेत्र हैं। लोगों का तो यह भी कहना है कि जिन दुकानों के नाम पर प्राथमिकी हुई है, वह पहले ही बंद हो चुकी हैं। अब सवाल यह है कि इन बंद दुकानों के नाम पर कोडीन युक्त सिरप मंगाकर कहां भेजा जाता था। आरोपी के पकड़े जाने के बाद अब इसके खुलासे की उम्मीद है। औषधि निरीक्षक संतोष कुमार ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। इसको लेकर आरोपी उच्च न्यायालय गए थे। लेकिन वहां से भी उनको राहत नहीं मिली। पुलिस तफ्तीश कर रही है। पूरी बात शीघ्र ही सामने आएगी।
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वर्जन
कूट रचित दस्तावेज तैयार कर फर्जी तरीके से फर्म का लाइसेंस कोडीन युक्त कफ सिरप की सप्लाई करने वाले दो वितरकों को गिरफ्तार किया गया है। जांच की जा रही है। अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर कार्रवाई की जाएगी।
सोमेन बर्मा, एसएसपी
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फोओ- 22
संवाद न्यूज एजेंसी
मिर्जापुर। अदलहाट थाने में दर्ज कोडीनयुक्त कफ सिरप मामले में पुलिस ने रविवार को दो वितरक अक्षत यादव और अजीत यादव को गिरफ्तार किया। लाइसेंस उन्होंने नकली आधार कार्ड पर ली थी। कोडीनयुक्त कफ सिरप की कागजों पर जाली सप्लाई करते रहे। बैंक खातों और जीएसटी बिल की जांच करने के बाद पुलिस की पूछताछ में पर्याप्त साक्ष्य न दे पाने पर पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
अदलहाट थानाध्यक्ष अजय सेठ ने बताया कि कोडीनयुक्त कफ सिरप की सप्लाई करने के मामले में ड्रग निरीक्षक की जांच के बाद तीन फर्माें के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इसके बाद से ही पुलिस मामले की जांच कर रही थी। थानाध्यक्ष ने आगे बताया कि नामजद प्राथमिकी दर्ज होने के बाद आरोपियों की तलाश की जा रही थी। दो आरोपी अक्षत निवासी नरायनपुर थाना अदलहाट मिर्जापुर प्रोपराइटर एके डिस्ट्रीब्यूटर्स पता सिकरा बरईपुर अचितपुर थाना अदलहाट और अजीत यादव निवासी बरईपुर नरायनपुर थाना अदलाहट मिर्जापुर प्रोपराइटर निहाल डिस्ट्रीब्यूटर्स पता मिर्जापुर खुर्द थाना अदलहाट को पकड़कर पूछताछ की। पूछताछ में पर्याप्त साक्ष्य मिल जाने पर थाना परिसर से ही दोनों को गिरफ्तार किया गया।
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एके डिस्ट्रीब्यूटर्स को शैली ट्रेडर्स रांची से लगभग 36000 शीशी न्यू फेनसेडिल कफ सिरप 100 एमएल सप्लाई की गई थी। निहाल डिस्ट्रीब्यूटर्स को शैली ट्रेडर्स रांची से लगभग 23000 शीशी न्यू फेनसेडिल कफ सिरप 100 एमएल सप्लाई की गई थी। जांच में पुलिस को पता चला कि फर्म एके डिस्ट्रीब्यूटर्स और न्यू निहाल डिस्ट्रीब्यूटर्स मौके पर क्रियाशील नहीं हैं। केवल एक या दो बार दुकान या फर्म खोली पर कोई दवा का व्यवसाय नहीं किया है। आरोपियों के पास से उनके असली आधार कार्ड, पैन कार्ड तथा मोबाइल फोन बरामद किया गया।
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फर्जी आधार कार्ड से किया लाखों का टर्नओवर
फर्जी तरीके से फर्म बनाकर दवा बेचने के बजाए कोडीन युक्त कफ सिरप कागजों पर बेच कर दोनों फर्माें ने लाखों रुपये का टर्न ओवर किया। अदलहाट थानाध्यक्ष अजय सेठ ने बताया कि विवेचना में पता चला कि आरोपी के फर्म एके वितरक के ड्रग लाइसेंस में लगे आधार कार्ड पर पता नारायणपुर थाना अदलाहट मिर्जापुर जो दिया गया है। वह फर्जी है। बैंक में लगे आधार कार्ड में पता मोहल्ला वाजिदपुर थाना रामनगर वाराणसी है। जो ड्रग लाइसेंस में लगाया गया वह आधार कार्ड कूटरचित है। विवेचना से आरोपी के फर्म एके डिस्ट्रीब्यूटर्स का खाता एचडीएफसी बैंक राम नगर वाराणसी में पाया गया। जिसमें लगभग एक करोड़ 28 लाख का टर्न ओवर पाया गया। निहाल डिस्ट्रीब्यूटर्स का खाता कोटक