UP: 2.10 करोड़ का बीमा कराया... फिर बेटे का करा दिया मर्डर, इस बात से खफा बाप ने वकील संग बनाया था पूरा प्लान
मुरादाबाद में बीमे की रकम के लिए पिता ने बेटे की हत्या करा दी। साढ़े तीन लाख रुपये की सुपारी देकर बेटे का कत्ल करा दिया। आरोपी ने 50 हजार रुपये एडवांस भी दिए थे। पुलिस ने पिता समेत चार को गिरफ्तार कर लिया है।
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संभल जिले के बहजोई निवासी अनिकेत शर्मा की हत्या उसके पिता बाबूराम शर्मा ने बीमे की रकम हड़पने के लिए सुपारी देकर कराई थी। बृहस्पतिवार को पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि हत्या के बाद शव कुंदरकी क्षेत्र में फेंककर हादसा दर्शाने की कोशिश की गई थी। पुलिस ने अनिकेत के पिता और उसके तीन साथियों को गिरफ्तार किया है।
एसपी देहात कुंवर आकाश सिंह ने बताया कि 16 नवंबर की रात कुंदरकी थानाक्षेत्र के जैतपुर स्थित खेत में बहजोई थानाक्षेत्र के नई बस्ती दुर्गा कॉलोनी निवासी अनिकेत शर्मा का शव मिला था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि के बाद भी पिता इसे हादसा बताता रहा। जांच में सामने आया कि अनिकेत के नाम 2.10 करोड़ रुपये का दुर्घटना बीमा था। पुलिस ने बुधवार की रात अनिकेत के पिता बाबूराम शर्मा को हिरासत में ले लिया।
एचडीएफसी बैंक में खुलवाया था खाता
उसने बताया कि उसका बेटा आए दिन घर में शराब पीकर शोरशराबा करता था। बाबूराम ने अमरोहा के नौगांवा सादात थानाक्षेत्र के रतनपुर निवासी अपने साथी अधिवक्ता आदेश कुमार से संपर्क किया और बेटे के बारे में बातचीत की। अधिवक्ता ने दो जनवरी 2024 को अनिकेत का बहजोई के एचडीएफसी बैंक में खाता खुलवाया।
अधिवक्ता ने रची हत्या की साजिश
कुछ दिन बाद टाटा कंपनी में अनिकेत के नाम 2.10 करोड़ बीमा पॉलिसी कराई लेकिन बाबूराम को सिर्फ 25 लाख की बताई। इस बीच मार्च 2024 में बाबूराम शर्मा डकैती के एक मामले में जेल गया तो आदेश ने किस्तें भी जमा कर दीं। बाबूराम के जमानत पर छूटने पर अधिवक्ता ने अनिकेत की हत्या की साजिश रची और 25 लाख का लालच देकर पिता बाबूराम को भी शामिल कर लिया।
सिर पर रॉड मारकर की गई थी हत्या
बाबूराम ने अधिवक्ता की मदद से रामपुर के शाहबाद थाना क्षेत्र के नटियाखेड़ा निवासी असलम उर्फ सुल्तान को साढ़े तीन लाख रुपये में सुपारी दे दी। असलम ने साथी तहब्बुर मैवाती और रामपुर के शाहबाद रुस्तमपुर निवासी साजिद के साथ मिलकर अनिकेत के सिर में रॉड मारकर हत्या कर दी।
एसपी देहात ने बताया कि बाबूराम शर्मा, साजिद, असलम उर्फ सुल्तान, तहब्बुर मैवाती को गिरफ्तार किया गया है। बृहस्पतिवार की शाम चारों को कोर्ट में पेश करे के बाद जेल भेज दिया गया। अधिवक्ता आदेश कुमार और विजयपाल सिंह की तलाश की जा रही है।
बीमा क्लेम पाने के लिए संभल में चार हत्याएं, ईडी भी कर रही जांच
संभल में बीमा क्लेम हड़पने वाले गिरोह संभल जिले में चार हत्याएं कर चुका है और क्लेम भी हड़प चुका है। पुलिस चार हत्याओं के मामले में सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। पूरे गिरोह के 68 से ज्यादा आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का क्लेम इस गिरोह ने पाया है। इसकी जांच ईडी भी कर रही है। ईडी ने लखनऊ में केस दर्ज किया था। संभल पुलिस की जांच भी अभी चल रही है। जितने भी आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं सभी के खिलाफ चार्जशीट न्यायालय में दाखिल की जा चुकी है।
एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि गिरोह बीमा क्लेम पाने के लिए हत्याएं कर रहा था। इसके अलावा मर चुके लोगों के साथ मरणासन्न स्थिति वाले लोगों के बीमा कराता था और फर्जी दस्तावेज के आधार पर क्लेम पा लेता था। इस गिरोह में बैंक से लेकर जिम्मेदार विभागों के कर्मचारी भी शामिल रहे थे।
एसपी ने बताया कि गिरोह नौजवान या ऐसे लोगों को चिह्नित करता था। जिनके परिवार में उनकी सुध लेना वाला कोई न हो। जालसाजी से अलग-अलग कंपनी में बीमा पॉलिसी कराई जाती थी और प्रीमियम भी खुद भरते थे। जब कई प्रीमियम भर देते थे तो पॉलिसी धारक की हत्या करते थे। हत्या को हादसा बनाने के लिए पूरी साजिश की जाती थी। गिरोह ने पुलिस को भी गुमराह किया था।
31 जुलाई को बदायूं जिले के थाना बिसौली अंतर्गत गांव दिलवारी निवासी दरियाब (38) की सड़क हादसे में मौत दिखाई गई थी। जिसका क्लेम भी ले लिया था। पुलिस ने एफआर लगा दी थी। लेकिन जब गिरोह सामने आया तो जांच कराई। जिसमें सामने आया कि दरियाब की गाड़ी से कुचलकर व हथौड़े से पीटकर हत्या की थी। 50 लाख रुपये से ज्यादा की अलग-अलग कंपनी में पॉलिसी कराई गई थीं। इसी तरह बदायूं जिले के ही थाना इस्लामनगर अंतर्गत मोहल्ला बमनपुरी निवासी दिव्यांग संजय की हत्या 20 जून 2024 को उसके छोटे भाई नवीन ने की थी।
95 लाख रुपये के बीमा क्लेम हड़पने के लिए वारदात को अंजाम दिया था। तीसरी हत्या दिल्ली निवासी अमन (20) की 15 नवंबर 2023 को अमरोहा जिले के रहरा थाना क्षेत्र में की गई थी। रिश्ते के मामा ने गिरोह के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था।
2.70 करोड़ रुपये की अलग-अलग कंपनी में बीमा पॉलिसी कराई गई थीं। इसमें 20 लाख रुपये का क्लेम मिल भी गया था। चौथी हत्या धनारी निवासी सलीम की 29 जुलाई 2022 को अमरोहा के रहरा थाना क्षेत्र में ही की गई थी। सलीम का भी परिवार में कोई नहीं था।
रजपुरा थाना पुलिस ने पकड़ा था इस गिरोह का सरगना, तब खुला पूरे गिरोह का राज
एसपी ने बताया कि 17 जनवरी को बीमा क्लेम हड़पने वाले गिरोह के सरगना वाराणसी के कैंट थाना क्षेत्र के फुलवरिया निवासी ओंकारेश्वर मिश्र और गुन्नौर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत बबराला निवासी अमित को रजपुरा थाना पुलिस ने चेकिंग के दौरान गिरफ्तार किया था। इन्हीं आरोपियों ने बीमा क्लेम हड़पने का राजफाश किया था।
बताया कि जिले के साथ दूसरे जिले में भी गिरोह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गईं। गिरोह के तार 12 राज्यों तक फैले होने के प्रमाण मिले हैं। इस गिरोह में निजी बैंक कर्मचारी, ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सचिव, आशा वर्कर, जनसेवा संचालक, बीमा कंपनी के इन्वेस्टिगेटर, बीमा कंपनी के मालिक भी शामिल थे। सभी की गिरफ्तारी की जा चुकी है।
हापुड़ पुलिस ने किया था खुलासा
हापुड़ पुलिस ने मेरठ के गंगानगर निवासी विशाल सिंघल को गिरफ्तार किया था। उसकी पत्नी ने संभल पुलिस को पत्र लिखकर बताया था कि उसके पति ने 2017 में मां, फिर पत्नी और उसके बाद पिता की हत्या की। मां और पत्नी की मौत भी हादसा बताई और बीमा क्लेम हड़प लिया था।
इसके बाद ही 2024 में पिता की हत्या की साजिश की और 50 करोड़ रुपये की बीमा पॉलिसी कराईं थीं। इसके बाद हत्या कर दी और हादसा बताकर क्लेम पाने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी। इस आरोप के बाद संभल पुलिस ने जांच की।जिसमें आरोप सही पाए गए। इसके बाद हापुड़ जिले की पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया था।
बीमा क्लेम हड़पने वाले गिरोह की संपत्तियों की जांच चल रही है। सभी की संपत्तियां जब्त की जाएंगी। 68 आरोपियों को जेल भेजा जा चुका है। सभी के खिलाफ चार्जशीट भी दाखिल हो चुकी है। -कृष्ण कुमार विश्नोई, एसपी, संभल