सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Uttar Pradesh ›   Moradabad News ›   UP: Moradabad records highest number of maternal deaths, primarily due excessive bleeding

UP: मुरादाबाद में सर्वाधिक प्रसूताओं की माैतें, कारण अत्यधिक रक्तस्त्राव, रामपुर-बिजनाैर के यह हैं आंकड़े

अमर उजाला नेटवर्क, मुरादाबाद Published by: विमल शर्मा Updated Thu, 25 Dec 2025 03:08 PM IST
सार

अप्रैल से नवंबर के बीच मुरादाबाद मंडल के पांच जिलों में 99 प्रसूताओं की जान चली गई। सबसे अधिक 26 मौतें मुरादाबाद में दर्ज की गईं। इसके बाद रामपुर में 23, बिजनौर में 22, अमरोहा में 16 और संभल में 12 मामले सामने आए।

विज्ञापन
UP: Moradabad records highest number of maternal deaths, primarily due excessive bleeding
ambulance new - फोटो : istock
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

प्रसूताओं की मौत के मामले में मुरादाबाद की स्थिति मंडल के अन्य जिलों से खराब है। मातृ मृत्यु निगरानी रिपोर्ट के मुताबिक मंडल के पांच जिलों में अप्रैल से नवंबर 2025 तक कुल 99 माताओं की मौत हुई है। मुरादाबाद में सर्वाधिक 26 महिलाओं ने दम तोड़ा है।

Trending Videos


रिपोर्ट के अनुसार रामपुर में 23, बिजनौर में 22, अमरोहा में 16 और संभल में 12 मामले मातृ मृत्यु के सामने आए हैं। आंकड़ों के अनुसार अधिकांश मातृ मृत्यु निजी स्वास्थ्य संस्थानों में हुई हैं। मंडल स्तर पर 46 मौतें निजी अस्पतालों में, 32 मौतें इलाज के दौरान ट्रांजिट (एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल ले जाते समय) हुईं।
विज्ञापन
विज्ञापन


15 मौतें घर पर हुईं और छह मौतें सरकारी अस्पतालों में दर्ज की गई हैं। विभागीय जानकारों का कहना है कि गंभीर जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं की समय पर पहचान, बेहतर रेफरल व्यवस्था और उपचार सुविधाओं को और मजबूत करने से मातृ मृत्यु दर में कमी लाई जा सकती है।

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी का कहना है कि प्रदेश में मातृ मृत्यु दर के सापेक्ष मुरादाबाद की स्थिति ठीक है। समुदाय आधारित मातृ मृत्यु समीक्षा में कुल 99 मामलों में से 95 की समीक्षा पूरी कर ली गई है। इससे मंडल का औसत समीक्षा प्रतिशत 95.96 प्रतिशत रहा है।

अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर और संभल जिलों में 100 प्रतिशत मामलों की समीक्षा पूरी कर ली गई, जबकि बिजनौर में यह आंकड़ा 81.82 प्रतिशत रहा। जिलों के डीएम और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों ने भी मामलों की समीक्षा की है। 

अत्यधिक रक्तस्त्राव सबसे ज्यादा मौतों का कारण 
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में अमरोहा, बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर और संभल जिलों में मातृ मृत्यु के प्रमुख कारण सामने आए हैं। इनमें सबसे बड़ा कारण प्रसव के बाद अत्यधिक रक्तस्राव (पीपीएच) रहा है। मुरादाबाद जिले में 26 मातृ मौतों में से पीपीएच के 13 मामले सामने आए।

जबकि हार्ट अटैक, कार्डियक अरेस्ट, हाइपरटेंशन और एक्लेम्पसिया जैसे कारणों से भी महिलाओं ने जान गंवाई। रामपुर जिले में भी पीपीएच सबसे बड़ा कारण रहा। इसके अलावा एपीएच, कार्डियक अरेस्ट, कार्डियोजेनिक शॉक, हाइपरटेंशन, सेप्टिक शॉक और गंभीर एनीमिया मौत की वजह बने।

बिजनौर के मामलों में पीपीएच, एपीएच, हार्ट अटैक, हाई फीवर, हाइपरटेंशन और ब्रेन कैंसर जैसे कारण शामिल हैं। अमरोहा में पीपीएच के अलावा हार्ट अटैक, सेप्सिस, सेप्टीसीमिया और अन्य कारण पाए गए। संभल में पीपीएच के पांच, किडनी फेल्योर के दो, हाइपोवोलीमिया, लीवर सिरोसिस के साथ एनीमिया, एक्यूट रीनल फेल्योर, प्रसव में रुकावट और सेप्सिस का एक-एक कारण सामने आया।

प्रदेश के ग्राफ की तुलना में मातृ मृत्यु के मामले मुरादाबाद में काफी कम हैं। हमारे जिले की स्थिति इस मामले में ठीक है। हमारी कोशिश है कि जो मामले सामने आए हैं, उनमें भी लगातार कमी लाई जाए। - डॉ. संजीव बेलवाल, डिप्टी सीएमओ

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

Election
एप में पढ़ें

Followed