महिंद्रा बैंक लहुराबीर वाराणसी में पाया गया। इस खाते से लगभग 31 लाख 61 हजार रुपये का टर्न ओवर किया गया। निहाल डिस्ट्रीब्यूटर्स व फर्म एके डिस्ट्रीब्यूटर्स को शैली ट्रेडर्स से भेजे गए माल का बिल, परिवहन में प्रयुक्त हुए वाहनों के नंबर और ट्रेस बिलिटी डिटेल्स के संबंध में जानकारी प्राप्त करने के लिए जीएसटी विभाग मिर्जापुर को रिपोर्ट भेजी गई थी। उनके खरीदारी के विवरण, ईवे बिल नंबर, माल भेजने का वाहन नंबर दिया है। आरोपी के फर्म पर कफ सिरप सप्लाई करने वाली फर्म शैली ट्रेडर्स रांची के ड्रग लाइसेंस, प्रोपेराइटर्स विवरण के लिए ड्रग कंट्रोल विभाग रांची को व जीएसटी विभाग रांची से शैली ट्रेडर्स रांची का जीएसटी नंबर, बैंक डिटेल्स, बिल का विवरण प्राप्त हुआ।
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अन्य की तलाश जारी
अदलहाट थानाध्यक्ष अजय सेठ ने बताया कि विवेचना से अन्य आरोपियों की संलिप्तता पायी जा रही है, जिनके खिलाफ कार्रवाई के लिए टीमें लगी हैं। साक्ष्य जुटाया जा रहा है। इसके बाद उनकी गिरफ्तारी की जाएगी।
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कोडीन कप सिरप का मामला: आरोपी गए थे कोर्ट, खारिज हुआ आवेदन
- सिटी मेडिसेल्स ने खपा दी थी पांच लाख से अधिक शीशी, किसी को पता नहीं चला
कोडीनयुक्त कफ सिरप का जिले में भी लंबा चौड़ा कारोबार हुआ लेकिन किसी को कानोकान खबर नहीं हुई। जब एसआईटी ने निर्माता कंपनी को पकड़ा तो मामले का खुलासा हो रहा है। आरोपी कोर्ट भी गए थे लेकिन वहां उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी गई। अब जबकि दोनों की गिरफ्तारी हो गई, तो मामले में नए खुलासे हो रहे हैं।
खास बात यह है कि जमालपुर के हरिहरपुर मठना स्थित सिटी मेडिसेल्स कंपनी ने पांच लाख से अधिक कोडीन युक्त कफ सिरप की शीशियां मंगाईं थी। लेकिन उसका वितरण कहां किया गया। यह पता नहीं चल पा रहा है। जिले में इसका इतना चुपचाप तरीके से कारोबार किया गया कि किसी को कानोंकान खबर नहीं हुई। जांच के बाद अदलहाट थाना क्षेत्र की तीन व जमालपुर थाना क्षेत्र की एक दवा की दुकान के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई। सिटी मेडिसेल्स के अलावा एके डिस्ट्रीब्यूटर्स को 36000 से अधिक सिरप की शीशी भेजी गई थी। इसी के साथ सनराइज ट्रेडर्स व निहाल डिस्ट्रीब्यूटर्स को भी 50- 50 हजार के लगभग शीशियां भेजी गईं थीं। कहा जा रहा है कि यह सब महीनों से चल रहा था, आपूर्ति किसी के नाम से हो रही थी ओर माल कहीं और जा रहा था। इसमें बड़ी जांच की आवश्यकता बताई जा रही है। माना यह जा रहा है कि इन सिरप को जिले में मंगाकर महंगे दामों में कहीं और भेज दिया जा रहा था। यहां तक कि माल भी यहां नहीं उतारा जा रहा था। वैसे भी जिले के जिन थाना क्षेत्रों में यह कार्रवाई की गई है वह सभी वाराणसी के आसपास के क्षेत्र हैं। लोगों का तो यह भी कहना है कि जिन दुकानों के नाम पर प्राथमिकी हुई है, वह पहले ही बंद हो चुकी हैं। अब सवाल यह है कि इन बंद दुकानों के नाम पर कोडीन युक्त सिरप मंगाकर कहां भेजा जाता था। आरोपी के पकड़े जाने के बाद अब इसके खुलासे की उम्मीद है। औषधि निरीक्षक संतोष कुमार ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। इसको लेकर आरोपी उच्च न्यायालय गए थे। लेकिन वहां से भी उनको राहत नहीं मिली। पुलिस तफ्तीश कर रही है। पूरी बात शीघ्र ही सामने आएगी।
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वर्जन
कूट रचित दस्तावेज तैयार कर फर्जी तरीके से फर्म का लाइसेंस कोडीन युक्त कफ सिरप की सप्लाई करने वाले दो वितरकों को गिरफ्तार किया गया है। जांच की जा रही है। अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर कार्रवाई की जाएगी।
सोमेन बर्मा, एसएसपी
