{"_id":"68c9cc45aaf40a77260b797d","slug":"the-story-of-sudamas-character-narrated-in-shrimad-bhagwat-sambhal-news-c-204-1-chn1001-123039-2025-09-17","type":"story","status":"publish","title_hn":"Sambhal News: श्रीमद्भागवत में सुनाया सुदामा चरित्र का प्रसंग","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Sambhal News: श्रीमद्भागवत में सुनाया सुदामा चरित्र का प्रसंग
विज्ञापन

चंदौसी के कैथल गेट स्थित एमसीसी गोदाम में श्रीमद्भागवत कथा सुनते श्रद्धालु : स्रोत- आयोजक
विज्ञापन
चंदौसी(संभल)। कैथल गेट के एमसीसी गोदाम में चल रही श्रीमद्भागवत के अंतिम दिन कथा वाचक महंत रमेश दास ने सुदामा चरित्र का प्रसंग सुनाकर श्रद्धालुओं को भावुक कर दिया। उन्होंने बताया कि मित्रता श्रीकृष्ण और सुदामा की तरह की होनी चाहिए। कथा के दौरान कलाकारों ने श्रीकृष्ण और सुदामा के मिलन का मंचन किया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने कलाकारों पर पुष्पवर्षा की। कथा वाचक ने बताया कि संसार में सुदामा सबसे अनोखे भगवान कृष्ण के भक्त रहे हैं। वह जीवन में जितने गरीब नजर आए, उतने ही वे मन से धनवान थे। उन्होंने अपने सुख व दुखों को भगवान कृष्ण की इच्छा पर सौंप दिया था। कथा वाचक ने बताया कि गरीबी से परेशान जब सुदामा की पत्नी ने उनसे अपने मित्र श्रीकृष्ण से सहायता लेने और द्वारका जाने के लिए कहा तो सुदामा द्वारका पहुंचे। जहां द्वारकाधीश कृष्ण के द्वारपालों ने उनका महल के बाहर रास्ता रोक लिया लेकिन जब सुदामा के आने की जानकारी भगवान कृष्ण को हुई तो वह अपने मित्र सुदामा से मिलने नंगे पैर दौड़ चले आए और सुदामा से मिलकर उसे गले से लगा लिया। इस दौरान मौसम गुप्ता, मोहित गुप्ता देव तिवारी, अनुराग तिवारी, कौशलेंद्र तिवारी, चितरंजन पाण्डेय आदि मौजूद रहे।
...............
श्रीमद्भागवत कथा को भक्ति, ज्ञान व वैराग्य का प्रतीक बताया
चंदौसी। मुंसिफ रोड के टांडा हाउस में चल रही श्रीमद्भागवत कथा में मंगलवार को कथा वाचक अशोक दीक्षित ने बताया कि भागवत कथा भक्ति, ज्ञान और वैराग्य का प्रतीक है।
कथा वाचक ने बताया कि एक बार ब्रह्मा जी के पूछने पर स्वयं भगवान विष्णु ने बताया कि श्रीमद्भागवत कथा का अगर एक शब्द भी कान में पड़ जाए, तो वह मानव मुक्ति का अधिकारी हो जाता है। अगर मनुष्य ईमानदारी से कार्य करें, तो संसार के भोग के साथ साथ उसे योग की भी प्राप्ति हो जाती है। कथा के दौरान सुंदर सुंदर भजनों की प्रस्तुति दी गई। जिसे सुनकर श्रद्धालु भक्ति भाव से नृत्य करने लगे। कार्यक्रम के समापन पर आरती कर प्रसाद का वितरण किया गया। इस अवसर पर संजय सिंह, सतपाल सिंह, नलिन जैन, मुकेश वाष्र्णेय, अमित चौधरी आदि मौजूद रहे। संवाद

Trending Videos
...............
श्रीमद्भागवत कथा को भक्ति, ज्ञान व वैराग्य का प्रतीक बताया
चंदौसी। मुंसिफ रोड के टांडा हाउस में चल रही श्रीमद्भागवत कथा में मंगलवार को कथा वाचक अशोक दीक्षित ने बताया कि भागवत कथा भक्ति, ज्ञान और वैराग्य का प्रतीक है।
विज्ञापन
विज्ञापन
कथा वाचक ने बताया कि एक बार ब्रह्मा जी के पूछने पर स्वयं भगवान विष्णु ने बताया कि श्रीमद्भागवत कथा का अगर एक शब्द भी कान में पड़ जाए, तो वह मानव मुक्ति का अधिकारी हो जाता है। अगर मनुष्य ईमानदारी से कार्य करें, तो संसार के भोग के साथ साथ उसे योग की भी प्राप्ति हो जाती है। कथा के दौरान सुंदर सुंदर भजनों की प्रस्तुति दी गई। जिसे सुनकर श्रद्धालु भक्ति भाव से नृत्य करने लगे। कार्यक्रम के समापन पर आरती कर प्रसाद का वितरण किया गया। इस अवसर पर संजय सिंह, सतपाल सिंह, नलिन जैन, मुकेश वाष्र्णेय, अमित चौधरी आदि मौजूद रहे। संवाद